TS Inter 2nd Year Hindi Model Paper Set 6 with Solutions

Self-assessment with TS Inter 2nd Year Hindi Model Papers Set 6 allows students to take charge of their own learning.

TS Inter 2nd Year Hindi Model Paper Set 6 with Solutions

Time : 3 Hours
Max. Marks: 100

सूचनाएँ :
1. सभी प्रश्न अनिवार्य हैं ।
2. जिस क्रम में प्रश्न दिये गये हैं, उसी क्रम से उत्तर लिखना अनिवार्य है ।

खण्ड – ‘क’ (60 अंक)

1. निम्नलिखित किसी एक पद्य का भावार्थ लिखिए । (1 × 6 = 6)

1. रहिमन धागा प्रेम का, मत तोरो चटकाय ।
टूटे से फिर ना जुरै, जुरै गांठ पर जाय ॥
उत्तर:
शब्दार्थ :
चटकाय = झटका, విదిలింపు, జాడింపు, ఊపు
जुरै = जुडना, అతికించుట, కలియుట
तोरो = तोडना, తుంచుట, విరుచుట
पर जाय = पड़ना, పడుట, సంభవించుట

भाव : प्रेम का धागा (संबंध) बडा ही नाजुक होता है । इसलिए इसे टूटने नहीं देना चाहिए । जिस तरह टूटे धागों को जोडने पर गाँठ पड़ जाती है वैसे ही संबंधों में भी गाँठ पड़ जाती है ।

భావము : ప్రేమ అనే దారము (సంబంధం) చాలా నాజూకైనది. ఇందువల్ల దీనిని తెగనీయకూడదు. ఏ విధంగానైతే తెగిన దారాలను కలిపినపుడు ముడిపడుతుందో అదే విధంగా సంబంధాల్లో కూడా ముడి (కణుపు) పడుతుంది.

अथवा

2. समै – समै सुंदर सबै रूप कुरुप न कोय ।
मन की रुचि जेती जितै, तित तेती रुचि होय ||
उत्तर:
शब्दार्थ :
समै – समै = अपने अपने समय पर, తమ – తమ సమయాల్లో
रूप = रूपवान, सुंदर, అందం
कुरूप = असुंदर, అందవిహీనం
रुचि = प्रीति, ప్రియమైన
रुचि = शोभा, అందం

भाव : इस संसार में कोई भी वस्तु सुंदर अथवा असुंदर नहीं है । वरन् अपने – अपने समय पर सभी वस्तुएँ सुंदर बन जाती हैं। मनुष्य की जिस वस्तु के प्रति जितनी अधिक प्रीति होती है, वह उसे उतनी ही अधिक शोभा सम्यक दिखाई देगी |

భావము : ఈ ప్రపంచంలో ఏ వస్తువు కూడా అందమైనది, అంద విహీనమైనది అంటూ ఉండదు. కాకపోతే వారి వారి సమయాల్లో అన్ని వస్తువులు అందంగా తయారైనవే. మనిషికి ఏ వస్తువు ఎడల ఎక్కువ ప్రేమవుంటుందో అది అతనికి అంతే ఎక్కువ అందంగా కన్పిస్తుంది.

2. निम्नलिखित किसी एक कविता का सारांश 5-6 वाक्यों में लिखए । (1 × 6 = 6)

(1) “जो बीत गयी” पठ का सारांश पाँच-छः वाक्यों में लिखिए ।
उत्तर:
सारांश कवि परिचय : हरिवंशराय बच्चन का जन्म 27 नवंबर सन् 1907 को इलाहाबाद के समीप प्रतापगढ़ जिले के बाबूपट्टी गाँव में हुआ था । उन्होंने प्रयाग विश्वविद्यालय से अंग्रेजी में एम.ए और कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय से पी.हेच.डी पूरी की । ये हालावादी कवि हैं। दो चट्टानें’ रचना केलिए साहित्य अकादमी पुरस्कार प्राप्त हुआ

