These TS 10th Class Hindi Important Questions 12th Lesson धरती के सवाल अंतरिक्ष के जवाब will help the students to improve their time and approach.
TS 10th Class Hindi 12th Lesson Important Questions धरती के सवाल अंतरिक्ष के जवाब
II. अभिव्यक्ति – सृजनात्अकता
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर तीन – चाए पंक्तियों में लिखिए।
प्रश्न 1.
टेसी थॉमस का जीवन हमें किस तरह प्रेरित करता है?
उत्तर :
भारत की “प्रथम मिज़ाइल वुमन” और अग्निपुत्री नाम से विख्यात हैं टेसी थॉमस। उनका आदर्शमय जीवन सबके लिए प्रेरणादायक रहा है। कठोर परिश्रम, लगन, लक्ष्य प्राप्ति तक चैन न लेने का महान आशय आदि उनको इतनी ख्यातिवान बना चुके हैं। उनका सफल जीवन ही पढाई में श््धा, मेहनत, मनपसंद विषय में जी – जान लगा देने की सूचना, सफलता प्राप्त करने तक कमर – कसकर तैयारी करने की हमें प्रेरणा देता है।
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर 8-10 पंक्तियों कें लिखिए।
प्रश्न 1.
समाज को शिक्षित करने में छात्रों की भूमिका पर ए.पी.जे. अबुल कलाम के विचारों पर प्रकाश खलिए।
उत्तर :
भारत के पूर्व राष्ट्रपति थे अब्दुल कलाम जी। वे कर्मठ, निष्कामी और सुप्रसिद्ध वैज्ञानिक थे। आप सादगी, ईमानदारी, अध्यवसायी मेहनत की प्रतिमूर्ति थे। महानगुणों की खान कलाम जी पूरी दुनिया के आदर्श थे। दुनिया के मानचित्र में आपने पवित्र भारत को उच्चतम स्थान दिलाया। सब भारतवासी कलाम जी को अपना आदर्श मानसे है।
समाज को शिक्षित करने में कलाम जी ने कुछ प्रभावशाली विचार व्यक्त किये हैं। वे है – आज का छात्र कल का नागरिक है। अपने प्रति ईमानदारी और दूसरों के प्रति आदर का गुण रखना आदर्श छात्र का लक्षण है। छात्रों को पढाई में निरंतर परिश्रमी रहना चाहिए। जीवन में आगे बढने के लिए एक लंक्य को बना लेना चाहिए। लक्ष्यप्राप्ति के लिए आवश्यक ज्ञान और अनुभव वे प्राप्त करें। बाधाओं का सामना करते हुए, उन पर विजय प्राप्त करें। नैतिक मूल्यों को अपनाना चाहिए। फुरसत के समय गरीब और सुविधाओं से वंचित बच्चों को पढ़ाने का काम करना चाहिए। पौधे लगाकर पर्यावरण को संतुलित करना चाहिए। साथ ही सार्वजनिक जीवन में भ्रष्टाचार उन्मूलन में भी छात्रों का सहयोग होना चाहिए। ऐसे महान गुणों से समाज को शिक्षित करने में छात्र महत्बपूर्ण भूमिका निभा सकेंगे।
प्रश्न 2.
टेसी थॉमस के जीवन से हमें कैसी प्रेरणा मिलती है?
उत्तर :
- टेसी थॉमस के जीवन से हमें ये प्रेरणाएँ मिलती हैं।
- भारतीय संस्कृति की छाप को अपनाना। सादगी जीवन बिताना।
- मेहनत, लगन और दृढ़ – निश्चय से सफलता के नये शिखर तय करना।
- ध्यापकों के सहयोग और सची लगन से सफ़लता की बुलंदियों को प्राप्त करना।
- गुरु भक्ति से रहना। गुरु को आदर कंरना।
- जो भी पढ़ें ध्यान से पढ़ें। मेहनत करें और लक्ष्य प्राप्त करने तक रुके नहीं।
- जो हमें पसंद है उसमें अपना जी – जान लगा देना। कमर कसकर तैयार करना।
प्रश्न 3.
