Practice with AP 10th Class Hindi Model Papers Set 6 instills confidence in students to face the actual exam.
AP SSC Hindi Model Paper Set 6 with Solutions
Time : 3. 15 hours
Max. Marks: 100
सूचना :
- प्रश्न पत्र पढ़ने के लिए 15 मिनट का समय निर्धारित है।
- सभी प्रश्नों के उत्तर, उत्तर पुस्तिका में ही लिखें ।
- प्रश्न पत्र में छः भाग है ।
भाग- I
I. निम्न लिखित प्रश्नों के उत्तर सूचना के अनुसार लिखिए। (12 × 1 = 12 M)
प्रश्न 1.
ये बरसात के दिन हैं । वर्षा सभी प्राणियों की प्यास बुझाती है । (रेखांकित शब्द का सही तत्सम रूप पहचानिए ।)
उत्तर:
वर्षा
प्रश्न 2.
मोहन की गाड़ी धीमी चलती है। (क्रिया विशेषण शब्द लिखिए |)
उत्तर:
धीमी
प्रश्न 3.
एक हज़ार आठ सौ पचानवे । (संख्याओं में लिखिए |)
उत्तर:
1895
प्रश्न 4.
आसमान ………… अजीब लालिमा है। (इनमें से सही कारक चिह्न पहचानकर लिखिए |)
पर / में / से
उत्तर:
पर
प्रश्न 5.
महासागर की डरावनी लहरें थपेड़े मारने लगती हैं । (रेखांकित शब्द का समास पहचानिए ।)
1. तत्पुरुष समास । | 2. कर्मधारय समास |
उत्तर:
1. तत्पुरुष समास
प्रश्न 6.
सुरराज देवेन्द्र था । (रेखांकित शब्द का संधि – विच्छेद कीजिए |)
उत्तर:
देव + इन्द्र
प्रश्न 7.
नास्तिक – (अर्थ पहचानिए |)
A. ईश्वर पर विश्वास न रखनेवाला । | B. ईश्वर पर विश्वास रखनेवाला |
उत्तर:
A. ईश्वर पर विश्वास न रखनेवाला ।
प्रश्न 8.
पाठशाला की सफाई के लिए छात्रों ने कमर कसली । (मुहावरेदार शब्द पहचनिए ।)
A. पाठशाला की सफाई | A. पाठशाला की सफाई |
उत्तर:
B. कमर कसना
प्रश्न 9.
मैं तो भगवान का दास हूँ। (लिंग बदलकर वाक्य फिर से लिखिए |)
उत्तर:
मैं तो भगवान की दासी हूँ।
प्रश्न 10.
शहर में इमारत है । (वचन बदलकर वाक्य फिर से लिखिए |)
उत्तर:
शहर में इमारतें हैं।
प्रश्न 11.
मैंनें खाना खाया। ( इस वाक्य को भविष्यकाल में बदलकर लिखिए |)
उत्तर:
मैं खाना खाऊँगा ।
प्रश्न 12.
मैं पुस्तक पढ़ता है। ( इस वाक्य को शुद्ध रूप में लिखिए ।)
उत्तर:
मैं पुस्तक पढ़ता हूँ ।
भाग – II
II. प्रश्न पत्र संख्या 13 से 16 तक दिये गये गद्यांश, पद्यांश पढ़कर निर्देश के अनुसार उत्तर दीजिए ।
प्रश्न 13.
निम्नलिखित गद्यांश पढ़कर उत्तर पहचानकर लिखिए । (5 × 1 = 5 M)
इस जगह पर मैंने जितने भव्य काव्य का या प्रकृति के ठाट-बाट का अनुभव किया, उतना शायद ही कहीं दूसरी जगह किया हो । पश्चिम की तरफ़ नज़र फैलाई तो दूर-दूर तक पहाड़ियों की श्रेणियाँ नज़र आई। आसमान में बादल घिरे रहने से सूरज की धूप का कहीं नामोनिशान तक न था । बादलों का रंग साँवला होने के कारण गोदावरी के धूलि – धूसरित मटमैले जल की झाँई और भी गहरी हो रही थी। ऊपर की और नीचे की झाँई के कारण इस सारे दृश्य पर वैदिक प्रभाव की शीतल और स्निग्ध सुंदरता छाई हुई थी और पहाड़ी पर कुछ उतरे हुए धौले – धौले बादल तो बिल्कुल ऋषि-मुनियों जैसे लगते थे। इस सारे दृश्य का वर्णन कैसे किया जा सकता है? यह इतना सारा पानी कहाँ से आता होगा ?
