TS Inter 2nd Year Hindi Model Paper Set 9 with Solutions

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TS Inter 2nd Year Hindi Model Paper Set 9 with Solutions

Time : 3 Hours
Max. Marks: 100

सूचनाएँ :
1. सभी प्रश्न अनिवार्य हैं ।
2. जिस क्रम में प्रश्न दिये गये हैं, उसी क्रम से उत्तर लिखना अनिवार्य है ।

खण्ड – ‘क’ (60 अंक)

1. निम्नलिखित किसी एक पद्य का भावार्थ लिखिए । (6 × 1 = 6)

1. खैर, खून, खाँसी, खुसी, बैर, प्रीति, मदपान ।
रहिमन दाबै ना दबै, जानत सकल जहान ॥
उत्तर:
भावार्थ : कवि रहीम का कहना है कि “संसार में खैरियत (स्वास्थ्य), खून (हत्या), खाँसी, खुशी, दुश्मनी, प्रेम और शराब का नशा छिपाने पर भी छिपाया नहीं जा सकता ।

భావార్థము : రహీమ్ ఈ దోహాలో “ప్రపంచంలో ఆరోగ్యం, హత్య, దగ్గు, సంతోషం / ఆనందం, శతృత్వం, ప్రేమ మరియు మద్యం మత్తును దాచినా దాగవు” అని చెప్పారు.

अथवा

2. समै- समै सुंदर सबै, रूप कुरूप न कोय ।
मन की रुचि जेती जितै, तित तेती रुचि होय ॥
उत्तर:
भावार्थ : बिहारी इस दोहे में वस्तु की सुंदर या असुंदर की स्थिति के बारे में बताते हुए कहते हैं – “इस दुनिया में कोई भी वस्तु सुंदर या असुंदर नहीं है । वरन् अपने – अपने समय पर सभी वस्तुएँ सुंदर बन जाती हैं। मनुष्य की जिस वस्तु के प्रति जितनी अधिक प्रीति होती है, वह उसे उतना ही अधिक सुंदर दिखाई देगी।

భావార్థము : బిహారీ ఈ దోహాలో వస్తువు యొక్క అందం అంద విహీనం అనే దాని గురించి ప్రస్తావిస్తూ ఇలా చెబుతున్నారు. “ఈ ప్రపంచంలో ఏ వస్తువుకూడా అందమైనది – అంద విహీనమైనది అంటూ ఉండదు. కాకపోతే వారి వారి కాలాల్లో (సమయాల్లో) అన్ని వస్తువులు అందంగా తయారైనవే. మనిషికి ఏ వస్తువు ఎడల ఎక్కువ ప్రేమ ఉంటుందో అది అతనికి అంతే ఎక్కువ అందంగా కన్పిస్తుంది.

2. निम्नलिखित किसी एक कविता का सारांश 5-6 वाक्यों में लिखए । (6 × 1 = 6)

(1) “गुलाबी चूडियाँ” पाठ का सारांश पाँच-छः वाक्यों में लिखिए ।
उत्तर:
कवि परिचय : नागार्जुन का असली नाम वैद्यनाथ मिश्र था । इनका जन्म सन् 1911 में वर्तमान मधुबनी जिले के सतलखा में हुआ था। इनके पिता गोकुल मिश्र और माता उमादेवी हैं। उनकी शिक्षा संस्कृत में हुई। उनकी मृत्यु ता 05-11-1988 को हुई ।

सारांश : नागार्जुन की कविता संवेदना और ममत्व से भरी है । प्रस्तुत कविता में बेटी के प्रति पिता का वात्सल्य दिखाई देता है। विशेषकर एक ऐसे पिता का वात्सल्य जो परदेश में रहता है। अधिकतर पिता रोजगार की चिंता में अपना परिवार को पीछे छोड़ आते हैं ।

एक प्राइवेट बस का ड्राइवर है । उसे सात साल की बच्ची रहती है । ड्राइवर बस आराम से चला रहा है और बस स्टाप में रोकता ह । तभी नागार्जुन (कवि ) बस चढते हैं और देखते हैं कि सामने गियर से ऊपर काँच की चार गुलाबी चूडियाँ हुक से लटका रक्खी हैं । वे बस की रफ्तार के अनुसार हिलती रहती हैं। कवि को संदेह होता है, तुरंत ड्राइवर से पूछता है ये चूडियाँ क्यों लटका रक्खी हैं। ढलती उम्र के बडी मूँछ के चेहरा ड्राइवर आहिस्ते से कहता है कि हाँ साहब ! यह एक तोफा है। एक बेटी ने अपने पिता को दिया है यह तोफा । लाखों बार कहने पर भी बेटी उन्हें नहीं निकालती । यहाँ अब्बा की नजरों के सामने कई दिनों से अपनी अमानत टाँगे हुए हैं ।