‘बाल मज़ूरी और भ्रष्टाचार’ हमारे देश की बहुत बड़ी समस्याएँ है। इनके निर्मूलन के लिए कलाम जी ने जो सुझाव दिये हैं उन्हें अपने शब्दों में लिखिए।
उत्तर :
‘बाल मजदूरी और भ्रष्टाचार’ हमारे देश की बहुत बड़ी समस्याएँ है। इनके निर्मूलन के लिए कलाम जी ने जो सुझाव दिये है। भारत के पूर्व राष्ट्रपति कर्मठ, निष्कामी और प्रसिद्ध विज्ञानवेत्ता डॉ.ए.पी. जे अब्दुल कलाम जी बाल मज़ंदूरी को समूल समाप्त करने की महत्वाकांक्षा रंखते थे। उनके विचार में बाल मज़ूरी करवाना एक महान अपरांध है। संविधान के अनुसार 6 से 14 वर्ष के बच्चों के लिए शिक्षा पाने का पूरा अधिकार है। इसलिए बच्चें अपनी पढ़ाई जारी रखने में खुद रुचि दिखायें अभिभावकों को नशाखोरी से मुक्ति दिलाने के अभियान चलायें। प्रौढ शिक्षा के माध्यंम से शिक्षित करने की व्यवस्था करें। ऐसा करने से बच्चों के माता – पिता ही नही बच्चों से काम लेनेवालों में भी परिवर्तन आकर आत्मनियंत्रण की प्रवृति का विकास होगा। कलाम जी के ये प्रभावशाली सुझाव सचमुच असरदार और स्फूर्तिदायक हैं। इनके अमल करने से भारत देश में बाल मज़दूरी की समस्या समूल दूर हो जायेगी। भारत देश सुसंपन्न हो संसार में अपना महत्व बनाये रख सकेगा।
भ्रष्टांचार के उन्मूलन के लिए कलाम जी ने सुझाव दिया है कि सार्वजनिक जीवन में भ्रष्टाचार उन्मूलन के लिए व्यापक आंदोलन की आवश्यकता है। यह आंदोलन अपने घर और विद्यालय से ही आरंभ करना होगा। भ्रष्टाचार उन्मूलन में तीन लोग अधिक सहायक हो सकते है- मात्, पिता और प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक। यदि ये तीनों बच्चों को ईमानदारी और सच्चाई का पाठ पढ़ाते हैं तो इसके बाद जीवन में शायद ही कोई उनको हिला पाएगा। हमें संकल्प लेना चाहिए कि हम सदैव ईमानदार एवं भ्रष्टाचारमुक्त जीवन का निर्वाह करेंगे और दूसरों के लिए आदर्शवान बने रहेंगे।
प्रश्न 4.
टेसी थॉमस अग्नि 5 कार्यक्रम की निर्देशक कैसे बनी ? उनकी इस सफलता के कारणों पर अपने विचार लिखिए ।
उत्तर :
टेसी थॉमस की शिक्षा-दीक्षा केरल प्रांत के अलप्पुा में हुई। यहीं पर उनका जन्म हुआ था। उन्हें ‘हाथी वाला स्मारक.’ भी इंजीनियरिंग की पढ़ाई के समय कॉलेज की ओर से दिया गया था। उन्हें बचपन से ही कुछ अलग करने की चाह थी। वे अंतरिक्ष के सपने देखती थी। यही कारण रहा कि उन्होंने गणित और विझान विषय को अपने तन-मन में बसा लिया। इसमें उनकी पाठशाला (अलप्पुझा) और अध्यापको का बहुत बड़ा योगदान रहा। टेसी थॉमस एक महिला वैज्ञानिक हैं। रक्षा अनुसंधान और विज्ञान को पुरुषों का क्षेत्र माना जाता था। मगर टेसी जी ने अपने मेहनत लगन और दृढ़ निश्चय से इस क्षेत्र में मेहनत की। निरंतर श्रम से वो रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डी.आर.डी.ओ) के अग्नि-5 कार्यक्रम की निदेशक बनी। उन्होंने देश के किसी मिज़ाइल प्रॉजेक्ट की पहली महिला प्रमुख बनने का गौरव प्राप्त किया। इसलिए उन्हें मिजाइल वुमेन कहते हैं।