सारांश : प्रस्तुत कविता में कवि ने मनुष्य को अप्रिय बातें भूलकर जीवन में आगे बढने की प्रेरणा दी । जो चीज समाप्त हो गयी उस पर निरंतर शोकाकुल होना व्यर्थ है । कवि संदेश देते हैं कि जीवन में कष्टों के. समय धीरज बाँधना चाहिए । जैसे कि रोज आकाश की ओर एक बार देखिये । शाम को अनेक तारें आकाश में आती हैं। फिर सबेरे एक – एक होकर छूट जाते हैं । रात के समय अनेक तारों के आने पर आकाश आनंदित नहीं होता और सबेरे एक-एक छूट जाने से दुखी नहीं होता । के छूट जाने पर उसकी जगह दूसरे नये तारें आसकती हैं । इस धीरज के कारण आकाश हमेशा निर्मल और निश्चिंत रहता है । उसी प्रकार हम को भी अपने प्यारे व्यक्तियों या चीजों के खो जाने पर चिंतित नहीं होना चाहिए। उनकी जगह नयी नयी आयोंगी । इस तरह धीरज से आगे बढना चाहिये ।

कुसुमों के सूखे जाने पर, अनेक कलियों के और बल्लरियों के मुरझाने पर मधुवन नहीं शोर मचाता । क्यों कि वह इस आशा में बना रहता है कि मौसम आने पर वे कलियाँ, फूल, पत्ते और बल्लरियाँ फिर खिलेंगे । इस धीरज के कारण मधुवन हमेशा बहार छा जाता है। उसी प्रकार हम को भी हमारे प्रिय व्यक्तियों तथा चीजों के खो जाने पर अधीर नहीं बनना चाहिये ।

संदेश : इस पाठ से हम यह सीखना चाहिए कि कष्ट और सुख में एक ही तरह रहना । (या)
जो व्यक्ति जीवन की नश्वरता को समझलेता है वह हर दुःख से ऊपर उठ जाता है ।

(2) “ये कौन चित्रकार है” पाठ का सारांश पाँच-छः वाक्यों में लिखिए ।
उत्तर:
कवि परिचय : पंडित भरत व्यास का जन्म सन् 1918 को राजस्थान के बिकानेर में । वे प्रसिद्ध नाटककार और गीतकार हैं । इन्होंने “दो आँखे बारह हाथ”, “नवरंग”, “रानी रूपमती”, आदि प्रसिद्ध फिल्मों के लिए गीत लिखे हैं । वे अपने गीतों में देशभक्ति, राष्ट्रीय एकता और बलिदान का संदेश दिया । सन् 1982 में उनकी मृत्यु हुई ।

सारांश : कवि ने प्रकृति की सुंदरता का वर्णन बडे ही सुंदर शब्दों में किया है और ईश्वर को ही इस सृष्टि का चित्रकार माना है । हरीभरी धरती पर नील आकाश को, बादलों की पालकी उडानेवाले पवन को, रंग भरे फूलों से दिशाओं को सजानेवाले चित्रकार ईश्वर ही है ।

तुम प्रकृति की इस पवित्रता को देखो। इनके गुणों को तुम अपने मन में स्मरण करो । आज अपने ललाट की लालिमा चमका दो । कण कण से दिखाई देनेवाली भगवान की सुंदरता को देखने के लिए अपनी दो आँखें काफी नहीं हैं ।

पर्वत की ये चोटियाँ ऋषि मुनियों की जैसी हैं । ये बर्फ की घाटियाँ घूमेरदार और घेरदार हैं । देवदार वृक्ष ध्वज के जैसे खड़े हैं। ये गुलाब के बगीचे बहार के चादर जैसे हैं । यह किसी कवि को कल्पना का चमत्कार नहीं है । सिर्फ भगवान की सृष्टि है ।

3. निम्नलिखित किसी एक पाठ का सारांश 5-6 वाक्यों में लिखिए । (1 × 6 = 6)

