Practice with AP 10th Class Hindi Model Papers Set 2 instills confidence in students to face the actual exam.
AP SSC Hindi Model Paper Set 2 with Solutions
Time : 3. 15 hours
Max. Marks: 100
सूचना :
- प्रश्न पत्र पढ़ने के लिए 15 मिनट का समय निर्धारित है।
- सभी प्रश्नों के उत्तर, उत्तर पुस्तिका में ही लिखें ।
- प्रश्न पत्र में छः भाग है ।
भाग – I
I. निम्न लिखित प्रश्नों के उत्तर सूचना के अनुसार लिखिए। (12 × 1 = 12 M)
प्रश्न 1.
रत्न बहुत मूल्यवान है । पायो जी म्हें तो राम रतन धन पायो ।
(रेखांकित शब्द का तत्भव रूप पहचानिए |)
उत्तर:
रतन ।
प्रश्न 2.
हिंदी की उपयोगिता आजकल बढ़ती जा रही है । (क्रिया विशेषण शब्द पहचानकर लिखिए |)
उत्तर:
आजकल
प्रश्न 3.
एक हजार छः सौ तिरसठ । (संख्याओं में लिखिए | )
उत्तर:
1663
प्रश्न 4.
दादी तवे …… रोटियाँ उतारती है । (इनमें से सही कारक चिह्नन पहचानकर लिखिए ।)
को / से / में
उत्तर:
से
प्रश्न 5.
बिहारी सतसई प्रसिध्द रचना है । (रेखांकित शब्द का समास पहचानकर लिखिए ।)
1. द्वंद्व समास | 2. द्विगु समा |
उत्तर:
2. द्विगु समास
प्रश्न 6.
पेड़- पौधों से पर्यावरण संतुलित होता है । (रेखांकित शब्द का संधि – विच्छेद कीजिए ।)
उत्तर:
परि + आवरण
प्रश्न 7.
आशावादी – अर्थ पहचानिए ।
A. आशा करनेवाला | B. निराशा में रहनेवाला |
उत्तर:
A. आशा करनेवाला
प्रश्न 8.
लक्षमीबाई नींव का पत्थर बनना चाहती है । (मुहावरेदार शब्द पहचानकर लिखिए ।)
A. नींव का पत्थर बनना । | B. लक्ष्मीबाई चाहती है । |
उत्तर:
A. नींव का पत्थर बनना ।
प्रश्न 9.
नौकर सामान लाता है । (लिंग बदलकर फिर से पूरा वाक्य लिखिए ।)
उत्तर:
नौकरानी सामान लाती है ।
प्रश्न 10.
लड़का घर जाता है । (वचन बदलकर फिर से पूरा वाक्य लिखिए |)
उत्तर:
लड़के घर जाते हैं ।
प्रश्न 11.
सीता गाना गाती है । (वाक्य को भबिष्यकाल में बदलकर लिखिए |)
उत्तर:
सीता गाना गायेगी।
प्रश्न 12.
मेरे को आम चाहिए । ( इस वाक्य को शुद्ध रूप में लिखिए | )
उत्तर:
मुझे आम चाहिए ।
भाग- II
II. प्रश्न पत्र संख्या 13 से 16 तक दिये गये गद्यांश, पद्यांश पढ़कर निर्देश के अनुसार उत्तर दीजिए ।
13. निम्नलिखित गद्यांश पढ़कर उत्तर पहचानकर लिखिए । (5 × 1 = 5 M)
भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में देश को एकता के सूत्र में बाँधने के लिए एक भाषा की आवश्यकता हुई। यह काम हिंदी से ही साध्य हो सका। आज हमें एक से अधिक भाषाएँ सीखना ज़रूरी है, जिनमें हिंदी और अंग्रेजी का स्थान महत्वपूर्ण है। हिंदी से हम सारे भारत की पहचान अच्छी तरह से कर सकते हैं
प्रश्न :
अ) ‘अनेकता’ शब्द का विलोम शब्द पहचानकर लिखिए ।
उत्तर:
एकता
आ) उनमें हिंदी का स्थान महत्वपूर्ण है । (इस वाक्य में विशेषण शब्द क्या है ?)