मैं भी (कवि) सोचता हूँ कि चूडियाँ क्या बिगाडती हैं, इनको यहाँ से किस कारण से हटा दूँ । ड्राइवर ने एक नजर मुझ पर डाला । मैं भी (कवि) एक नजर ड्राइवर पर डाला । दूध जैसा वात्सल्य (स्वच्छ प्रेम) बडी – बडी आँखों में गिरा दे रहा था । उनकी नजर चंचलता घेरनेवाला सीधे-साधे प्रश्न पर और फिर से सड़क की ओर होगई । मैं ने (कवि) झुककर कहा- हाँ भाई ! आखिर मैं भी एक पिता हूँ । बस यूँही आपसे पूछ लिया । वरना कौन नहीं पसंद करते छोटी – छोटी कलाइयों की गुलाबी चूडियाँ ?

(2) “ये कौन चित्रकार है” पाठ का सारांश पाँच-छः वाक्यों में लिखिए ।
उत्तर:
कवि परिचय : पंडित भरत व्यास का जन्म सन् 1918 को राजस्थान के बिकानेर में हुआ । वे प्रसिद्ध नाटककार और गीतकार हैं । इन्होंने ‘दो आँखे बारह हाथ’, ‘नवरंग”, “रानी रूपमती”, आदि प्रसिद्ध फिल्मों के लिए गीत लिखे हैं । वे अपने गीतों में देशभक्ति, राष्ट्रीय एकता और बलिदान का संदेश दिया | सन् 1982 में उनकी मृत्यु हुई ।

सारांश : कवि ने प्रकृति की सुंदरता का वर्णन बडे ही सुंदर शब्दों में किया है और ईश्वर को ही इस सृष्टि का चित्रकार माना है । हरीभरी धरती पर नील आकाश क़ो, बादलों की पालकी उडानेवाले पवन को, रंग भरे फूलों से दिशाओं को सजानेवाले चित्रकार ईश्वर ही है ।

तुम प्रकृति की इस पवित्रता को देखो । इनके गुणों को तुम अपने मन कण से में स्मरण करो । आज अपने ललाट की लालिमा चमका दो । कण दिखाई देनेवाली भगवान की सुंदरता को देखने के लिए अपनी दो आँखें काफी नहीं हैं |

पर्वत की ये चोटियाँ ऋषि मुनियों की जैसी हैं । ये बर्फ की घाटियाँ घूमेरदार और घेरदार हैं । देवदार वृक्ष ध्वज के जैसे खडे हैं । ये गुलाब के बगीचे बहार के चादर जैसे हैं। यह किसी कवि को कल्पना का चमत्कार नहीं है । सिर्फ भगवान की सृष्टि है ।

3. निम्नलिखित किसी एक पाठ का सारांश 5-6 वाक्यों में लिखिए ।

(1) ‘उपभोक्तावाद की संस्कृति’ पाठ का सारांश पाँच – छः वाक्यों में लिखिए |
उत्तर:
हम लोग विविध विज्ञापनों की चमक दमक से सम्मोहित होकर वस्तुओं के पीछे भाग रहे हैं, चाहे वे घटिया भी क्यों न हों। हमारी दृष्टि वस्तु की गुणवत्ता पर नहीं है । संपन्न – वर्ग प्रदर्शनपूर्ण जीवनशैली को अपना रहा है, जिस पर साधारण निर्धन वर्ग भी मोहितदृष्टि लगाता है । यह, सभ्यता एवं संस्कृति के विकास का चिंताजनक विषय है, जिसे उपभोक्तावाद ने सजाया । यह उपभोक्ता संस्कृति; यह दिखावे की संस्कृति हमारी सामाजिक जड़ को उखाड़ती हैं और सामाजिक अशांति को फैलाती है । हमारी सांस्कृतिक अभिमान का भी हास होता है । यह संस्कृति भविष्य के लिए एक बड़ी चुनौती हैं ।

(2) ‘बूढ़ी काकी’ पाठ का सारांश पाँच-छः वाक्यों में लिखिए |
उत्तर:
बूढ़ी काकी अपने पति और पुत्र की मृत्यु के बाद सारी संपत्ति भतीजे बुद्धिराम के नाम कर देती है । संपत्ति हायिल करने के बाद बुद्धिराम और उसकी पत्नी रूपा और दो बेटे बूढ़ी काकी के साथ दुर्व्यवहार करते रहते हैं । लेकिन, बुद्धिराम की बेटी लाड़ली काकी का ख्याल रखती है । उसके बेटे मुखराम के तिलक – उत्सव के दिन स्वादिष्ट भोजन आधी रात को की लालसा में बूढ़ी काकी मेहमानों के जूठे खाना खाने लगती है। इस दृश्य को देखते ही, दया और पाप – भीति से रूपा पछताती है और काकी को प्रेम से सभी खाद्यों से सज्जित थाली देती है। सभी भूलकर काकी सहर्ष खाना खाने के स्वर्गीय दृश्य देखकर रूपा आनंदमग्न होती है ।

4. निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं दो के उत्तर तीन चार वाक्यों में लिखिए ।

(1) “अंधेर नगरी” एकांकी के अंत में फाँसी पर कौन चढा ? और क्यों ?
उत्तर:
”अंधेर नगरी’ एकांकी के अंत में चौपट राजा खुद फाँसी पर चढता है और मरजाता है । क्यों कि गुरू महंत ने गोबरधनदास को बचाने के लिए कहा कि इस शुभ घडी में मरनेवाला सीधे स्वर्ग जाएगा। सीधे स्वर्ग जाने की लालच में राजा ‘फाँसी पर चढा । गोबर धनदास मोटा आदमी होने के वजह से सिपाही उसको पकड़ लेते हैं ।

(2) अशोक ने शस्त्रों का त्याग क्यों किया ?
उत्तर:
अशोक स्वयं अपनी सेना का संचालन करते समय शत्रु- कलिंग की सभी सेना महिलाएँ हैं । उसकी संचालन करनेवाली राजकुमारी पद्मा भी स्त्री है । स्त्रियों पर शस्त्र चलाना शास्त्र – विरुद्ध है । इसे दृष्टि में रखने और स्त्री सेना को देखकर अपना हृदय परिवर्तित होने के कारण अशोक ने शस्त्रों का त्याग किया |

(3) ‘गाँव का ईश्वर’ प्रकांकी का उद्देश्य क्या है ?
उत्तर:
‘अशिक्षा से ग्रामीण प्रांतों में कई दुष्परिणाम होते रहते हैं । उनमें बेमेल विवाह, बाल्यविवाह, लडकियों को समान अधिकार न देना, शिक्षित संतान की भावनाओं को प्राथमिकता न देना, बड़ों की पसंद को छोटों की पसंद बनाकर थोपना, बड़ा आदमी चाहे कैसे भी हो, गाँव का ईश्वर समझना आदि हैं । इन बिंदुओं की ओर पाठकों की दृष्टि आकृष्ट कर इन दुष्परिणामों को दूर कराने की कोशिश करना ही इस एकांकी का मुख्य उद्देश्य है ।

5. निम्नलिखित पद्यांशों में से किन्हीं दो की संदर्भ सहित व्याख्या कीजिए ।

(1) प्राइवेट बस का ड्राइवर है तो क्या हुआ,
सात साल की बच्ची का पिता तो है !
सामने गियर से ऊपर
हुक से लटका रक्खी हैं
काँच की चार चूडियों गुलाबी
उत्तर:
संदर्भ : प्रस्तुत पद्यांश “गुलाबी चूडियाँ’ नामक कविता से दिया गया है । इसके कवि श्री. नागार्जुन हैं। आप हिन्दी साहित्य के आधुनिक काव्य के प्रमुख कवि हैं । प्रस्तुत कविता में आप बेटी के प्रति पिता का प्रेम और बात्सल्य को दिखाते हैं ।

व्याख्या : प्रस्तुत पंक्तियाँ “गुलाबी चूडियाँ ” कविता के हैं । एक प्राइवेट बस का ड्राइवर है । उसे साथ साल की बच्ची है । काँच की चार गुलाबी चूडियाँ सामने गियर से ऊपर हुक से लटका रक्खी हैं। ये गुलाबी चूडियाँ एक बेटी ने अपने पिता को दिया है। यह तोफा । क्यों कि यह चार गुलाबि चूडियाँ देखकर अपनें बस सीमित में चलायेगा न कि स्पीड चलाकर याक्सिडेंट न हो जाए ।

(2) कितने इसके तारे टूटे,
कितने इसके प्यारे छूटे,
जो छूट गए फिर कहाँ मिले;
पर बोलो टूटे तारों पर
कब अम्बर शोक मनाता है !
जो बीत गई सो बात गई !
उत्तर:
संदर्भ : प्रस्तुत पंक्तियाँ “जो बीत गयी’ कविता पाठ से दी गयी हैं । इसके कवि श्री हरिवंशराय बच्चन जी हैं। ये हालावादी कवि हैं । इस कविता के द्वारा कवि कहते हैं कि बीती हुई बातें कभी भी नहीं लौटते । इसलिए उनको भूलकर धीरज के साथ आगे बढने का संदेश देते हैं ।