(1) ‘बूढ़ी काकी’ पाठ का सारांश पाँच-छः वाक्यों में लिखिए ।
उत्तर:
बूढ़ी काकी अपने पति और पुत्र की मृत्यु के बाद सारी संपत्ति भतीजे बुद्धिराम के नाम कर देती है । संपत्ति हायिल करने के बाद बुद्धिराम और उसकी पत्नी रूपा और दो बेटे बूढ़ी काकी के साथ दुर्व्यवहार करते रहते हैं । लेकिन, बुद्धिराम की बेटी लाड़ली काकी का ख्याल रखती है । उसके बेटे मुखराम के तिलक – उत्सव के दिन स्वादिष्ट भोजन आधी रात को की लालसा में बूढ़ी काकी मेहमानों के जूठे खाना खाने लगती है । इस दृश्य को देखते ही, दया और पाप – भीति से रूपा पछताती है और काकी को प्रेम से सभी खाद्यों से सज्जित थाली देती है । सभी भूलकर काकी सहर्ष खाना खाने के स्वर्गीय दृश्य देखकर रूपा आनंदमग्न होती है ।

(2) ‘पहाड़ से ऊँचा आदमी’ पाठ का सारांश पाँच-छः वाक्यों में लिखिए |
उत्तर:
मजदूर दशरथ माँझी की अस्वस्थ जीवन संगिनी फागुनी देवी को 90 कि.मी. दूर स्थित नजदीक वजीरगंज अस्पताल ले जाने के दौरान वह दम तोड देती है । तभी वे पहाड़ काट कर रास्ता बनाकर 90 कि.मी. की दूरी को कम करने का निर्णय करते हैं । वे छैनी हथौड़े से पहाड़ काटकर रास्ता बनाकर यह साबित किया कि कोई असंभव कार्य नहीं है और मनुष्य से ज्यादा ऊँचा कोई नहीं होता । लोग भी उस कार्य में हाथ बँटाते हैं । कर्मवीर के आगे कठोर पर्वत भी अपना सिर झुकाता है । वे अपर प्रोमोथियस और अपर भगीरथ हैं उनसे काटा हुआ। रास्ता ‘पूअर मैंस ताजमहल’ है। वे ‘पहाड़ से ऊँचा आदमी’ और ‘माउन्टिन मैन’ हैं ।

4. निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं दो के उत्तर तीन – चार वाक्यों में लिखिए । (2 × 4 = 8)

(1) गोबरधनदास के बारे में आप क्या जानते है ?
उत्तर:
गोबरधनदास गुरू महंत का एक शिष्य है । वह बहुत बडा लोभी हैं । गुरू महंत के साथ देशाटन करते हुए अंधेर नगरी पहुँचता है । वहाँ हर चीज टके सेर मिलती है । गुरूजी मना करने के बाद भी वहीं रहना चाहता हैं । भिक्षा में पैसे मिले तो मिठाई लाकर खाता है । एक दिन किसी दीवार टूटने से एक बकरी दबकर मर जाती है । फरियादि के अनुसार राजा दीवार बनानेवाले कोतवाल को फाँसी देने का आदेश देता है ।

गोबर धनदास मोटा आदमी होने के वजह से सिपाही उसको पकड लेते हैं । तब गुरू की दुहाई देता है । गुरू आकर कहता है कि इस शुभ घडी में मरनेवाला सीधे स्वर्ग जाएगा । यह सुनते ही हर आदमी फाँसी पर चढने तैयार होता है । आखिर राजा खुद फाँसी पर चढकर मर जाता है। गुरू महंत और शिष्य उस नगरी से भाग निकलते हैं ।