उत्तर:
महत्वपूर्ण
इ) ‘ईय’ प्रत्यय से जुड़ा हुआ शब्द पहचानकर लिखिए ।
उत्तर:
भारतीय
ई) ‘आज़ादी’ शब्द का पर्यायवाची शब्द पहचानकर लिखिए |
उत्तर:
स्वतंत्रता
उ) आज हमें एक से अधिक भाषाएँ सीखना जरूरी है । (सर्वनाम शब्द पहचानिए )
उत्तर:
हमें
14. निम्नलिखित पद्यांश पढ़कर दिये गये प्रश्नों के उत्तर विकल्पों में से चुनकर लिखिए। (5 × 1 = 5 M)
उलझन में उलझे लोगों को, तथ्य दीप समझायेंगे ।
भटक रहे जो जीवन पथ से, उनको राह दिखायेंगे ||
हम खुशियों के दीप जला, जीवन ज्योत जलायेंगे ।
हम भारतवासी दुनिया को पावन धाम बनायेंगे ||
प्रश्न :
अ) भारतवासी किसको तथ्य दीप समझायेंगे ?
A) गरीबों को
B) उलझे लोगों को
C) अमीरों को
D) चोरों को
उत्तर:
B) उलझे लोगों को
आ) जीवन पथ से भटकनेवालों को क्या दिखाना चाहिए ?
A) प्रकाश
B) रोशन
C) चमक
D) राह
उत्तर:
D) राह
इ) भारतवासी दुनिया को क्या बनाना चाहते हैं ?
A) पावन धाम
B) धन धाम
C) धान्य धाम
D) स्वर्ग धाम
उत्तर:
A) पावन धाम
ई) “पावन” शब्द का अर्थ क्या है ?
A) पवित्र
B) स्वतंत्र
C) हवा
D) सूरज
उत्तर:
A) पवित्र
उ) यह पद्यांश किस पाठ से दिया गया है ?
A) बरसते बादल
B) कण-कण का अधिकारी
C) हम भारतवासी
D) नीति दोहे
उत्तर:
C) हम भारतवासी
15. निम्नलिखित गद्यांश पढ़कर दिये गये प्रश्नों के उत्तर एक वाक्य में लिखिए। (5 × 1 = 5 M)
वास्तविक लोकगीत देश के गाँवों और देहातों में हैं। इनका संबंध देहात की जनता से है। बड़ी जान होती है इनमें । बाउल और भतियाली बंगाल के लोकगीत हैं। पंजाब में माहिया आदि इसी प्रकार के हैं। हीर राँझा, सोहनी- महीवाल संबंधी गीत पंजाबी में और ढोला-मारू आदि के गीत राजस्थानी में बड़े चाव से गाये जाते हैं।
प्रश्न :
अ) वास्तविक लोकगीत का संबंध किनसे है ?
उत्तर:
वास्तविक लोकगीतों का संबंध देहात की जनता से हैं ।
आ) राजस्थानी में कौन से लोकगीत गाये जाते हैं ?
उत्तर:
राजस्थानी में ढोला-मारू लोकगीत बड़े चाव से गाये जाते हैं ।
इ) बड़ी जान किसमें होती है ?
उत्तर:
लोकगीतों में बड़ी जान होती है ।
ई) बाउल और भतियाली किस प्रांत के लोकगीत हैं ?
उत्तर:
बाउल और भतियाली बंगाल के लोकगीत हैं ।
उ) इस गद्यांश के लेखक कौन हैं ?
उत्तर:
इस गद्यांश के लेखक श्री भगवतशरण उपाध्याय जी हैं ।
16. निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर दिये गये प्रश्नों के उत्तर विकल्पों में से चुनकर लिखिए । (5 × 1 = 5 M)
टेसी थॉमस की शिक्षा-दीक्षा केरल स्थित अलप्पुझा में हुई। यहीं पर उनका जन्म हुआ था। रक्षा अनुसंधान और विज्ञान को पुरुषों का क्षेत्र माना जाता था। मगर टेसी थॉमस ने अपनी मेहनत, लगन और दृढ़ निश्चय से पुरुष | वर्चस्व वाले क्षेत्र में सफलता के नये शिखर तय किये हैं। थॉमस रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डी.आर.डी.ओ.) के अग्नि-5 कार्यक्रम की निर्देशक बनीं।
प्रश्न :
अ) टेसी थॉमस का जन्म यहाँ हुआ –
A) आँध्र प्रदेश
B) केरला
C) तमिलनाडु
D) कर्नाटक
उत्तर:
B) केरला
आ) टेसी थॉमस किस कार्यक्रम की निर्देशक बनी ?
A) अग्नि – 5
B) डी.आर.डी.ओ.
C) अग्नि – 2
D) अग्नि – 4
उत्तर:
A) अग्नि – 5
इ) यह क्षेत्र पुरुषों का क्षेत्र माना जाता है ?