प्रश्न :
अ) ‘इक’ प्रत्यय से जुड़ा शब्द पहचानकर लिखिए ।
उत्तर:
वैदिक
आ) ‘छिछला’ शब्द का विलोम शब्द पहचानकर लिखिए।
उत्तर:
गहरा
इ) ‘प्र’ उपसर्ग से जुड़ा शब्द पहचानकर लिखिए ।
उत्तर:
प्रभाव
ई) ‘गिरि’ शब्द का पर्याय शब्द पहचानकर लिखिए ।
उत्तर:
पहाड़
उ) यह इतना सारा पानी । सर्वनाम शब्द पहचानकर लिखिए।
उत्तर:
यह
14. निम्नलिखित पद्यांश पढ़कर दिये गये प्रश्नों के उत्तर विकल्पों में से चुनकर लिखिए। (5 × 1 = 5 M)
जो कुछ न्यस्त प्रकृति में है,
वह मनुज मात्र का धन है,
धर्मराज ! उसके कण-कण का
अधिकारी जन-जन है।
प्रश्न :
अ) मानव का धन कहाँ पर है?
A) बैंक में
B) प्रकृति में
C) तिज़ोरी में
D) जल में
उत्तर:
B) प्रकृति में
आ) प्रकृति किसकी है?
A) मानव की
B) पशु की
C) अमीर की
D) राजा की
उत्तर:
A) मानव की
इ) यह पद्यांश किस पाठ से लिया गया है ?
A) हम भारतवासी
B) नीति दोहे
C) कण-कण का अधिकारी
D) भक्ति द
उत्तर:
C) कण-कण का अधिकारी
ई) कण-कण का अधिकारी कौन है ?
A) कुछ लोग
B) जन-जन
C) धनिक
D) रंक
उत्तर:
B) जन-जन
उ) इस पद्यांश के कवि कौन है ?
A) पंत
B) महादेवी
C) रहीम
D) दिनकर
उत्तर:
D) दिनकर
15. निम्नलिखित गद्यांश पढ़कर दिये गये प्रश्नों के उत्तर एक वाक्य में लिखिए । (5 × 1 = 5 M)
रमज़ान के तीस रोजों के बाद आज ईद आयी है । कितना मनोहर, कितना सुहावना प्रभात ! वृक्षों पर कुछ अजीब हरियाली है । खेतों में कुछ अजीब रौनक है, आसमान पर कुछ अजीब लालिमा है । आज का सूर्य देखो, कितना प्यारा, कितना शीतल है ! मानो संसार को ईद की बधाई दे रहा है ! ईदगाह जाने की तैयारियाँ हो रही हैं।
प्रश्न :
अ) तीस रोजों के बाद क्या आयी है ?
उत्तर:
ईद आयी
आ) प्रभात कैसा है ?
उत्तर:
मनोहर और सुहावना है
इ) वृक्षों पर क्या है ?
उत्तर:
अजीब हरियाली है।
ई) संसार को ईद की बधाई कौन दे रहा है ?
उत्तर:
सूर्य संसार को ईद की बधाई दे रहा है ।
उ) किसकी तैयारियाँ हो रही हैं ?
उत्तर:
ईदगाह जाने की
16. निम्नलिखित गद्यांश पढ़कर दिये गये प्रश्नों के उत्तर विकल्पों में से चुनकर लिखिए। (5 × 1 = 5 M)
भोजपुरी में करीब तीस चालीस बरसों ‘बिदेसिया’ का प्रचार हुआ हैं । गाने वालों के अनेक समूह इन्हें गाते हुए देहात में फिरते हैं। उधर के जिलों में विशेषकर बिहार में बिदेसिया से बढ़कर दूसरे गाने लोकप्रिय नहीं हैं । इन गीतों में अधिकतर रसिकप्रियों और प्रियाओं की बात रहती है, परदेशी प्रेमी की और इनसे करुणा और विरह का रस बरसता हैं ।
प्रश्न :
अ) भोजपुरी में तीस – चालीस बरसों से किन गीतों का प्रचार हुआ ?