व्याख्या : प्रस्तुत पंक्तियों में कवि कहना चाहता है – शाम होते ही नयी तारें आती हैं । सबेरे होते ही कई छूट जाती हैं । तो भी आकाश छूटनेवालों की चिंता नहीं करता । क्यों कि वह इस आशा में बना रहता है कि शाम को सबेरे डूबे हुए सितारों की जगह नये नये सितारें आयेंगे । इस धीरज के कारण आकाश हमेशा निर्मल और निश्चिंत रहता है ।”

विशेषता: प्रस्तुत पंक्तियों में “आकाश के कई तारे टूट जाने पर भी आकांश उन पर शोक नहीं मनाता ।

(3) कुदरत की इस पवित्रता को तुम निहार लो
इनके गुणों को अपने मन में तुम उतार लो
उत्तर:
संदर्भ : प्रस्तुत पंक्तियाँ “ये कौन चित्रकार हैं” नामक कविता से दी हैं। इसके कवि श्री भरत व्यास हैं । वे प्रसिद्ध नाटककार और गीतकार हैं । प्रस्तुत कविता में आप प्रकृति की सुंदरता का वर्णन सुंदर शब्दों में किये हैं ।

व्याख्या : प्रस्तुत पंक्तियाँ ” ये कौन चित्रकार है” कविता से दी गयी हैं। तुम प्रकृति की इस पवित्रता को देखो। इनके गुणों को अपने मन में स्मरण करो । प्रकृति को निहारने से हमें सृजन की विविधता दिखाई देती है ।

(4) कोहरे से ढकी सड़क पर बच्चे काम पर जा रहे हैं
सुबह – सुबह
बच्चे काम पर जा रहे हैं ।
उत्तर:
संदर्भ : प्रस्तुत पंक्तियाँ “बच्चे काम पर जा रहे हैं” कविता से दिये गये हैं । इस कविता के कवि श्री राजेश जोशी हैं। आप हिन्दी साहित्य के आधुनिक काव्य के प्रसिद्ध कवि हैं ।” कवि ने बाल मजदूरी की समस्या की ओर आकर्षित करने की कोशिश की ।

व्याख्या : प्रस्तुत पंक्तियों में कवि ने लिखा है कि बहुत ही ठण्ड का मौसम है और सुबह – सुबह का वख्त है । चारों तरफ और सडकें भी कोहरे से ढँकी हुई है। परंतु इतनी ठण्ड में भी छोटे – छोटे बच्चे अपने – अपने काम पर जाने केलिए मजबूर हैं ।

विशेषता: प्रस्तुत पंक्तियों में कवि काम पर जानेवाले बच्चों की स्तिति को देखकर विचलित हो जाते हैं और प्रश्न पूछ रहे हैं कि आखिर बच्चे काम पर क्यों जा रहे हैं ?

6. निम्नलिखित गद्यांशों में से किन्हीं दो की संदर्भ सहित व्याख्या कीजिए ।

(1) उपभोक्ता संस्कृति हमारी सामाजिक नींव को ही हिला रही है। यह एक बड़ा खतरा है । भविष्य के लिए यह एक बड़ी चुनौती है।
उत्तर:
संदर्भ : प्रस्तुत उद्धरण साहित्यकार एवं समाजशास्त्री श्यामचरण दुबे के ‘उपभोक्तावाद संस्कृति’ नामक निबंध के समापित वाक्य हैं । गाँधीज के कथन को उद्धत करते हुए निबंधकार ये वाक्य कहते हैं ।

व्याख्या : निबंधकार कहते हैं कि विज्ञापनों की चमक-दमक के कारण हम भारतीय, विशेषतः निर्धन वस्तुओं के पीछे भाग रहे हैं । यह उपभोक्त संस्कृति का दुष्परिणाम है। इससे भारतीय सामाजिक जड़ कमज़ोर होती है । यह तो भारतीय संस्कृति को अधिक हानि पहुँचाता है । हमारे देश के भविष्य के लिए भी यह उपभोक्ता संस्कृति अत्यंत हानिकारक है ।

विशेषता : निबंधकार इस उद्धरण द्वारा उपभोक्ताओं को चेतावनी दे रहे हैं । भाषा सरल और सुबोध है ।

(2) कहते हैं, जो पेंसिल वे एक बार खरीदती थीं, वह जब तक इतनी छोटी न हो जाती कि उनकी पकड़ में भी न आए तब तक उससे काम लेती थीं ।
उत्तर:
संदर्भ : प्रस्तुत कथा – अंश सुप्रसिद्ध कहानीकार एवं उपन्यासकार श्रीमती मन्नू भंडारी की सफल कहानी, ‘सयानी बुआ’ से लिया गया है । बचपन में ही बुआ कितनी सुव्यवस्थता और पाबंदी से, कितने अनुशासन से रहती है, उसका एक उदाहरण के रूप में कहानीकार यह उद्धरण देती है ।