A) अर्थशास्त्र
B) इंजिनीरिंग
C) रक्षा अनुसंधान और विज्ञान
D) देश की सुरक्षा
उत्तर:
C) रक्षा अनुसंधान और विज्ञान
ई) ‘जन्म’ – शब्द का विलोम शब्द क्या है ?
A) जीवन
B) चरण
C) तोरण
D) मृत्यु
उत्तर:
D) मृत्यु
उ) ‘धरती के सवाल – अंतरिक्ष के जवाब’ कैसा पाठ है ?
A) कहानी
B) जीवनी
C) साक्षात्कार
D) निबंध
उत्तर:
C) साक्षात्कार
भांग – III
III. सूचना के अनुसार निम्न लिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिये । (1 × 4 = 4 M)
प्रश्न 17.
जोड़ी बनाइए ।
उत्तर:
D,
C,
A,
B
प्रश्न 18.
निम्नलिखित जानकारी पढ़कर रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए । (1 × 4 = 4 M)
प्रेमचंद का जन्म काशी में 31 जुलाई, 1880 को हुआ । इसके बचपन का नाम धनपत राय श्रीवास्तव था । इन्होंने ट्यूशन पढ़ाते हुए मैट्रिक तथा नौकरी करते हुए बी. ए. पास किया । इन्हें ” उपन्यास सम्राट ” भी कहा जाता है । इनकी कहानियाँ मानसरोवर शीर्षक से आठ खंडों में संकलित हैं। गोदान, गबन, सेवासदन, निर्मला, कर्मभूमि, रंगभूमि, कायाकल्प, प्रतिज्ञा, मंगलसूत्र आदि इनके प्रमुख उपन्यास हैं । इनकी कहानियों में पंचपरमेश्वर, बड़े घर की बेटी, कफ़न आदि प्रमुख हैं ।
A) प्रेमचंद का जन्म ……. को हुआ ।
उत्तर:
31 जूलाई, 1880
B) इन्होंने नौकरी करते हुए ……… पास किया ।
उत्तर:
बी.ए.
C) ‘“उपन्यास सम्राट” की उपाधि से विभूषित कवि ……… है ।
उत्तर:
प्रेमचंद
D) इनकी प्रमुख उपन्यास ……… है ।
उत्तर:
गोदान
भाग- IV
IV. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर तीन या चार वाक्यों में लिखिए।
प्रश्न 19.
विश्वबंधुत्व की भावना को बढ़ाने में भारतवासियों की क्या भूमिका है ?
उत्तर:
- मन में श्रद्धा और प्रेम का अद्भुत दृश्य दिखा सकते हैं।
- हम हिंसा त्यागकर अहिंसा की राह अपना सकते हैं।
- सबमें सत्य, अहिंसा, त्याग, दानगुण को बढ़ा सकते हैं।,
- संसार में व्याप्त सारे विवादों को मिटा सकते हैं। हम विश्वबंधुत्व का मूलमंत्र दुनिया में सरसायेंगे ।
प्रश्न 20.
नर समाज का भाग्य क्या है ? अपने शब्दों में लिखिए ।
उत्तर:
मानव का श्रम और उसका भुजबल ही नर समाज का भाग्य है । उसके सामने पृथ्वी और आकाश भी विनम्रता से झुक जाते हैं । मानव सदा प्रयत्न करता रहता है। ऐसे मेहनती ही कण कण का अधिकारी है ।
प्रश्न 21.
लोकगीत किन अवसरों पर गाये जाते हैं
उत्तर:
लोकगीत ओम जनता का प्रतीक है । इनमें भारतीयता निहित है। इन गीतों को जीवन के विभिन्न अवसरों पर जैसे त्योहारों पर, नदियों में नहाते समय, नहाने जाते समय, विवाह के, मदकोड, ज्यौनार के, प्रेमयुक्त गाली के, जन्मदिन आदि सभी अवसरों पर गाये जाते हैं। इस तरह हम कह सकते मानव समाज में लोकगीतों का अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान है।
प्रश्न 22.
कलाम जी के अनुसार आदर्श छात्र के गुण क्या हैं ?
उत्तर:
- एक छात्र के लिए सबसे महत्वपूर्ण है – उसकी अपने प्रति ईमानदारी और दूसरों के प्रति आदर का गुण ।,
- अनुशासन का पालन करना चाहिए।
- खूब पढ़ाई करनी चाहिए।
- नैतिक मूल्यों को ग्रहण करना चाहिए।,
- कड़ी मेहनत करनी चाहिए।
- जीवन के प्रति एक लक्ष्य बनाना चाहिए। ये सभी गुण होने से वे ज़रूर आदर्श नागरिक बन जाते हैं।
प्रश्न 23.