A) बिदेसिया
B) कजरी
C) गुजराती
D) गोब्बि
उत्तर:
A) बिदेसिया
आ) ये गीत कैसे गाये जाते हैं ?
A) अकेले
B) समूह में
C) फिरते
D) नाचते
उत्तर:
B) समूह में
इ) बिहार में कौन-से गीत लोकप्रिय हैं ?
A) सिनेमा
B) जानपद
C) बिदेसिया
D) शास्त्रीय
उत्तर:
C) बिदेसिया
ई) बिदेसिया लोकगीत किस प्राँत में लोकप्रिय है ?
A) गुजरात
B) राजस्थान
C) बिहार
D) केरल
उत्तर:
C) बिहार
उ) इन लोकगीतों में कौन-सा रस बरसता है ?
A) करुणा और विरह
B) रौद्र
C) क्रोध
D) विनय
उत्तर:
A) करुणा और विरह
भाग – III
III. सूचना के अनुसार निम्न लिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिये ।
प्रश्न 17.
जोड़ी बनाइए । (1 × 4 = 4 M)
उत्तर:
D, C, A, B
प्रश्न 18.
निम्नलिखित जानकारी पढ़कर रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए ।
लेखक का नाम : डॉ. विष्णु प्रभाकर
जन्म : सन् 1912
उनकी विधा : कहानी, उपन्यास
लोकप्रियता : आदर्शप्रिय व्यक्ति, आदर्शोन्मुख यथार्थवादी लेखक
रचनाएँ : ‘आवारा मसीहा’, ‘धरती अब भी घूम रही है
पुरस्कार : सोवियत लैंड पुरस्कार ‘आवारा मसीहा’ पर
सम्मान : पद्मभूषण
A) श्री विष्णु प्रभाकर एक प्रसिद्ध ……… है ।
उत्तर:
लेखक
B) वे ……….. यथार्थवादी लेखक है ।
उत्तर:
आदर्शोन्मुख
C) ………. इनकी विधाएँ है ।
उत्तर:
कहानी, उपन्यास
D) वे ……. से सम्मानित हुए ।
उत्तर:
पद्मभूषण
भाग – IV
IV. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर तीन या चार वाक्यों में लिखिए। (8 × 3 = 24 M)
प्रश्न 19.
धरती की शोभा का प्रमुख कारण वर्षा है। इस पर अपने विचार बताइए |
उत्तर:
वर्षा ऋतु हमेशा से सब की प्रिय ऋतु रही है। वर्षा के समय प्रकृति की सुंदरता देखने लायक होती है। बारिश के कारण मिट्टी के कण-कण से कोमल अंकुर फूटते हैं। वहाँ की शोभा देखने लायक बनती है। वर्षा के कारण किसान भी खुश हो जाते हैं। अच्छी खासी फ़सलें उगती हैं। इससे खेतों की हरियाली बढ़ेगी। तब जनता की खुशी देख सकते हैं।
प्रश्न 20.
रैदास व मीरा की भक्ति भावना में क्या अंतर है ?
उत्तर:
रैदास और मीरा दोनों भक्तिकाल के ही हैं। फिर भी रैदास निर्गुण भक्ति के ज्ञानमार्गी शाखा के कवि थे। मीरा सगुण भक्ति धारा की कृष्ण भक्ति शाखा की कवयित्री थी। रैदास निर्गुण, निराकार, परमसत्ता को प्रभु संज्ञा दे चुके हैं, तो मीरा सिर्फ कृष्ण को ही अपना आराध्य देव मान चुकी हैं। दोनों की भक्ति दास्य भक्ति ही है। उनकी भाषा भी ब्रज ही है।
प्रश्न 21.
जल स्त्रोतों के रख-रखाव के बारे में आप क्या सुझाव देना चाहेंगे?