टेसी थॉमस अब्दुल कलाम के बारे में कहती हैं कि “आज हमारे यहाँ जब भी अंतरिक्ष विज्ञान और मिजाइल की बात की जाती है, तो सभी के मस्तिष्क में ए.पी.जी. अब्दुल कलाम का नाम गूँजता है। उन्होंने दुनिया के मान चित्र में भारत को जो स्थान दिलाया है, उसके लिए भारतवासी उनके ऋ्रृणी हैं। अतः सचे अर्थों में वें देश के ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के आदर्श हैं। में गर्व के साथ कहना चाहती हूँ कि वे मेरे गुरु हैं। उन्होंने मुझे प्रेरणा के अग्नि पंख .दिये हैं। वे महान थे, महान हैं और महान रहंगे। उन्हे में अपना आदर्श मानने में गर्व अनुभव करती हूँ। जहाँ कड़ी मेहनत, लगन और दृढ़ा निश्चय होते हैं, वहाँ सफलता अवश्य मिलती है। टेसी थॉमस के जीवन से हमें यहीं संदेश मिलता है। लक्ष्य प्राप्ति तक नहीं रुकना चाहिए। निरंतर प्रयत्न करते रहना चाहिए। जो भी पढ़े ध्यान से पढ़ना चाहिए।
प्रश्न 5.
राष्ट्र को विकास और समृद्धि के पथ पर ले जाने के लिए ए.पी.जे. अन्दुल कलाम जी ने छात्रों को क्या सुझ्काव दिये ? अपने शब्दों में उत्तर लिखिए।
उत्तर :
राष्ट्र को विकास और समृद्धि के पथ पर ले जाने के लिए ए.पी.जे. अब्दुल कलाम जी ने छात्रों को निम्न लिखित सुझाव दियेः
- युवा शक्ति को पूर्ण रूप से विनियोग में लेना चाहिए। महिला साक्षरता दर बढ़ाना चाहिए।
- समाज की प्रमुख समस्याओं के बारे में महिलाओं को बताना चाहिए जिनसे आजकल की महिलाओं को संकट का सामना करना पड रहा है। हर एक छात्र कम से कम पाँच महिलाओं को शिक्षित करें।
- छ़: से चौदह वर्ष के बच्चों के लिए शिक्षा पाने के अधिकार को जारी रखना चाहिए।
- सार्वजनिक जीवन में भ्रष्टाचार उन्मूलन के लिए ब्यापक आंदोलन आरंभ करना है।
- माता-पिता तथा प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक बच्चों को सचाई और ईमानदारी का पाठ पढाएँ।
- छात्रों में अपने प्रति ईमानदारी और दूसरों के प्रति आदर का गुण जरूर होना चाहिए।
- छात्र जिस कक्षा में पढते हैं उसमें आगे बढ़ने खूब परिश्रम करना चाहिए।
- छात्र अधिक से अधिक पेड़ – पौधे लगायें।
प्रश्न 6.
एक छात्र के रूप में आप विकसित भारत के स्वप्न को साकार करने में क्या योगदान दे सकते हैं?
उत्तर :
एक छात्र के रूप में विकसित भारत के स्वप्न को साकार करने में में इस प्रकार योगदान दे सकता है-
- मैं खूब परिश्रम करूँगा। मैं अपने जीवन में एक लक्ष्य को बना लूंगा।
- उस लक्ष्य को सफल बनाने के लिए आवश्यक ज्ञान और अनुभव प्राप्त करूँगा।
- बाधाओं पर विजय प्राप्त करूँगा। नैतिक मूल्यों को अपनाऊँगा।
- अपने प्रति ईमानदारी और दूसरों के प्रति आदर जैसा महत्वपूर्ण गुण रखूँगा।
- भारत को भ्रष्टाचार से मुक्त कराने में योगदान दे सकूँगा।
- सुविधाओं से वंचित बच्चों को पढ़ाने का काम करूँगा।
- अधिक से अधिक पौधे लगाऊँगा।
प्रश्न 7.