(2) ” गाँव का ईश्वर’ प्रकांकी का उद्देश्य क्या है ?
उत्तर:
‘अशिक्षा से ग्रामीण प्रांतों में कई दुष्परिणाम होते रहते हैं । उनमें बेमेल विवाह, बाल्यविवाह, लडकियों को समान अधिकार न देना, शिक्षित संतान की भावनाओं को प्राथमिकता न देना, बडों की पसंद को छोटों की पसंद बनाकर थोपना, बड़ा आदमी चाहे कैसे भी हो, गाँव का ईश्वर समझना आदि हैं । इन बिंदुओं की ओर पाठकों की दृष्टि आकृष्ट कर इन दुष्परिणामों को दूर कराने की कोशिश करना ही इस एकांकी का मुख्य उद्देश्य है ।

(3) सम्राट अशोक के बारे में आप क्या जानते हैं ? उनके बारे में तीन चार वाक्य लिखिए ।
उत्तर:
सम्राट अशोक युद्ध – पिपासी होने के कारण, चार साल से कलिंग से युद्ध करते रहने पर भी जीत न पाते हैं । कलिंग की राजकुमारी पद्मा पुरूष वेष में शस्त्र सज्जित करके विशाल स्त्री – सेना से अशोक सेना के सम्मुख आती है । स्त्रियों पर शस्त्र प्रयोग शात्र विरूद्ध होने के कारण अशोक विचलित होकर शस्त्र त्याग करते हैं । अपने सभी सरदारियों के साथ अशोक बौद्ध भिक्षु बनजाते हैं और बौद्ध धर्म के सिद्धांतों का पालन शक्तिभर करने की प्रतिज्ञा करते हैं ।

5. निम्नलिखित पद्यांशों में से किन्हीं दो की संदर्भ सहित व्याख्या कीजिए । (2 × 3 = 6)

(1) हाँ भाई, मैं भी पिता हूँ
वो तो बस यूँ ही पूछ लिया आपसे
वरना किसे नहीं भाएँगी ?
नन्हीं कलाइयों की गुलाबी चूड़ियाँ !
उत्तर:
संदर्भ : प्रस्तुत पद्यांश / कविता “गुलाबी चूडियाँ” नामक कविता से दिया गया है | इसके कवि श्री नागार्जुन हैं । आप हिन्दी साहित्य के आधुनिक काव्य के प्रमुख कवि हैं । प्रस्तुत कविता में आप बेटी के प्रति पिता का प्रेम और वात्सल्य को दिखाते हैं ।

व्याख्या : प्रस्तुत पंक्तियाँ “गुलाबी चूडियाँ” कविता के हैं । कवि ड्राइवर से कहता है मैं ने (कवि) झुककर कहा हाँ भाई ! आखिर मैं भी एक पिता हूँ | बस यूँही आपसे पूछ लिया । वरना कौन नहीं पसंद करते छोटी – छोटी कलाइयों की गुलाबी चूडियाँ ?

(2) कितने इसके तारे टूटे,
कितने इसके प्यारे छूटे,
जो छूट गए फिर कहाँ मिले,
पर बोलो टूटे तारों पर
कब अम्बर शोक मनाता है ।
जो बीत गई सो बात गई !
उत्तर:
संदर्भ : प्रस्तुत पंक्तियाँ “जो बीत गयी” कविता पाठ से दी गयी हैं । इसके कवि श्री हरिवंशराय बच्चन जी हैं। ये हालावादी कवि हैं। इस कविता के द्वारा कवि कहते हैं कि बीती हुई बातें कभी भी नहीं लौटते । इसलिए उनको भूलकर धीरज के साथ आगे बढने का संदेश देते हैं ।

व्याख्या : प्रस्तुत पंक्तियों में कवि कहना चाहता है – शाम होते ही नयी नयी तारें आती हैं । सबेरे होते ही कई छूट जाती हैं । तो भी आकाश छूटनेवालों की चिंता नहीं करता । क्यों कि वह इस आशा में बना रहता है कि शाम को सबेरे डूबे हुए सितारों की जगह नये – नये सितारें आयेंगे । इस धीरज के कारण आकाश हमेशा निर्मल और निश्चिंत रहता है ।”