उत्तर:
जल स्त्रोतों के रख-रखाव के लिए निम्नलिखित सुझाव देना चाहता हूँ –
- जल स्त्रोतों का सही ढंग से इस्तेमाल करना चाहिए ।
- हमें आवश्यकतानुसार पानी का उपयोग करना चाहिए।
- वर्षा के पानी को जमा करने के लिए घर के आस-पास छोटी-छोटी खाइयाँ बनानी चाहिए।
- बूँद-बूँद का मूल्य समझकर उसका सहीं उपयोग करना चाहिए।
- नदियों पर कहीं-कहीं बाँध बनाकर पानी का संचय करके खेतों की सिंचाई करनी चाहिए, ताकि फसलें खूब उगे ।
- कारखानों के रासायनिक पदार्थों को नदी-नालों में बहाकर पानी को प्रदूषित नहीं करना चाहिए ।
- कूड़े-करकट को पानी में नहीं बहाना चाहिए।
- जलस्रोतों की सुरक्षा ऐसी करनी चाहिए जिससे गरमी में वे सूख न जाएँ।
- कुँओं को ढककर रखना चाहिए ।
- पानी को संचित रखने के लिए बाँध बनाना है ।
प्रश्न 22.
हामिद ने अन्य चीज़ें क्यों नहीं खरीदी होंगी?
उत्तर:
हामिद चार-पाँच साल का दुबला-पतला लड़का था। उसके माता पिता मर चुके। दादी अमीना के पास वह पल रहा था। दादी ने मेले में पोते को भेजने के लिए बहुत प्रयत्न करके तीन पैसे जुटाए । हामिद ने मेले में जाने के बाद सब कुछ देखा। तरह-तरह के खिलौने, स्वादिष्ट व्यंजन आदि चीज़ों को देखने के बाद भी वह कुछ विचलित नहीं हुआ। पल भर में टूटनेवाले खिलौने और खाद्य पदार्थ भी दादी के प्यार के सामने कुछ नहीं रहे। इसलिए उसने दादी की कठिनाई को याद करके चिमटा लिया।
प्रश्न 23.
हिंदी भाषा सीखने से क्या-क्या लाभ है ?
उत्तर:
बैंक, मीडिया, फिल्म उद्योग आदि क्षेत्रों में हिंदी की उपयोगिता है। नये-नये रोज़गारों का प्रमुख आधार है। यह हमें एकता कें सूत्र में बाँधने के लिए भी उपयोगी है। अन्य राज्यों के लोगों से बात करने के लिए भी हिंदी उपयोगी है।
प्रश्न 24.
चित्रा ने विदेश जाकर क्या किया ? आपके विचार में उसका विदेश जाना सही था? क्यों ?
उत्तर:
चित्रा विदेश में जाकर तन-मन से अपने काम में जुट गयी। उसकी लगन ने उसकी कला को निखार दिया। विदेश में उसके चित्रों की धूम मच गयी। मरी भिखारिन और दो अनाथ बच्चों के उस चित्र की प्रशंसा खूब हुई। खूब शोहरत पायी । मेरे विचार में उसका विदेश जाना सही था, क्योंकि उसको अपनी कला में निखार लाने के लिए यह काम करना ही था, क्योंकि चित्रलेखन में उसकी प्रतिभा अद्भुत थी ।
प्रश्न 25.
राजा कुमारवर्मा की जगह पर यदि तुम होते तो अकाल की समस्या से कैसे जूझते ?
उत्तर:
राजा कुमारवर्मा की जगह पर यदि मैं होता, तो मैं सारे गाँववालों को एक जगह पर इकट्ठा करूँगा। पहले सबको अनाज बाँगा। बाद में उनके पेशे के अनुसार काम कराऊँगा । जो चीजें वे बनाएँगे, उनको दूसरे शहरों में भेजकर बेचने की सलाह दूँगा। इसी बीच में, मैं भी बगलवाले खुशहाल राज्यों के शासन का अध्ययन करके राज्य की स्थिति को सुधारने की कोशिश करूँगा।
प्रश्न 26.
मदर तेरेसा ने अपने जीवन में क्या सिद्ध कर दिखाया है ?
उत्तर:
मदर तेरेसा युगोस्लाविया की थी। बचपन से वह अनाथों, गरीबों और रोगियों की सेवा करना चाहती थी। पहले तो अध्यापिका के रूप में भारत आयी। बाद में वह अपने दृढ़ संकल्प से उस सपने को साकार कर चुकी थी। उसने कथनी से कहीं करनी को अधिक महत्व दिया। वह हमेशा कहा करती थी “प्रार्थना करनेवाले होठों से कहीं अच्छे सहायता करनेवाले हाथ हैं।” इस प्रकार वह अपने जीवन में लगन से काम करने पर सफलता आराम से क़दम चूमने की बात सिद्ध कर चुकी है।
भाग – V
V. निम्नलिखित निबंधात्मक प्रश्नों के उत्तर सूचना के अनुसार लिखिए। (1 × 10 = 10 M)
प्रश्न 27.