बाल मज़दूरी की समस्या की समाप्ति के लिए ए.पी.जे. अब्ुुल कलाम के सुझावों पर अपने विचार लिखिए।
उत्तर :
भारत के पूर्व राष्ट्रपति कर्मठ, निष्कामी और प्रसिद्ध विज्ञानवेत्ता डॉ.ए.पी. जे अब्दुल कलाम जी बाल मजदूरी को समूल समाप्त करने की महत्वाकांक्षा रखते थे। उनके विचार में बाल मज़ूूरी करवाना एक महान अपराध है। संविधान के अनुसार 6 से 14 वर्ष के बच्चों के लिए शिक्षा पाने का पूरा अधिकार है। इसलिए बच्चे अपनी पढ़ाई जारी रखने में खुद रुचि दिखायें अभिभावकों को नशाखोरी से मुक्ति दिलाने के अभियान चलायें। प्रौढ शिक्षा के माध्यम से शिक्षित करने की व्यवस्था करें। ऐसा करने से बच्चों के माता – पिता ही नहीं बच्चों से काम लेनेवालों में भी परिवर्तन आकर आत्मनियंत्रण की प्रवृति का विकास होगा। कलाम जी के ये प्रभावशाली सुझाव सचमुच असरदार और स्फूर्तिदायक हैं। इनके अमल करने से भारत देश में बाल मजदूरी की समस्या समूल दूर हो जायेगी। भारत देश सुसंपन्न हो संसार में अपना महत्व बनाये रख सकेगा।
II. अधिव्यदितनकनाजकता (4 Marks Questions)
प्रश्न 1.
कलाम जी के बचपन के बारे में आप क्या जानते हैं?
उत्तर :
कलाम जी बचपन में बहुत गरीब परिवार से थे। वे तमिलनाडु के रामेश्वरम की गलियों में समाचार पत्र बेचते थे। वे निर्धन थे। बचपन में उन्हें शिक्षा के लिए भी बहुत संघर्ष करना पड़ा।
प्रश्न 2.
बढ़ती जनसंख्या को रोकने के लिए कलाम जी ने क्या उपाय बताए?
उत्तर :
बढ़ती जनसंख्या को रोकने के लिए कलाम जी ने लोगों को साक्षर बनाने को कहा है। उनका कहना है कि हंमें महिलाओं की साक्षरता पर विशेष बल देना चाहिए। हम देखते हैं कि जिन क्षेत्रों में महिला साक्षरता अधिक है वहाँ जनसंख्या वृद्धि दर कम है। वे कहते हैं कि प्रत्येक छात्र को कम से कम पाँच महिलाओं को शिक्षित करना चाहिए। साथ ही आप उन्हें समाज की उन प्रमुख समस्याओं के बारे में भी बतायें, जिनसे आजकल की महिलाओं को संकट का सामना करना पड़ रहा है।
प्रश्न 3.
महिला साक्षरता की क्या आवश्यकता है?
उत्तर :
महिलाएँ परिवार के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। परिवारों को जोड़कर ही समाज बनता है। यदि महिलाएँ सक्षर होंगी तो घर की समस्याओं का अंत हो जाएगा। यदि ऐसा हुआ तो समाज का विकास होगा। जनसंख्या दर को धीमा करने के लिए महिलाओं का साक्षर होना आवश्यक है। यदि महिला शिक्षित होगी तो वह अपने पूरे परिवार को शिक्षित बना सकती है। वैसे भी माँ. को ही पहली अध्यापिका होने का गौरव प्राप्त है। इससे महिलाएँ रोजगार कर सकती है। वे नौकरी भी कर सकती हैं। इससे महिलाओं के विकास को भी बल मिलेगा।
प्रश्न 4.
भारत में प्रमुख समस्याएँ क्या-क्या हैं?
उत्तर :
भारत में अनेक प्रकार की समस्याएँ हैं। जनसंख्या समझ्या उसमें प्रमुख है। इस समस्या के साथ अनेक समर्याएँ भी जुड़ी हुई हैं। रोजगार की समस्यम का मूल कारण बढ़ती जनसंख्या ही है। अशिक्षा भी भारत की प्रमुख समस्या है। मज़दूरों की हालत भी दिन-प्रतिदिन खराब होती जा रही है। पर्यावरण में प्रदूषण तेजी से फैलता जा रहा है। पीने के पानी की समर्या भी बढ़ गई है। भ्रष्टाचार भी भारत की प्रमुख समस्याओं में से एक है। इसके कारण हमारा विकारा सबसे अधिक प्रभावित हुआ है।
प्रश्न 5.