व्याख्या : कहा जाता है कि सयानी बुआ बचपन में, पढ़ाई के समय, पेंसिल का पूरी तरह उपयोग में लाती थीं। छोटी होते हुए पकड़ में न आने तक पेंसिल का इस्तेमाल करती थीं ।

विशेषताएँ : इस उद्धरण मे स्पष्ट होता है कि सयानी बुआ के सयानापन का बीज बचपन में ही बोया गया । कहा जाता है कि बचपन की आदतें आजीवन जारी होती हैं ।

(3) परमात्मा, मेरे बच्चों पर दया करो। इस अधर्म का दंड मुझे मत दो, नहीं तो मेरा सत्यानाश हो जाएगा ।
उत्तर:
संदर्भ : ये वाक्य महान कहानीकार एवं उपन्यास सम्राट मुंशी प्रेमचंद की सफल कहानी ‘बूढ़ी काकी’ से दिए गए हैं। रात को रूपा की लड़की लाड़ली अपनी चारपाई में न पाकर इधर उधर ढूँढ़ती और देखती कि । जूठे पत्तलों पर से पूडियों के टुकड़े खा रही बूढ़ी काकी के पास खड़ी है। करुणा और भय से रूपा का हृदय द्रवित होता है । वह सच्चे दिल से अकाश की ओर हाथ उठाकर ये वाक्य कहती है ।

व्याख्या : हे भगवान ! बूढ़ी काकी से किया जा रहा इस दुर्व्यवहार, इस दुस्थिति का कारण पति महित मैं और बच्चे हैं । इस विधर्म चेष्टा की सजा मुझे और बच्चों को मत दो। हम पर रहम करो ।

विशेषता : यह उद्धरण रूपा में स्थित पाप भीति एवं उससे हुआ हृदय – परिवर्तन का परिचायक है ।

(4) वास्तव में तेलंगाना धरती की भीनी-भीनी सुगंध माँ भरती के अंग-अंग सुरभित करती है ।
उत्तर:
संदर्भ : यह कथन संपादक – मंडल द्वारा लिखित ‘तेलंगाना के दर्शनीय स्थल’ नामक पाठ के अंतिम वाक्या है । संपादक मंडल कहते हैं कि तेलंगाना राज्य का हर एक प्रांत पर्यटकों को अपनी ओर खीचं लेता है । इस संदर्भ में संपादक मंडल द्वारा यह वाक्य कहा गया ।

व्याख्या : वस्तुत : तेलंगाना जमीन की मीठी-मीठी खुशबू भारत-माता के प्रत्येक अंग को सुगंधित करती है । अर्थात् तेलंगाना विशाल भारत की कीर्ति में चार चाँद लगाता है ।

विशेषता: भाषा कवितामय एवं श्तवणा नंदमय है ।

7. निम्नलिखित में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर दो वाक्यों में लिखिए ।

(1) रहीम के अनुसार अपने दुःख क्यों छिपाना चाहिए ?
उत्तर:
रहीम के अनुसार अपने दुःख को अपने मन में ही छिपा रखना चाहिए | क्यों कि दूसरों को सुनाने से लोग सिर्फ उसका मज़ाक उडाते हैं, परंतु दुःख को बाँटते नहीं है ।

(2) हरिवंशराय बच्चन का संक्षिप्त परिचय दीजिए ।
उत्तर:
हरिवंशराय बच्चन का जन्म 27 नवंबर सन् 1907 को इलाहाबाद के समीप प्रतापगढ़ जिले के एक छोटे से गाँव बाबूपट्टी में हुआ था । इनके पिता का नाम प्रताप नारायण श्रीवास्तव तथा माता का नाम सरस्वती देवी था । उन्होंने प्रयाग विश्वविद्यालय से अंग्रेजी में एम. ए. और कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय से पी. हेच.डी पूरी की। ये हालावादी कवि हैं । 18 जनवरी सन् 2003 को मुंबई में आपका निधन हो गया ।

(3) कवि ” भरत व्यास” के अनुसार प्रकृति की सुंदरता कैसी है ?
उत्तर:
कवि भरत व्यास के अनुसार प्रकृति का सृजन सृष्टिकर्ता ने किया है । ईश्वर को इस सृष्टि का चित्रकार मानते हुए दार्शनिकता दर्शाई है | नीला- नीलगगन, रंगभरी दिशाएँ, पेड-पौधों के फूल मनमोहक होते हैं । प्रकृति को निहारने से हमें सृजन की विविधता दिखाई देती है। धरती के पर्वत, घाटियाँ, वृक्ष, सृष्टिकर्ता के चमत्कार बनकर हमारे सामने आते हैं । प्रकृति से मन प्रसन्न हो जाता है । प्रकृति की सुंदरता अद्वितीय है ।

(4). “बच्चे काम पर जा रहे हैं” कविता में कवि क्या प्रश्न पूछता है ?
उत्तर:
‘बच्चे काम पर जा रहे हैं” कविता में कवि यह प्रश्न पूछ रहा है कि आखिर बच्चे काम पर क्यों जारहे हैं ? सबसे भयानक बात यह है कि पढने व खेलने की उम्र वाले बच्चों को अपने पेट पालने केलिए काम पर क्यों जाना पड रहा है ?