किसी एक प्रश्न का उत्तर दस पंक्तियों में लिखिए।
अ) मीरा के पद का भाव अपने शब्दों में लिखिए ।
(अथवा)
आ) विश्वशांति और विश्वबंधुत्व की भावना भारतवासी कैसे फैलायेंगे ?
उत्तर:
अ) मीराबाई श्रीहरि की लगन में दीवानी होकर कहती हैं कि मैंने तो रामनाम का रतन रूपी धन पा लिया है। मेरे सतगुरु ने अपनी कृपा से मुझे अनमोल वस्तु दी है। उनकी कृपा को मैंने प्रसन्नतापूर्वक अपना लिया। मैं जन्म-जन्म की पूँजी भक्ति को पाकर, इस संसार की मोह-माया को खो चुकी हूँ। यह न तो खर्च होगी और न ही चोर इसे चुरा सकेगा। यह तो दिन-ब-दिन बढ़ती ही जाती है। सतगुरू सत्य की नौका का नाविक होता है। तभी भवसागर को पार भी कर लिया जाता है।
मीराबाई कहती हैं कि हे मेरे प्रभु गिरधर नागर! तुम्हारी लीला अवर्णनीय है, असीम है। तुम्हारे गुणों का वर्णन करते हुए मुझे अत्यंत सुख की अनुभूति होती है।
(अथवा)
आ) कवि परिचय : ‘हम भारतवासी’ कविता के कवि श्री रमेश पोखरियाल निशंक है । इनकी रचनाओं का मुख्य प्रतिपाद्य ‘देशभक्ति’ है ।
प्रमुख रचनाएँ : समर्पण, नवंकुर, मुझे विधाता बनना है, तुम भी मेरे साथ चलो, जीवन पथ में, मातृभूमि के लिए, कोई मुश्किल नहीं आदि ।
कविता का सारांश : भारत प्राचीन देश है। यहाँ की संस्कृति और सभ्यता सारे विश्व को लुभाती है । सत्यवानों, अहिंसावादियों, संतों-सूफियों, कर्तव्यनिष्ठों, धर्मनिष्ठों और देशभक्तों की पावन भूमि भारत देश है। आज यहाँ का बच्चा-बच्चा भी इनके मार्ग पर चलकर विश्वशांति व विश्वबंधुत्व की पवित्र भावनाओं से दुनिया को पावन धाम बनाना चाहता है।
हम भारतवासी दुनिया को पावन धाम बनायेंगे। मन में श्रद्धा और प्रेम का अद्भुत दृश्य दिखायेंगे। ऊँच-नीच का अंतर भूलकर हृदय में प्यार भरेंगे। हमारे अंदर के घृणा भाव को चकनाचूर करके अमृत की वर्षा बरसायेंगे । अपने अंदर की निराशा को दूर करके विश्वास जगाएँगे।
अगर लोग किसी उलझन में उलझें तो असलियत से मालूम करायेंगे। पथ भ्रष्ट लोगों को सही मार्ग-दर्शन करेंगे। जिंदगी को खुशियों से भर देंगे। सबके जीवन में सत्य, अहिंसा, त्याग, समर्पण के भाव जगाएँगे। सांसारिक कठिनाइयों को दूर करके धरती को स्वर्ग बनाएँगे। दुनिया में विश्वबंधुत्व का मूल मंत्र फैलाएँगे। इससे हम भारतवासी दुनिया को पावन धाम बनायेंगे।
नीति : यह कविता बच्चों में सत्य, अहिंसा, त्याग और समर्पण की भावना जागृत कर, उन्हें विश्वबंधुत्व की ओर कदम बढ़ाने की प्रेरणा देती है।
प्रश्न 28.
किसी एक प्रश्न का उत्तर दस पंक्तियों में लिखिए । (1 × 10 = 10 M)
अ) अच्छे नागरिक बनने के लिए कौन-से गुण होने चाहिए ?