बाबा गंगादास जी ने स्वराज्य की नींव के बारे में क्या कहा ?
उत्तर:
बाबा गंगादास ने रानी लक्ष्मीबाई से कहा कि जब तक हमारे समाज में छुआ-छूत और ऊँच-नीच का भेद नहीं मिट जाता, जब तक हम विलास प्रियता को छोड़कर जनसेवक नहीं बन जाते, तब तकं स्वराज्य नहीं मिल सकता। वह मिल सकता है केवल, सेवा, तपस्या और बलिदान से ।
प्रश्न 24.
शांति की परिभाषा क्या हो सकती है ? अपने शब्दों में लिखिए ।
उत्तर:
शांति मधुरता और भाईचारे की अवस्था है। इसमें वैर भाव बिल्कुल नहीं रहता। शांति के बिना जीवन का आधार ही नहीं है । यह एक पवित्र भावना है। संपत्ति और स्वास्थ्य से भी अधिक मूल्यवान मन की शांति है। युद्ध का विलोम ही शांति है। मन को बुरे रास्ते पर चलने से नियंत्रित करना ही शांति है।
प्रश्न 25.
अरुणा की ममता पर अपने विचार व्यक्त कीजिए ।
उत्तर:
अरुणा अद्वितीय स्त्री है। बाढ़ पीड़ित लोगों की सेवा में दिलोजान लगा चुकी है। उसके बाद मरी भिखारिन के अनाथ बच्चों को ऐसे ही उनकी दशा पर न छोड़कर उनको अपना चुकी है। उन बच्चों को अपने खुद के बच्चों के रूप में पालना करना बड़े आश्चर्य की बात है । जब चित्रा से मिलती है, उन बच्चों का परिचय देना और भी रोचक विषय है। दूसरों के बच्चों को भी बड़े प्यार से पालती है। इससे हमें पता चलता है कि अरुणा, सचमुच मानवता की मूर्ति है।
प्रश्न 26.
अकाल की समस्या के निवारण के लिए राजा ने क्या- क्या उपाय सोचे होंगे ?
उत्तर:
- अकाल की समस्या सुलझाने के लिए राजा कई बुद्धिमानों, हाज़िर जवाबदारों और विद्वानों को बुलाया होगा।
- राज भंडार का अनाज लोगों में बाँटा होगा।
- अड़ोस-पड़ोस के राज्यों से अनाज उधार लिया होगा ।
- किसी खुशहाल राज्य के राजा से भेंटकर वहाँ के शासन नियमों का पता लगाने की कोशिश की होगी ।
- अंत में बिना किसी भूल के राज्य शासन चलाने की कोशिश की होगी।
भाग – V
V. निम्नलिखित निबंधात्मक प्रश्नों के उत्तर सूचना के अनुसार लिखिए। (1 × 10 = 10 M)
प्रश्न 27.
किसी एक प्रश्न का उत्तर दस पंक्तियों में लिखिए।
अ) वर्षा के समय प्रकृति की शोभा दर्शनीय होती है । ‘बरसते बादल’ कविता के आधार पर स्पष्ट कीजिए ।
(अथवा)
आ) रैदास की भक्ति भावना का वर्णन कीजिए ।
उत्तर:
अ) कवि परिचय : ‘बरसते बादल’ कविता के कवि श्री सुमित्रानंदन पंत है । वे छायावाद के प्रमुख कवि माने जाते हैं। उनको चिदंबरा काव्य पर ज्ञानपीठ पुरस्कार प्राप्त हुआ है ।
रचनाएँ : वीणा, ग्रंथि, पल्लव, गुंजन, युगांत, ग्राम्या, स्वर्ण किरण, कला और बूढ़ा चाँद तथा चिदंबरा आदि ।
कविता का सारांश : इस कविता में प्रकृति का सुंदर चित्रण है। श्रावणमास के मेघ झम-झम बरसते हैं। वृक्षों से बूँदें छम-छम गिरती हैं। बादलों के अंधकार में बिजली चमक रही है। दिन के तम में मैन के सपने जगते हैं।
आसमान में जब काले बादल छा जाते हैं, तब मेंढक टर्राते हैं, मोर कूकते हैं, चातक भी खुशी के मारे आवाज़ करते हैं। सोनबलाक आर्द्र सुख से रोते हुए बढ़ते हैं। आसमान में बादल घुमड़ते हुए गर्जन करते हैं।
बारिश की बूँदें सीधे मन को छूती हैं। इससे मन झूम उठता है। धरती पर जल की धाराएँ बहकर मिट्टी के कण- क में हर तिनके को खुश करती हैं। तब पानी की धारा पकड़कर इंद्र धनुष के झूले में मन झूलना चाहता है । कवि का मन करता है – “सब लोग मिलकर सावन के गीत गाएँ । मनभावन सावन को अपने अपने जीवन में फिर फिर आने की कल्पना करें ताकि सब के जीवन में उल्लास और उत्साह बना रहें ।