भ्रष्टाचार के उन्मूलन के लिए कलामजी ने क्या-क्या सुझाव दिये हैं?
उत्तर :
भ्रष्टाचार के उन्मूलन के लिए कलाम जी ने सुझाव दिया है कि सार्वजनिक जीवन में भ्रष्टाचार उन्मूलन के लिए व्यापक आंदोलन की आवश्यकता है। यह आंदोलन अपने घर और विद्यालय से ही आरंभ करना होगा। भ्रष्टाचार उन्मूलन में तीन लोग अधिक सहायक हो सकते हैं- माता, पिता और प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक। यदि ये तीनों बच्चों को ईमानदारी और सच्चाई का पाठ पढ़ाते हैं तो इसके बाद जीवन में शायद ही कोई उनको हिला पाएगा। हमें संकल्प लेना चाहिए कि हम सदैव ईमानदार एवं भ्रष्टाचारममक्त जीवन का निर्वाह करेंगे और दूसरों के लिए आदर्शवान बने रहेंगे।
प्रश्न 6.
कलाम जी सद्गुण संपन्न हैं। आप उनमें से किस गुण का पालन करना चाहते हैं?
उत्तर :
कलाम जी में अनेक गुण हैं, जैसे- सादगी, ईमानदारी, अध्यवसायी, मेहनती इत्यादि। मैं उनकी तरह ईमानदार बनना चाहूँगा। ईमानदारी इंसान को बहुत आगे ले जाती है। ईमानदार इसान समाज के विकास में सहायक होता है। ईमानदारी का पालन करने से इसका प्रसार होता है। इससे समाज स्वस्थ बनता है। इसके माध्यम से हम और समाज दोनों सुखी रह सकते हैं।
प्रश्न 7.
बाल मज़दूरी दूर करने के लिए अपनी ओर से कुछ सुझाव दीजिए।
उत्तर :
बाल मजदूरी कराना एक अपराध है। इसे रोकने के लिए कानून को और कड़ा बनाना पड़ेगा। कितु बालक अपनी घर की परेशानी के कारण मजदूरी करने जाते हैं। यदि हम भारत से गरीबी को मिटा दें तो बाल मजदूरी अपने आप समाप्त हो जाएगी। बच्चो के लिए शिक्षा, स्वारश्य और रहने-खाने की व्यवस्था मुफ्त होनी चाहिए। जो बच्चे ऐसे आवासीय पाठशालाओं में पढ़ते हैं उनके माता-पिता को भी प्रोत्साहन स्वरूप धन या आवश्यक सामग्री मिलनी चाहिए। बाल मजदूरी रोकने के लिए पोस्टर आदि लगाकर लोगों को जागरूक करना चाहिए।
प्रश्न 8.
भ्रष्टाचार उन्मूलन में पाठशाला का क्या महत्व है?
उत्तर :
भ्रष्टाचार उन्मूलन में पाठशाला का बहुत महत्व है। पाठशाला बच्चों को ईमानदारी और सच्चाई का पाठ पढ़ाते हैं। हमें अनुशासन में रहने की सीख पाठशाला से ही मिलती है। यदि हमारे पाठशाला का माहौल अच्छा है तो बच्चे आगे चलकर ईमानदार इंसान बनते हैं। इससे समाज में भलाई फैलती है। बच्चे पाठशाला में सीखी हुई बात घर में भी बताते हैं। इसलिए बड़ों को भी कभी-कभी बच्चों की बाते सुननी चाहिए। उनसे सीख लेनी चाहिए। इस प्रकार भ्रष्टाचार अपने आप समाप्त हो जाएगा।
प्रश्न 9.
टेसी थॉमस की पाठशाला की पढ़ाई के बारे में आप क्या जानते हैं?