(अथवा)
आ) “वास्तविक लोकगीत देश के गाँवों और देहातों में है ।” इस पर अपने विचार स्पष्ट कीजिए ।
उत्तर:
अ) अच्छे नागरिक बनने के लिए निम्न लिखित गुण होने चाहिए। वे हैं –
- अनुशासन का पालन करना चाहिए।
- खूब पढ़ाई करनी चाहिए।
- कड़ी मेहनत करनी चाहिए।
- अपने प्रति ईमानदारी से रहना चाहिए।
- दूसरों के प्रति आदर दिखाना चाहिए।
- अपने जीवन में पहले एक लक्ष्य बनाना चाहिए।
- नैतिक मूल्यों को भी ग्रहण करना चाहिए।
- छात्रों को हमेशा परिश्रमी बनने का प्रयास करना चाहिए ।
- देश की सामाजिक परिस्थिति को जानने का प्रयास करना चाहिए।
- बाधाओं से लड़ते हुए उन पर विजय प्राप्त करनी चाहिए।
ये कार्य न केवल हमको बल्कि हमारे राष्ट्र को भी विकास और समृद्धि के पथ पर ले जायेंगे ।
(अथवा )
VI.
आ) लेखक का परिचय : लोकगीत निबंध के निबंधकार श्री भगवतशरण उपाध्याय हैं। इन्होंने कहानी, कविता, निबंध आदि में अपनी विशेष छाप छोड़ी है।
रचनाएँ : विश्व साहित्य की रूपरेखा, कालिदास का भारत, ठूंठा – आम, गंगा गोदावरी आदि।
पाठ का सारांश : हमारी संस्कृति में लोकगीत और संगीत का अटूट संबंध है। लोकगीत अपनी लोच, ताजगी और लोकप्रियता में शास्त्रीय संगीत से भिन्न हैं। लोकगीत सीधे जनता के संगीत हैं। ये घर, गाँव और नगर की जनता के गीत हैं। इनके रचनेवाले भी अधिकतर गाँव के ही हैं। स्त्रियों ने भी इनकी रचना में विशेष भाग लिया हैं। ये गीत बाजों की मदद के बिना ही या साधारण ढोलक, झाँझ, करताल, बाँसुरी आदि की सहायता से गाये जाते हैं। लोकगीतों के कई प्रकार हैं। इनका एक प्रकार तो बड़ा ही ओजस्वी और सजीव है। यह इस देश के आदिवासियों का संगीत है।
पहाड़ियों के अपने-अपने गीत हैं और उन्हें गाने की अपनी-अपनी विधियाँ हैं । वास्तविक लोकगीत देश के गाँवों और देहातों में हैं। इनका संबंध देहात की जनता से है। इनमें बड़ी जान होती हैं। इन देहाती गीतों के रचयिता कोरी कल्पना को इतना मान न देकर अपने गीतों के विषय हर दिन के बहते जीवन से लेते हैं, जिससे वे सीधे मर्म को छू लेते हैं। उनके राग भी साधारणतः पीलू, सारंग, दुर्गा, सावन, सोरठ आदि हैं।
इनकी भाषा के संबंध में कहा जा चुका है कि ये सभी लोकगीत गाँवों इलाकों की बोलियों में गाये जाते हैं। भोजपुरी में करीब तीस चालीस बरसों ‘बिदेसिया’ का प्रचार हुआ है। एक दूसरे प्रकार के बड़े लोकप्रिय गाने ‘आल्हा ‘ के हैं। अधिकतर ये बुंदेलखंडी में गाये जाते हैं।
अपने देश में स्त्रियों के गीतों की संख्या अधिक हैं। एक विशेष बात यह है कि नारियों के गाने साधारणतः अकेले नहीं गाये जाते, दल बाँधकर गाये जाते हैं। स्त्रियाँ ढ़ोलक की मदद से गाती हैं। गुजरात का एक प्रकार का दलीय गायन ‘गरबा’ है इसमें नाच-गान साथ-साथ चलते हैं। इसी प्रकार ब्रज में रसिया होली के अवसर पर चलता है। गाँव के गीतों के वास्तव में अनंत प्रकार हैं। वहाँ के अनंत संख्यक गाने उद्दाम जीवन के प्रतीक हैं।
नीति : छात्र विभिन्न प्रांतों के लोकगीतों को पढ़कर, समझकर वे भी खुद लोकगीतों का सृजन अपनी मातृभाषा में करने की प्रेरणा पाते हैं।
भाग – VI
VI. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर सूचना के अनुसार लिखिए। (1 × 8 = 8 M)
प्रश्न 29.