नीति : वर्षा सभी प्राणियों के लिए जीवनाधार है।
(अथवा)
आ) भक्तिकाल की ज्ञानमार्गी शाखा के प्रमुख कवियों में रैदास एक हैं। उनका जीवन काल सन् 1482-1527 है। उनकी भक्ति दास्य भाव की है । वे भगवान को अपने स्वामी और अपने आपको उनका दास मानते थे । मूर्तिपूजा, तीर्थयात्रा जैसे दिखावटों पर इन्हें विश्वास नहीं है। वे मीराबाई के गुरु है । दास्य भक्ति में भक्त स्वयं को तुच्छ और लघु मानकर पूरी तरह अपने को भगवान को समर्पित कर देता है। इनके पद ‘गुरु ग्रंथ साहिब’ में संकलित हैं।
अपनी चौपाई में कवि ने अपने आराध्य की याद करते हुए उनसे अपनी तुलना की है। वे स्वीकार करते हैं कि उनका प्रभु चंदन है तो वे स्वयं पानी हैं। इसीलिए उनके अंग अंग में उसकी गंध समाई हुई है । उनका प्रभु वर्षा से भरा घना बादल है तो वे स्वयं मोर हैं। वे उनकी ओर ठीक उसी तरह निहार रहे हैं जैसे चकोर चाँद को निहारता है। उनका प्रभु यदि मोती है तो वे वह धागा है जिसमें वह मोती पिरोया हुआ है। उनका प्रभु स्वामी है तो वे उसके दास हैं ।
प्रश्न 28.
किसी एक प्रश्न का उत्तर दस पंक्तियों में लिखिए। (1 × 10 = 10 M)
अ) ‘ईदगाह’ पाठ के आधार पर हामिद की भावनाओं को स्पष्ट कीजिए ।
(अथवा)
आ) लेखक ने अपनी यात्रा वृत्तांत में गोदावरी नदी की कौन सी विशेषताएँ बतायी ?
उत्तर:
अ) कहानीकार का परिचय : ‘ईदगाह’ कहानी के कहानीकार श्री प्रेमचंद हैं। वे आदर्शोन्मुख यथार्थवादी कहानीकार हैं। इन्हें “उपन्यास सम्राट” भी कहा जाता है।
कहानी का सारांश : रमज़ान के पूरे तीस रोजों के बाद ईद आयी। सारा वातावरण सुंदर था । सब लोग ईदगाह जाने की तैयारियाँ कर रहे थे । हामिद चार पाँच साल का दुबला पतला लड़का था । उनके माता – पिता मर चुके थे । वह अपनी बूढ़ी दादी अमीना के साथ रहता था। सब बच्चों के साथ हामिद भी ईदगाह जाकर मेले में भाग लेना चाहता था । इसलिए वह बहुत खुश था । मगर अमीना को अपनी गरीबी और हामिद की चिंता सता रही थी । हामिद अपने दोस्त महमूद, मोहसिन, नूर, सम्मी के साथ मिलकर ईदगाह पहुँचा। उसके पास केवल तीन, पैसे ही थे ।
हामिद ईद के नमाज़ के बाद मेले में जाकर वहाँ अपने साथियों के साथ मिठाईयाँ और खिलौने की दुकानों पर जाकर देखता रहता था । उनके साथी अपने अपने मनपसंद मिठाइयाँ, खिलौने खरीदते थे। मगर हामिद कुछ भी नहीं खरीदता । उसके साथियों के ललचाने पर भी वह कुछ नहीं खरीदता; क्योंकि उसके पास केवल तीन ही पैसे थे । वह लोहे की दुकान के पास जाकर अपनी दादी माँ के लिए एक लोहे का चिमटा खरीदता है; क्योंकि दादी माँ के हाथ की उँगिलयाँ चिमटा नहीं होने के कारण रोटियाँ सेंकते समय जल जाती थी । इसलिए वह अपने आप के लिए खिलौने, मिठाइयाँ न खरीदकर अपनी बूढ़ी दादी माँ के लिए चिमटा खरीदता है ।
घर वापस पहुँचकर हामिद अपनी दादी माँ को चिमदा दिखाता है । दादी पहले तो नाराज़ हो गई। बाद में दादी . माँ का क्रोध स्नेह में बदल गया । बच्चे का त्याग, सद्भावना, विवेक पर वह मुग्ध होती है । हामिद को दुआएँ देती है ।
इस तरह प्रेमचंद हामिद और अमीना के बीच के मानवता पूर्ण मार्मिक प्रेम को इस कहानी के द्वारा दर्शाते है ।