उत्तर :
टेसी थॉमस की शिक्षा-दीक्षा केरल प्रांत के अलप्पुझा में हुई। यहीं पर उनका जन्म हुआ था। उन्हें ‘हाथी वाला स्मारक’ भी इंजीनियरिंग की पढ़ाई के समय कॉलेज की ओर से दिया गया था। उन्हें बचपन से ही कुछ अलग करने की चाह थी। वे अंतरिक्ष के सपने देखती थी। यही कारण रहा कि उन्होंने गणित और विज्ञान विषय को अपने तन-मन में बरा लिया। इसमें उनकी पाठशाला (अलप्पुझा) और अध्यापकों का बहुत बड़ा योगदान रहा।
प्रश्न 10.
भारत को अष्टाचार से मुक्त कराने में छात्रों का क्या योगदान हो सकता है?
उत्तर :
भूतपूर्व रार्ट्रपति मान्य ए. पी.जे. अब्दुल कलाम जी की दृष्टि में भ्रष्टाचार उन्मूलन में तीन तरह के लोग सहायक सिद्ध हो सकते हैं। वे हैं – 1) माता 2) पिता और 3) प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक। घर में और बाहर बच्चों को ईमानदारी और सचाई का पाठ मिलना चाहिए।
भारत को भ्रष्टाचार से मुक्त कराने में छात्रों का महान योगदान हो सकता है। पहले – पहल वे संकल्प कर लें कि “हम सदैव ईमानदारी एवं भ्रष्टाचार मुक्त जीवन का निर्वाह करेंगे और दूसरों के लिए आदर्शवान बने रहेंगे।”
7 Marks Questions :
प्रश्न 1.
सारे भारतवासी अब्दुल कलाम को आदर्श मानते हैं। क्यों?
उत्तर :
डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम एक महान भारतीय वैज्ञानिक हैं। वे भारत के ‘मिजाइल मैन’ के रूप में माने जाते हैं। उन्होंने भारत की रक्षाशक्ति बढ़ाई। उनका पूरा नाम अबुल फ़कीर जैनुलाबुद्दीन अब्दुल कलाम हैं। उन्हें देश भारत रत्न दिया गया। उनका बचपन तमिलनाडु के रामेश्वरम की गलियों में समाचार पत्र बेचते हुए बीता। उनका परिवार बहुत निर्धन था। यह बालक एक दिन सुप्रसिद्ध वैज्ञानिक तथा भारत का राष्ट्रपति बनेगा, ऐसा किसी ने सपने में भी नहीं सोचा था। कितु उस ग़रीब बालक ने अपनी प्रतिभा, परिश्रम और लगन से यह सिद्ध कर दिखाया कि मनुष्य के लिए विश्व में कुछ भी असंभव नहीं है। मन में अगर चाह हो तो उसे राह् अपने आप मिल जाती है।
अब्दुल कलाम महान गुणों की खान हैं। वे बच्चों के प्रिय हैं और बच्चे उन्हें। सच्चे अर्थों में अब्दुल कलाम पूरी दुनिया के आदर्श हैं। उनकी नेतृत्व क्षमता बेमिसाल है। उनके नेतृत्व में ‘अग्नि’, ‘पृथ्वी’, ‘आकाश’, ‘त्रिशूल’, ‘नाग’ आदि भारतीय मिसाइलों का निर्माण हुआ। उन्होंने दुनिया के मानचित्र में भारत को जो स्थान दिलाया है, उसके लिए भारतवासी उनके ऋणी है। इसलिए भारतवासी कलाम जी को अपना आदर्श मानते है।
प्रश्न 2.
अब्दुल कलाम जी और टेसी थॉमस के साक्षात्कारों से आपने क्या सीखा?