8. निम्नलिखित में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर तीन चार वाक्यों में लिखिए |

(1) उपभोक्तावादी संस्कृति का आपके जीवन पर क्या प्रभाव पड़ रहा है।
उत्तर:
उपभोक्तावादी संस्कृति का दुष्प्रभाव मेरे जीवन पर अधिक है । इससे समाज में हमारी दूरी बढ़ रही है; सामाजिक परस्पर संबंधों में कमी आ रहा है । जीवन स्तर बढ़ता अंतर हम में आक्रोश एवं अशांति को जन्म दे रहा है । मर्यादएँ टूट रही हैं, नैतिकता घट रही है । स्वार्थ परमार्थ को दबा रहा है ।

(2) सयानी बुआ के व्यक्तित्व का संक्षिप्त परिचय दीजिए ।
उत्तर:
सयानी बुआ बचपन से ही कठोरता से पालन करनेवाली एवं अनुशासन रखनेवाली नारी हैं । वे अपने घर में रहनेवाले सभी से भी इन नियमों का पालन कराती हैं । वे सारे घर को सुव्यवस्ति, सुंदर और साफ रखती हैं । उनकी भयंकर कठोरता में कोमलता भी छिपी है । अन्नू को खूब प्यार करती हैं । अन्नू का सुरक्षित समाचार सुनकर इतना हर्षित होती है मानों उन्हें स्वर्ग की निधि मिलगई हो ।

(3) भारत का किसान अपना घर किन चीजों से बनाता है ?
उत्तर:
किसान अपना घर बाँस और बल्लियों के ठाठ से, अपने ही जंगल के बाँस और फूँस से अपने ताल की मिट्टी से पाथी हुई कच्ची ईंटों से बनाता है । घर की लिपाई – पुताई में उसकी घरवाली उसका हाथ बँटाती है। ऐसे फूँस और छप्पर के कच्चे घर में रहना किसान पसंद करता है । ऐसा घर सर्दी में गरम और गर्मी में ठंडा लगता है ।

(4) प्रेमचंद की कुछ रचनाओं के नाम लिखिए ।
उत्तर:
कथा – सम्राट एंव उपन्यास सम्राट प्रेमचंद ने यथार्थवाद एवं आदर्शवाद से संबंधित लगभग 300 कदानियाँ और एक दर्जन उपन्यास लिखे | पंच परमेश्वर, बड़े घर की बेटी, कफेन, बूढी काकी आदि कहानियाँ प्रसिद्ध हैं । गोदान, गबन, प्रेमाश्रम, सेवा सदन, निर्मला, कर्मभूमि, रंगभूमि, प्रतिज्ञा, कायाकल्प आदि प्रसिद्ध उपन्यास हैं । गोदान इनका अंतिम तथा सर्वश्रेष्ठ उपन्यास है | इनकी श्रेष्ठ वचनाएँ देश – विदेशी भाषाओं में अनूदित हुई और फिल्में भी बनाई गई ।

9. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक शब्द में लिखिए ।

(1) रहीम किनके दरबारी कवि थे ?
उत्तर:
बादशाह अकबर के

(2) बिहारी किस काल के कवि थे ?
उत्तर:
रीतिकाल के

(3) नागार्जुन का असली नाम क्या हैं ?
उत्तर:
वैद्यनाथ मिश्र-

(4) टूटे तारों पर कौन शोक नहीं मानता ?
उत्तर:
आकाश

(5) “ये कौन चित्रकार है” गीत में किसका वर्णन है ?
उत्तर:
प्रकृतिका

10. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक शब्द में लिखिए ।

(1) किन खाद्यों को लेखक फूहड़ खाद्य मानते हैं ?
उत्तर:
पीज़ा और बर्गर को

(2) दशरथ माँझी की पत्नी का नाम क्या था ?
उत्तर:
फागुनी देवी

(3) अन्नु को बुखार आने पर डॉक्टर ने क्या सलाह दी ?
उत्तर:
अन्नू को पहाड़पर लेजाने की

(4) बूढ़ी काकी ने अपनी संपत्ति किसके नाम पर दी ?
उत्तर:
भतीजे बुद्धिराम के नाम पर