नीति / शिक्षा : इस कहानी से छात्रों में त्याग, सद्भाव व विवेक जैसे संवेदनशील और कर्त्तव्य बोध संबंधी गुणों का विकास होता है।
(अथवा)
आ) ‘दक्षिणी गंगा गोदावरी’ यात्रा-वृत्तांत पाठ है। इसमें गोदावरी का महत्त्व और उसके तटों का सौंदर्य वर्णित है।
एक बार निबंधकार श्री काका कालेलकर चेन्नई से राजमहेंद्री जा रहे थे। बरसात के दिन थे । बेजवाड़े में सूर्योदय हुआ। उन्होंने कृष्णा माता के दर्शन करके गर्व का अनुभव किया। कृष्णा और गोदावरी ने दक्षिण के उन्नत प्रदेश को तर करके उसे धन-धान्य से समृद्ध कर दिया।
लेखक ने गंगा, सिंधु, शोणभद्र, गोदावरी, ऐरावती, कृष्णा जैसे विशाल जल-प्रवाह जी भरकर देखे हैं। राजमहेंद्री के पास गोदा की शोभा तो भुलाया नहीं जा सकता । गोदावरी का प्रवाह पहाड़ से निकलकर अपने गौरव के साथ आता हुआ दिखाई देता था ।
लोग यहीं पर पवित्र गंगा जल के कलश आधे गोदा में उड़ेलते हैं और फिर गोदा के पानी से उन्हें भरकर ले जाते हैं। गोदावरी को अनेक मार्गों द्वारा सागर में मिलना था । समुद्र से मिलने जाते समय उसका संभ्रम भी उदात्त रूप में ही व्यक्त हो सकता है।
गोदावरी ने तो माता के समान दूध जैसे जल को राम-लक्ष्मण सीता से लेकर बूढ़े जटायु तक पिलाया। इसके तट पर अनेक शूर-वीर, तत्वं चिंतक, संत, राजनीतिज्ञ, देश भक्त, ईश भक्त आदि ने जन्म लिए हैं। इसके दर्शन मात्र से कृतार्थ बन जाते हैं। इसके पानी में अमोघ शक्ति है। इसके एक बूँद का सेवन भी व्यर्थ नहीं जाता । इसलिए काका कालेलकर ने गोदावरी को दक्षिणी गंगा की संज्ञा दी होगी ।
भाग – VI
VI. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर सूचना के अनुसार लिखिए।
प्रश्न 29.
किसी एक प्रश्न का उत्तर लिखिए । (1 × 8 = 8 M)
अ) जगनन्ना आनिमुत्यालू के बारे में अपने मित्र के नाम पत्र लिखिए |
(अथवा)
आ) आवश्यक पुस्तकें माँगते हुए पुस्तक विक्रेता के नाम पत्र लिखिए ।
उत्तर:
अ)
45,
5 स्ट्रीट,
एन. डी. आर. पुरम,
विशाखपट्टणम,
दि. 7.12.XXXX.
प्रिय वैष्णवी,
मुझे उम्मीद है कि तुम ठीक हो । मैं इस पत्र में अपने सरकार द्वारा आयोजित किया गया जगनन्ना आनिमुत्यालु के बारे में लिखना चाहती हैं । आंध्र प्रदेश सरकार इस शैक्षिणिक वर्ष में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों की सफलता को मनाने के लिए एक महान कार्यक्रम आयोजित कर रही है । दसवीं कक्षा और इंटरमीडिएट परीक्षाओं में निर्वाचन क्षेत्र, जिला और राज्य स्तर पर प्रथम तीन रैंक हासिल करने वाले छात्रों को राज्य सरकार नकद पुरस्कार प्रदान करेगी। इसे “जगनन्ना आनिमुत्यालू” नाम से हमारे मुख्यमंत्री श्री वाई.एस. जगनमोहन रेड्डी ने शुरू किया है । नकद पुरस्कार निम्नानुसार प्रदान किया जाएगा :
राज्य स्थर | जिल्ला स्थर | नीर्वाचन क्षेत्र स्थर | |
प्रथम स्थान | 1,00,000/- | 50,000/- | 15,000/- |
दूसरा स्थान | 75,000/- | 30,000/- | 10,000/- |
तीसरा स्थान | 50,000/- | 15,000/- | 5,000/- |
हम अपनी पढ़ाई में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करके इस अवसर का उपयोग कर सकते हैं । मैं चाहती हूँ कि हम भी यह पुरस्कार जीते और एक महान स्तर तक पहुंचे ।
तुम्हारी प्यारी मित्र,
भार्गवी ।
पता :
वि. वैष्णवी, D/o सुरेश,
D. No. 6-7-8, गाँधी बाजार,
काकिनाडा |
(अथवा)
आ)
तिरुपति,
दि. XX.XX.XXXX.