उत्तर :
अब्दुल कलाम और टेसी थॉमस के साक्षात्कारों से हमें निम्नलिखित सीख मिलती है-
- एक छात्र के लिए सबसे महत्वपूर्ण अपने प्रति ईमानदारी और दूसरों के प्रति आदर का गुण है।
- हमें पढाई में हमेशा खूब परिश्रमी बनने का प्रयास करना चाहिए।
- जीवन में एक लक्ष्य बनाना चाहिए।
- हमें पढ़ाई के लिए आवश्यक ज्ञान और अनुभव प्राप्त करना चाहिए।
- हमें निरंतर प्रयत्नशील रहना चाहिए। नैतिक मूल्यों को ग्रहण करना चाहिए।
- छुट्टियों में गरीब बच्चों और अशिक्षित महिलाओं को पढ़ाना चाहिए।
- अधिक से अधिक पेड़ लगाने चाहिए। पर्यावरण को संतुलित बनाने में हाथ बटाना चाहिए।
- मेहनत, लगन और दृढ़-निश्चय से मंजिल तक पहुँचने का प्रयास करना चाहिए।
- सच्ची सफलता शिक्षा से ही प्राप्त होती है। ईमानदारी सबसे अच्छा गुण है।
प्रश्न 3.
कलाम जी का जीवन हर एक के लिए अनुसरणीय है। समझाइए।
उत्तर :
डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम एक महान भारतीय वैज्ञानिक हैं। अब्दुल कलाम महान गुणों की खान हैं। वे बच्चों के प्रिय हैं और बच्चे उन्हें। सच्चे अर्थों में अब्दुल कलाम पूरी दुनिया के आदर्श हैं। उनकी नेतृत्य क्षमता बेमिसाल है। उनके नेतृत्व में ‘अग्नि’, ‘पृथ्वी’, ‘आकाश’, ‘त्रिशूल’, ‘नाग’ आदि भारतीय मिसाइलों का निर्माण हुआ। उन्होंने दुनिया के मानचित्र में भारत को जो स्थान दिलाया है, उसके लिए भारतवासी उनके ऋणी हैं। भारतवासी कलाम जी को अपना आदर्श मानते हैं। वें भारत के ‘मिजाइल मैन’ के रूप में माने जाते हैं। उन्होंने भारत की रक्षाशक्ति बढ़ाई। उनका पूरा नाम अबुल फ़कीर जैनुलाबुद्दीन अब्दुल कलाम हैं।
उन्हें देश भारत रत्न दिया गया। उनका बचपन तमिलनाडु के रामेश्वरम की गलियों में समाचार पत्र बेचते हुए बीता। उनका परिवार बहुत निर्धन था। शिक्षा के लिए उन्होंने बहुत संघर्ष किया। यह बालक एक दिन सुप्रसिद्ध वैज्ञानिक तथा भारत का राष्ट्रपति बनेगा, ऐसा किसी ने सपने में भी नहीं सोचा था। कितु उस ग़रीब बालक ने अपनी प्रतिभा, परिश्रम और लगन से यह सिद्ध कर दिखाया कि मनुष्य के लिए विश्व में कुछ भी असंभव नहीं है। मन में अगर चाह हो तो उसे राह अपने आप मिल जाती है। यही कारण है कि उनका जीवन हम सबके लिए आज भी आदर्श बना हुआ है।
प्रश्न 4.
आज का बालक कल का नागरिक है। आप किस प्रकार के बालक को आदर्श मानेंगे ? पाठ के आधार पर अपने विचार व्यक्त कीजिए।
उत्तर :
कलाम के विचारों में “आदर्श छात्र` के गुण निम्नलिखित हैं एक छात्र के लिए सबसे महत्वपूर्ण है उसकी अपने प्रति ईमानदारी और दूसरों के प्रति आदर का गुण
- निरंतर प्रयत्नशील रहते हुए सबसे बढ़िया काम करने की ओर बढ़ते रहना।
- नैतिक मूल्यों को ग्रहण करना।
- जीवन में एक लक्ष्य बनाकर उसे प्राप्त करने के लिए हमेशा परिश्रमी बनने का प्रयास करना।
- छुट्टी के दिनों में गरीब और सुविधाओं से वंचित बच्चों को पढ़ाने का काम करना।
- छात्र अधिक से अधिक पौधे लगाना आदि।
प्रश्न 5.