(5) कोलनुपाका में किनका प्रसिद्ध मंदिर है ?
उत्तर:
जैन धर्मावलंबियों का आराध्य मंदिर है ।

खण्ड – ‘ख’ (40 अंक)

11. निम्नलिखित में से एक पत्र लिखिए |

(1) विज्ञान यात्रा पर जाने के लिए पिताजी से रुपये माँगने हेतु पत्र लिखिए ।

दिनांक : 23.07.2019
स्थान : हैदराबाद |

पूज्यनीय पिताजी,
सादर प्रणाम । मैं यहाँ कुशल हूँ । आपकी और माताजी की कुशलता की प्रार्थना करता हूँ | मेरी पढ़ाई अच्छी चल रही है । पत्र लिखने का कारण यह है कि महाविद्यालय की ओर से अगले सप्ताह विज्ञान यात्रा पर बेंगलूर जाने का निर्णय लिया गया है। इसमें मैं भी जाना चाहता हूँ। इस विज्ञान यात्रा में जाने के लिए एक हजार रुपये की आवश्यकता है। आश करता हूँ कि आप मुझे विज्ञान यात्रा पर अवश्य भेजेंगे ।

आपका पुत्र
अभिनव कुमार,

पता :
सेवा में, सुरेश कुमार,
भ. नं. 2.6.89,
पुराना बाजार, कामारेड्डी |
अथवा

(2) छुट्टी के लिए आवेदन पत्र |

दिनांक : 23.07.2019
स्थान : हैदराबाद |

सेवा में, प्रधानाचार्य,
शासकीय महाविद्यालय,
मलकपेट, हैदराबाद |
विषय : तीन दिनों के अवकाश हेतु प्रार्थना पत्र
माननीय महोदय,
सविनय निवेदन है कि पिछले दो दिनों से माँ अस्वस्थ हैं। डॉक्टर ने उन्हें तीन दिनों तक आराम करने की सलाह दी है। घर पर उनकी देख-रेख करने के लिए कोई नहीं है । अतः मैं दिनांक 24.07.2019 से 26.07.2019 तक महाविद्यालय में अनुपस्थित रहुँगा । कृपया मुझे इन तीन दिनों का अनकाश प्रदान करें ।
धन्यवाद ।

आपका आज्ञाकारी छात्र
अभिनव कुमार,
क्र. सं. 14,
एम. पी. सी. प्रथम वर्ष ।

12. निम्नलिखित में से किन्हीं आठ शब्दों का संधि विच्छेद कीजिए ।

(1) पुस्तक + आलय पुस्तकालय
(2) विद्या + अर्थी = विद्यार्थी
(3) मुनि + ईश = मुनीश
(4) महा + इंद्र = महेंद्र
(5) एक + एक = एकैक
(6) अनु + अय = अन्वय
(7) पो + अन = पवन
(8) दिक + गज = दिग्गज
(9) सम् + तोष = संतोष
(10) सु + आगत = स्वागत
(11) हिम + आलय = हिमालय
(12) निर + आशा = निराशा

13. निम्नलिखित में से किन्हीं पाँच शब्दों के समास के नाम लिखिए ।

(1) दोपहर – द्विगु समा
(2) रात-दिन – द्वन्द्व समास
(3) चंद्रमुखी – कर्मधारय समास
(4) शरणागत – कर्म तत्पुरुष समास
(5) देहलता – कर्मधारय समासं
(6) गंगाजल – संबंध तत्पुरुष समास
(7) शताब्दी – द्विगु समास
(8) माता-पिता – द्वन्द्व समास

14. (अ) निम्नलिखित विज्ञापन पढ़कर नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए ।

Img 1

प्रश्न – उत्तर :
1) यह विज्ञापन किस विभाग का है ?
उत्तर:
आयकर विभाग

2) भ्रष्टाचार को समाप्त करने के लिए हमें क्या करना चाहिए ?
उत्तर:
सहयोग

3) यह विज्ञापन किस स्ताह के संदर्भ में दिया गया है ?
उत्तर:
सतर्कता जागरुकता सप्ताह