प्रेषक :
पी. भगवान,
दसवीं कक्षा / सी,
विश्व भारती हाईस्कूल,
तिरुपति।
सेवा में
श्री व्यवस्थापक,
पुस्तक बिक्री विभाग.
श्री राघवेन्द्र बुक डिपो,
विजयवाड़ा – 1.
मान्य महोदय,
सादर प्रणाम। निवेदन है कि मुझे कुछ पुस्तकों की आवश्यकता है। आपसे प्रार्थना है कि निम्न लिखित पुस्तकें मेरे पते पर वी. पी.पी. द्वारा भेजने की कृपा करें। अग्रिम के तौर पर डेढ़ सौ रुपये भेज रहा हूँ ।
निम्न लिखित किताबें तुरंत भेजिए ।
- हिंदी निबंध प्रवेशिका – 2 प्रतियाँ
- काव्यमाला – 2 प्रतियाँ
- हिंदी तेलुगु कोश – 2 प्रतियाँ
- व्यासमंजरी – 2 प्रतियाँ
- सरल हिंदी व्याकरण – 3 प्रतियाँ
आपका,
पी. भगवान ।
प्रश्न 30.
संकेत शब्दों के आधार पर निम्न दिये गए शब्दों में से सही शब्दों को चुनकर किसी एक निबंध के रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए । (1 × 8 = 8 M)
अ) जल हमारे जीवन का आधार :
(समाप्त, रक्षा, अत्यंत, व्यर्थ, इस्तेमाल, महायज्ञ, फेरना, खाइयाँ, कर्तव्य, नागरिक, संभव, भविष्य, मूल्य, सरकार, फेंकने, अनपढ़)
भूमि पर रहनेवाले हर प्राणी के लिए पानी …………. (1) आवश्यक है । जल के बिना भूमि पर जीवन ………. (2) नहीं । अतः हमें जल की ………… (3) करनी चाहिए। यह काम किसी ………….. (4) या कुछ स्वयं सेवी संस्थाओं पर थोपकर हमें मुँह नहीं ………. (5) चाहिए । यह कोशिश हर घर से होनी चाहिए ।
बच्चे कल के ……. (6) होते हैं । वे देश के नव निर्माता हैं । उनमें शक्ति कूट कूटकर भरी होती है । अगर उसे सही तरीके से …… (7) किया जाए तो वे तकदीरें बदल सकते हैं। उनका ………. (8) होता है कि वे अपना और अपनी आनेवाली पीढ़ियों का ……….. (9) सुनिश्चित करें । इसके लिए छात्रों को जल की समस्या ………. (10) करने की कोशिश करनी चाहिए । इसके लिए छात्र निम्न क़दम उठा सकते हैं-
पानी का नल इस्तेमाल के तुरंत बंद कर देना चाहिए । पानी न व्यर्थ करें और न करने दें। ज़रूरत से. ज़्यादा पानी का इस्तेमाल न करें। पानी के हर एक बूँद का ……….. (11) समझकर उसका सदुपयोग करे । कूड़ा – करकट कभी पानी में न ……….. (12) दे । घर के व्यर्थ या वर्षा के पानी को जमा करने के लिए घर के आस-पास छोटी-छोटी …….. (13) खुदवाने के लिए अपने घरवालों पर ज़ोर दें। इससे भूगर्भ जलों की मात्रा में कभी – कमी न होगी । पानी के नलों को नियमित रूप से जाँचते रहना चाहिए ताकि पानी कभी ……. (14) न बह जाए ।
कुँओं को हमेशा साफ़ रखना चाहिए । उन्हें ढककर रखना चाहिए । औद्योगिक व्यर्थ पदार्थ बिना साफ़ किए जल स्त्रोतों में मिलाए न जाए। जल का महत्व अपने आसपास के ………. (15) लोगों को बताकर उनमें चेतना ले आने की कोशिश कर सकते हैं । इस जल संरक्षण ………. (16) में अपने मित्रों व घरवालों को भी शामिल करके सफलता पाएँ ।
(अथवा)
आ) प्रिय नेता : अल्लूरि सीतारामराजु :