विशेषता : प्रस्तुत पंक्तियों में “आकाश के कई तारे टूट जाने पर भी आकांश उन पर शोक नहीं मनाता ।

(3) तपस्वियों सी हैं अटल ये पर्वतों की चोटियाँ
ये बर्फ कि घुमेरदार घेरदार घाटियाँ
उत्तर:
संदर्भ : प्रस्तुत पंक्तियाँ “ये कौन चित्रकार हैं” नामक कविता से दी गयी हैं । इसके कवि श्री भरत व्यास हैं । वे प्रसिद्ध नाटककार और गीतकार हैं । प्रस्तुत कविता में आप प्रकृति की सुंदरता का वर्णन सुंदर शब्दों में किये हैं ।

ब्याख्या : प्रस्तुत पंक्तियाँ ” ये कौन चित्रकार है” कविता से दी गयी हैं । पर्वतों की चोटियाँ और बर्फ की घाटियों की सुंदरता का वर्णन किया गया है । जैसे कि पर्वत की ये अटल चोटियाँ ऋषि मुनियों की जैसी हैं । ये बर्फ की घाटियाँ घुमेरदार और घेरदार हैं । धरती के पर्वत, घाटियाँ, वृक्ष सृष्टिकर्ता के चमत्कार बनकर हमारे सामने आते हैं ।

(4) कोहरे से ढकी सड़क पर बच्चे काम पर जा रहे हैं
सुबह – सुबह
बच्चे काम पर जा रहे हैं
उत्तर:
संदर्भ : प्रस्तुत पंक्तियाँ “बच्चे काम पर जा रहे हैं’ कविता से दिये गये हैं । इस कविता के कवि श्री राजेश जोशी हैं । आप हिन्दी साहित्य के आधुनिक काव्य के प्रसिद्ध कवि हैं ।” कवि ने बाल मजदूरी की समस्या की ओर आकर्षित करने की कोशिश की ।

व्याख्या : प्रस्तुत पंक्तियों में कवि ने लिखा है कि बहुत ही ठण्ड का मौसम है और सुबह – सुबह का वख्त है। चारों तरफ और सडकें भी कोहरे से ढँकी हुई है। परंतु इतनी ठण्ड में भी छोटे – छोटे बच्चे अपने – अपने काम पर जाने केलिए मजबूर हैं ।

विशेषता : प्रस्तुत पंक्तियों में कवि काम पर जानेवाले बच्चों की स्तिति को देखकर विचलित हो जाते हैं और प्रश्न पूछ रहे हैं कि आखिर बच्चे काम पर क्यों जा रहे हैं ?

6. निम्नलिखित गद्यांशों में से किन्हीं दो की संदर्भ सहित व्याख्या कीजिए । (2 × 3 = 6)

(1) गेलौर से वजीरगंज जाने की 90 किलोमीटर की दूरी को 13 किलोमीटर ला देने वाला यह निशानी है । एक अंग्रेज पत्रकार ने रास्ता एक श्रमिक के प्यार की लिखा : ‘पूअरमैंस ताजमहल ।’
उत्तर:
संदर्भ : प्रस्तुत पाठ्यांश सफल लेखक, संपादक, अनुवादक, सक्रिय सांस्कृतिक विचारक एवं सच्चे सामाजिक कार्यकर्ता सुभाष गाताडे के पाठ ‘पहाड़ से उँचा आदमी से उद्धृत है । दशरथ माँझी द्वारा पहाड़ काटने के भंगीरथ – यत्न में लोग कैसे अपने हाथ बँटाते हैं, उसका विवरण देते हुए लेखक, प्रस्तुत कथन कहते हैं ।