4) देश को किससे मुक्त करना है ?
उत्तर:
भ्रष्टाचार से

(आ) गद्यांश पढ़कर प्रश्नों के उत्तर एक वाक्य में लिखिए ।

मोहनदास करमचन्द गांधी (2 अक्तूबर 1869 – 30 जनवरी 1948) भारत एवं भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के एक प्रमुख राजनैतिक एवं आध्यात्मिक नेता थे । वे सत्याग्रह ( व्यापक सविनय अवज्ञा ) के माध्यम से अत्याचार के प्रतिकार के अग्रणी नेता थे, उनकी इस अवधारणा की नींव सम्पूर्ण अहिंसा के सिद्धान्त पर रखी गयी थी जिसने भारत को आजादी दिलाकर पूरी दुनिया में जनता के नागरिक अधिकारों एवं स्वतंत्रता के प्रति आन्दोलन के लिये प्रेरित किया | उन्हें दुनिया में आम जनता महात्मा गांधी के नाम से जानती है। संस्कृत भाषा में महात्मा अथवा महान आत्मा एक सम्मान सूचक शब्द है । गांधी को महात्मा के नाम से सबसे पहले 1915 में राजवैद्य जीवराम कालिदास ने संबोधित किया था | उन्हें बापू (गुजराती भाषा में बापू यानी पिता) के नाम से भी याद कया जाता है। सुभाष चन्द्रबोस ने 6 जुलाई 1944 को रंगून रेडियो से गांधी जी के नाम जारी प्रसारण में उन्हें राष्ट्रपिता कहकर सम्बोधित करते हुए आज़ाद हिन्द फौज़ के सैनिकों के लिये उनका आशीर्वाद और शुभकामनाएँ माँगी थीं । प्रति वर्ष 2 अक्तूबर को उनका जन्म दिन भारत में गांधी जयंती के रूप में और पूरे विश्व में अन्तर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस के नाम से मनाया जाता है ।

प्रश्न उत्तर :

1) महात्मा गांधी का जन्म कब हुआ ?
उत्तर:
2 अक्तूबर 1869 में गाँधीजी का जन्म हुआ ।

2) गांधी जी को महात्मा नाम से सबसे पहले किसने संबोधित किया ?
उत्तर:
“राजवैद्य जीवराम कालिदास’ ने संबोधित किया |

3) रंगून रेडियो से किसने संबोधित किया ?
उत्तर:
”सुभाष चन्द्र बोस’ रंगून रेडियो से संबोधित किया ।

4) गांधी जयंती कब मनाते हैं ?
उत्तर:
“2 अक्तूबर” गाँधी जयंती मनाते हैं ।

15. (अ) निम्नलिखित में से किन्ही चार मुहावरों के अर्थ लिखिए ।

(1) अँगूठा दिखाना
उत्तर:
मना करना या चिढ़ाना ।

(2) आकाश-पाताल एक रखना
उत्तर:
बहुत प्रयत्न करना ।

(3) कुएँ का मेंढक
उत्तर:
अल्पज्ञ

(4) पेट में चूहे कूदना
उत्तर:
बहुत भूख लगना

(5) हौंसला बढ़ाना
उत्तर:
हिम्मत बढ़ाना

(6) घोड़े बेचकर सोना
उत्तर:
आराम करना

(7) अंधे की लाठी
उत्तर:
एक मात्र सहारा

(8) तारे तोड़ लाना
उत्तर:
मुश्किल काम करना

(आ) निम्नलिखित में से किन्हीं चार लोकोक्तियों के अर्थ लिखिए |

(1) आग में घी डालना
उत्तर:
पहले से हो रहे झगडे को भड़काने की क्रिया

(2) यथा राजा तथा प्रजा
उत्तर:
जैसा स्वामी वैसा ही सेवक ।

(3) एक पंथ दो काज
उत्तर:
एक काम से दूसरा काम हो जाना ।

(4) आ बैल मुझे मार
उत्तर:
स्वयं मुसीबत मोल लेंना

(5) साँघ मरे और लाठी न टूटे
उत्तर:
बिना नुकसान के काम हो जाना

(6) नेकी और पूछ-पूछ
उत्तर:
भलाई करने में संकोच कैसा

(7) बहती गंगा में हाथ धोना
उत्तर:
अवसर का लाभ उठाना

(8) उल्टा चोर कोतवाल को डाँटे
उत्तर:
अपराधी निरपराधी को डाँटे

16. नीचे दिए गए वाक्यों में से किन्हीं तीन के वाच्य बदलिए ।

(1) मैं कविता पढ़ सकता हूँ ।
उत्तर:
मुझसे कविता पढ़ी जा सकती है ।

(2) उनसे नया घर खरीदा गया ।
उत्तर:
उन्होंने नया घर खरीदा ।

(3) सलीम से रोज खूब व्यायाम किया जाता है ।
उत्तर:
सलीम रोज खूब व्यायाम करता है ।

(4) राजु ने गीत लिखा ।
उत्तर:
राजु से गीत लिखा गया |

(5) लीला से सिनेमा देखा गया है ।
उत्तर:
लीला ने सिनेमा देखा है ।

(6) भाई के द्वारा गाड़ी की मरम्मत की गयी ।
उत्तर:
भाई ने गाड़ी की मरम्मत की ।

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