किसी एक प्रश्न का उत्तर लिखिए ।
अ) हिंदी सीखने की ज़रूरत बताते हुए छोटे भाई के नाम पत्र लिखिए ।
(अथवा)
आ) अपने स्कूल में मनाए गए किसी राष्ट्रीय पर्व का वर्णन करते हुए मित्र को पत्र लिखिए।
उत्तर:
कैकलूर,
दि. XX.XX.XXXX
प्रिय भाई,
मैं यहाँ कुशल हूँ | आशा करता हूँ कि तुम भी वहाँ कुशल हो । गर्मी की छुट्टियों में मैं दिल्ली देखने गया। वहाँ तो सभी लोग हिंदी ही बोलते हैं। मुझे तो बड़ी खुशी हुई है ।
हिंदी सुनने में और बोलने में बहुत अच्छी लगती है । यह हमारी राजभाषा है | दिल्ली से लौट आने के बाद मुझे हिंदी सीखने की बड़ी इच्छा हुई । खासकर इसे सीखने से भाईचारे की भावना बढ़ती है ।
इसलिए अब मैं हिंदी प्रचार सभा की परीक्षाएँ लिखने की तैयारी कर रहा हूँ । अतः तुम भी हिंदी सीखने का प्रयत्न करो । माता-पिता को मेरे प्रणाम कहना ।
तुम्हारा प्रिय भाई,
मोहन |
पता :
वि. भार्गव,
1-16-35/A,
गीता मंदिर,
लंकपल्ली
(अथवा)
आ)
विजयवाडा,
दि. XX.XX.XXXX
प्रिय मित्र धीरज,
मैं यहाँ कुशल हूँ । आशा है कि तुम भी कुशल हो । मैं अच्छी तरह पढ़ रहा हूँ ।
हमारे स्कूल में पिछले महीने यानी 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाया गया । हम सभी छात्रों ने मिलकर बड़ी धूम-धाम से पाठशाला भवन को, मैदान को सजाया । सुबह 8 बजे कार्यक्रम शुरू हुआ। नगर के पुलिस कमीशनर मुख्य अतिथि बने । ठीक 8 बजे राष्ट्रीय झंडा फहराया गया । कमीशनर जी ने गणतंत्र दिनोत्सव के बारे में भाषण दिया । सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने सब को आकर्षित किया । राष्ट्र गान के साथ कार्यक्रम खत्म हुआ ।
तुम भी अपने स्कूल के बारे में ज़रूर लिखना । तुम्हारे माता पिता को मेरा प्रणाम कहना |
तुम्हारा प्रिय मित्र,
एस. रमण ।
पता :
के. धीरज,
D. No. 18-3-120A,
शिवालय बाजार,
अयोध्या नगर,
काकिनाडा |
प्रश्न 30.