(दिव्य-रूप, आदर्श, तीर-तलवार, गिरफ्तार, शहीद, साहस, प्रातःकाल, बाँधने, शपथ, प्रेरणा, छापामार युद्ध कला, प्रेरणादायक जीवन लक्ष्य, गोलियों, जीवन)
ता का अर्थ होता है नेतृत्व करनेवाला । जो व्यक्ति अपने
नेता का अर्थ होता है नेतृत्व करनेवाले । जो व्यक्ति अपने …… (1) गुणों, प्रभावशाली व्यक्तित्व, अटल धैर्य, साहस एवं ओजपूर्ण वाणी से सबको एक सूत्र में …………. (2) की क्षमता रखता हो, उसे ही आदर्श नेता कहते हैं ।
स्वतंत्रता सेनानी ……… (3) अल्लूरि सीतारामराजु मेरे आदर्श नेता हैं । उनका जन्म पश्चिम गोदावरी जिले के मोगल्तूर नामक गाँव में 4 जुलाई, 1897 में हुआ। उनके पिता का नाम वेंकटरामराजु और माँ का नाम सूर्यनारायणम्मा था ।
रामराजु बचपन से ही तेजस्वी, कुशाग्र बुद्धि, सच्चरित्र और निर्भीक थे ।
रामराजु को ……. (4) में बड़ी रुचि थी । ………. (5) चलाने, घोड़े की सवारी करने, योगाभ्यास करने और एकाग्रचित्त बैठने, रामराजु ने अपना समय बिताया था । नेताजी सुभाषचन्द्र बोस की ………. (6) से वे स्वतंत्रता संग्राम में कूद पड़े । मण्यम क्षेत्र में रामराजु एक ……….. (7) में सबके सामने आये । रामराजु की वीरता, लोकप्रियता और ………. (8) से अंग्रेज भयभीत हो गये । उन्होंने रामराजु को ……. (9) कर लिया और एक अज्ञात पहाड़ी पर नज़रबंद कर दिया । आँध्र प्रदेश की जनता ने अपने प्रिय नेता को खोज निकाला । रामराज ने अपनी जनवाहिनी सेना के सम्मुख …….. (10) ली- ‘अब मेरा एक ही ………… (11) होगा – मातृभूमि से दुष्ट अंग्रेजों को मार भगा देना’ । रामराजु ने ……….(12) लड़ाई आरंभ की। उन्होंने अंग्रेजों के छक्के छुड़ा दिए ।
एक दिन …….. (13) के समय वे एक झील में स्नान कर रहे थे । उस समय अंग्रेजों ने धोखे से निहत्थे सीतारामराज को गिरफ्तार कर लिया । …….. (14) से भून डाला। सीतारामराजु वन्देमातरम् के नारे लगाते हुए दिनांक 6 मई, 1924 को शहीद हो गये ।
आज भी सीतारामराजु का ……… (15) हम सब के लिए अनुकरणीय और …….. (16) है |
उत्तर:
अ) 1. पानी अत्यंत/u> आवश्यक
2. जीवन संभव नही।
3. की रक्षा करनी
4. किसी सरकार या
5. नही फेरना चाहिए ।
6. के नागरिक होते
7. से इस्तेमाल किया
8. उनका कर्तव्य होता
9. का भविष्य सुनिश्चित
10. समस्या समाप्त करने
11. न फेंकने दें ।
12. छोटी-छोटी खाइयाँ खुदवाने
14. कभी व्यर्थ न
15. के अनपढ़ लोगों
16. संरक्षण महायज्ञ में
(अथवा)
आ)
1. अपने आदर्श गुणों
2. बाँधने की
3. सेनानी शहीद अल्लरि
4. को युद्ध – कला में
5. थी । तीर-तलवार चलाने
6. की प्रेरणा से
7. एक दिव्य रूप में
8. और साहस से
9. को गिरफ्तार कर
10. सम्मुख शपथ ली
11. ही जीवन-लक्ष्य होगा
12. ने छापामार लड़ाई
13. दिन प्रातः काल के
14. लिया । गोलियों से
15. का जीवन हम
16. और प्रेरणादायक है ।