टेसी थॉमस का जीवन छात्रों के लिए आदर्श (प्रेरणादायक) है। स्पष्ट कीजिए।
उत्तर :
टेसी थॉमस के जीवन से हमें यह संदेश मिलता है कि -‘अपनी मेहनत, लगन और दृढ़ संकल्प की बुलंदियों को प्राप्त किया जा सकता है। साथ ही जो भी पढ़ें ध्यान से पढ़े, मेहनत करें और लक्ष्य प्राप्त करने तक रुके नहीं। जो हमें पसंद है उसमें जी – जान लगा दें। उसे प्राप्त करने के लिए कमर कसकर तैयार करें तो सफलता अवश्य प्राप्त होगी। अध्यापकों से सहयोग और सच्ची लगन से सफलता की ऊँचाइयों को प्राप्त किया जा सकता है।
प्रश्न 6.
सफलता की बुलंदियों को चूमने के लिए परिश्रम और लगन आवश्यक है। पाठ के आधार पर बताइए कि आप क्या करेंगे?
उत्तर :
अच्छे नागरिक बनंने के लिए निम्नलिखित गुण होने चाहिए।
- अपने जीवन में एक लक्ष्य बनाकर उसे प्राप्त करने के लिए निरंतर परिश्रम करते हुए आवश्यक ज्ञान और अनुभव प्राप्त करना।
- सदैव ईमानदार एवं भ्रष्टाचार मुक्त जीवन का निर्वाह करते हुए दूसरों के लिए आदर्शवान् बनना।
- सामाजिक समस्याओं का उन्मूलन करने के लिए जागरूक रहना।
- संविधान संशोधन अधिनियम 2002 का पालन करना और कराना।
- अपने देश को विकास और समृद्धि के पथ पर ले जाने के लिए भरसक प्रयत्न करना।
- नैतिक मूल्यों को ग्रहण करना। हमेशा परिश्रमी बनने का प्रयास करना।
- पर्यावरण को संतुलित बनाये रखने के लिए हर संभव प्रयास करना।
- सार्वजनिक जीवन में भ्रष्टाचार उन्मूलन के लिए हर संभव प्रयत्न करना।
- बाल मज़ूरी की समस्या का उन्मूलन करने में सहयोग देना।
- गरीब और सुविधाओं से वंचित बच्चों पर ध्यान देना और उनकी सहायता करना।
- बढ़ती जनसंख्या को रोकने में अपना सहयोग देना।
- महिला साक्षरता दर बढ़ाने में सहयोग देना।
- अच्छा नागरिक बनने की नीव बचपन में ही पड़नी चाहिए।
क्योंकि आज का बचा ही कल का नागरिक बनता है। इसलिए बचपन में ही खास करके घर में और प्राथमिक स्कूलों में ही अच्छा नागरिक बनने हेतु आवश्यक बीज पड़ने ज़रूरी हैं। छात्र को सदैव ईमानदारी एवं भ्रष्टाचार मुक्त जीवन का निर्वाह करने का संकल्प लेना चाहिए।
प्रश्न 7.
अब्दुल कलाम ने दुनिया के मानचित्र में भारत को जो स्थान दिलाया है, उसके लिए भारतवासी उनके ॠणी हैं – अब्दुल कलाम की विशेषता प्रकट करते हुए लिखिए।
उत्तर :
टेसी थॉमस अब्दुल कलाम को अपना आदर्श मानती हैं। क्योंकि सच्चे अर्थों में वे देश के ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के आदर्श हैं। आज हमारे यहाँ जब भी अंतरिक्ष विज्ञान और मिज़ाइल की बात की जाती है, तो सभी के मस्तिष्क में एक ही नाम गूँजता है – “ए.पी.जे. अब्दुल कलाम”। उन्होंने दुनिया के मानचित्र में भारत को जो स्थान दिलाया है, उसके लिए भारतवासी उनके ऋणी हैं। डी.आर.डी. ओ.में टेसी थॉमस, ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के नेतृत्व में काम कर चुकी हैं। उन्होंने ही टेसी थॉमस को प्रेरणा के “अग्नि पंख” दिये हैं। वे महान् थे, महान् हैं और महान् रहेंगे। उनकी नेतृत्व क्षमता बेमिसाल है। उन्होंने यह सिद्ध कर दिखाया कि अपनी प्रतिभा, परिश्रम और लगन से मनुष्य के लिए विश्व में कुछ भी असंभव नहीं है। मन में अगर चाह हो तो उसे राह अपने आप मिल जाती है।