संकेत शब्दों के आधार पर निम्न दिये गए शब्दों में से सही शब्दों को चुनकर किसी एक निबंध के रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए । (1 × 8 = 8 M)
अ) कोरोना विषाणु :
(सामाजिक दूरी, समस्याएँ, विषाणु, दुनियाभर, खतरा, मास्क, घोषित, महामारी, प्रतिरोधक, कोशिश, अवश्य, बीमारी, तैयारियाँ, निपटा, नज़दीकी, चीन के वुहान)
कोविड – 19 एक …….. (1) जनित रोग है । इसने ………. (2) का रूप ले लिया है। इसका संक्रमण ……. (3) में तेज़ी से फैल रहा है। इसका संक्रमण दिसंबर 2019 में ……… (4) में शुरू हुआ था। यह स्वसन तंत्र को बुरी तरह से प्रभावित करती है। इससे रोगी की मृत्यु भी हो जाती है ।
कोविड- 19 के संक्रमण से बुखार, जुकाम, साँस लेने में तकलीफ़, नाक बहना और गले में खराश जैसी ………. (5) उत्पन्न होती हैं। छोटे बच्चे, बुजुर्ग या जिन लोगों को पहले से अस्थमा, मधुमेह या हृदय संबंधी बीमारी है, उनके मामले में ……. (6) गंभीर हो सकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी इसे महामारी …….. (7) कर दिया हैं।
इससे बचने के लिए निम्न काम करना चाहिए।
1. हमेशा अपने हाथ धोएँ ।
2. अपने मुँह को बार-बार न छुएँ।
3. एक दूसरे से एक मीटर की …….. (8) बरतनी चाहिए।
4. ……….. (9) अवश्य लगाएँ।
5. लोगों से हाथ न मिलाएँ।
6. गरम पानी का सेवन करें।
7. अपने रोग ……… (10) क्षमता को बेहतर करें।
8. हर दिन पौष्टिक भोजन लें और व्यायाम, योग का अभ्यास करें।
कोविड – 19 एक जानलेवा ……….. (11) है । यह कभी भी और किसी को भी हो सकती है। इसलिए संक्रमण की स्थिति में खुद को दूसरों से अलग कर लें और ……… (12) सरकारी कोविड अस्पताल में सूचित करें। इसलिए बतायी गयी सावधानियाँ ………….. (13) बरतें और सतर्क रहें। अब तक इस विषाणु को फैलने से रोकने वाला कोई टीका नहीं बना है। सरकार भी पूरी तरह से इसी ……….. (14) में लगी है और इससे निपटने के लिए कई तरह की ………. (15) की है। अतः खुद की सुरक्षा से कोरोना विषाणु से ………… (16) जा सकता है।
(अथवा)
आ) स्वास्थ्य का महत्व :
(शौचालयों, स्वच्छ, स्वस्थ, तेल, स्नान, उन्मूलन, कदम, हाथ, आवश्यक, बढ़ना, चूना, साफ-सुथरा, आस-पास, कपड़े, काटना, फर्नीचर)
……. (1) रहने के लिए …….. (2) रहना ज़रूरी है। स्वच्छ रहना माने, हरदिन ……… (3) करना चाहिए। साफ ………. (4) पहनने चाहिए । नाखून बढ़ने पर उन्हें …………. (5) चाहिए । सिर पर ……. (6) लगाकर कंघी करनी चाहिए । भोजन से पहले ……… (7) धोने चाहिए। इतना ही नहीं, ………. (8) की सफाई पर ध्यान देना चाहिए । गलियों, सड़कों आदि को ………. (9) रखना है।
शहरी क्षेत्रों में अस्वच्छ …….. (10) को फ्लश शौचालय में बदलना है। मैला धोने की प्रथा का …….. (11) करना है। समय-समय पर दीवारों को साफ करके …….. (12) लगाना, टूटे-फूटे ……… सुधारना, बगीचों में पौधों को सींचना ……. (14) है।
स्वस्थ रहने के लिए सबको एक ………… (15) स्वच्छता की ओर ……….. (16) चाहिए।
उत्तर:
अ) 1. एक विषाणु जनित
2. इसने महामारी का
3. संक्रमण दुनियाभर में
4. में चीन के वुहान में
5. जैसी समस्याएँ उत्पन्न
6. में खतरा गंभीर
7. महामारी घोषित कर
8. की सामाजिक दूरी
9. चाहिए। मास्क अवश्य लगाएँ ।
10. रोग प्रतिरोधक क्षमता
11. लेवा बीमारी है।
12. और नजदीकी सरकारी
13. सावधानियाँ अवश्य बरतें
14. इसी कोशिश में
15. की तैयारियाँ की
16. से निपटा जा
(अथवा)
आ)
1. स्वस्थ
2. लिए स्वच्छ रहना
3. हरदिन स्नान करना
4. साफ़ कपड़े पहनने
5. उन्हें काटना चाहिए।
6. पर तेल लगाकर
7. पहले हाथ धोने
8. नहीं, आस-पास की
9. को साफ-सुथरा रखना
10. अस्वच्छ शौचालयों को
11. का उन्मूलन करना
12. करके चूना लगाना,
13. टूटे-फूटे फर्नीचर को
14. सींचना आवश्यक है।
15. एक कदम स्वच्छता
16. ओर बढ़ना चाहिए ।