व्याख्या : लेखक कहते हैं कि दशरथ माँझी छैनी और हथौड़ से पहाड़ काटकर गेलौर से वजीरगंज की 90 कि.मी. की दूरी को 13 कि.मी. लाते हैं । यह नया रास्ता कठोर श्रमिक दशरथ माँझी की जीवन संगिनी फागुनी देवी का पवित्र प्रेम – चिह्न है । अस्वस्थ फागुनी देवी को 90 कि.मी. दूर स्थित नदजीक वजीरगंज अस्पताल ले जाने के दौरान वह दम तोड़ देती है । तब दशरथ इस भगीरथ यत्न का निर्णयकर कार्य सफलता पाते हैं । जैसे शहशाह शाहजहाँ की प्रियतमा मृत मुमताज की यादगार में वे ताजमहल का निर्माण करते हैं, वैसे ही निर्धन श्रमिक दशरथ अपनी जीवन संगिनी फागुनी देवी की यादगार में वे इस नए रास्ते का निर्माण करते हैं । एक अंग्रेज़ पत्रकार ठीक कहते हैं कि यही रास्ता दरिद्र दशरथ का ताजमहल हैं ।

विशेषताएँ : ‘यहा रास्ता एक श्रमिक के प्यार की निशानी’ और ‘पूअर मैंस ताजमहल’ शब्दों में लेखक बिंदु में सिंधु भर देते हैं । दोनों उपमाएँ सटीक हैं । ‘आज की तारीख में…’ कहकर लेखक पुराने मीलों की याद दिलाते हैं ।

(2) हमारा देश किसानों का देश ………….. सब से गर्व की बात है ।
उत्तर:
संदर्भ : प्रस्तुत निबंधांश पुरातत्ववेत्ता, इतिहासकार एवं निबंधकार वासुदेवशरण अग्रवाल के निबंध, ‘धरती’ के अंतिम अनुच्छेद से दिया गया है। किसान को पैसा नहीं चाहिए, चाहिए कि बलिष्ठ शरीर । उससे वह धरती माँ से सहगामी होकर फलने फूलने लगेगा । इस संदर्भ डॉ. वासुदेवशरण यह कथन कहते हैं ।

व्याख्या : किसानों का देश है, हमारा भारत । कृषि हमारे भारतदेश का पेशा है; जीविका के लिए किए जानेवाला धंधा है, व्यवसाय है । कृषक होना हमारे भारतीयों के लिए बड़े गर्वका विषय है । क्यों कि कृषक अन्नदाता हैं और जीवनदाता हैं । राष्ट्रकल्याण का मूलस्तंभ है ।

विशेषता : निबंधकार इस कथन दवारा कृषक – महत्व को उजागर करते हैं ।

(3) परमात्मा, मेरे बच्चों पर दया करो। इस अधर्म का दंड मुझे मत दो, नहीं तो मेरा सत्यानाश हो जाएगा ।
उत्तर:
संदर्भ : ये वाक्य महान कहानीकार एवं उपन्यास सम्राट मुंशी प्रेमचंद की सफल कहानी ‘बूढ़ी काकी’ से दिए गए हैं। रात को रूपा की लड़की- लाड़ली अपनी चारपाई में न पाकर इधर उधर ढूँढ़ती और देखती कि । जूठे पत्तलों पर से पूडियों के टुकड़े खा रही बूढ़ी काकी के पास खड़ी है । करुणा और भय से रूपा का हृदय द्रवित होता है । वह सच्चे दिल से अकाश की ओर हाथ उठाकर ये वाक्य कहती है ।

व्याख्या : हे भगवान ! बूढ़ी काकी से किया जा रहा इस दुर्व्यवहार, इस दुस्थिति का कारण पति महित मैं और बच्चे हैं । इस विधर्म चेष्टा की सजा मुझे और बच्चों को मत दो। हम पर रहम करो ।

विशेषता : यह उद्धरण रूपा में स्थित पाप – भीति एवं उससे हुआ हृदय – परिवर्तन का परिचायक है ।

(4) इस राज्य का कण-कण दर्शनीय स्थल-सा प्रतीत होता है । एक – बार जो इस राज्य की सुंदरता को देख लेता है, उसे यह राज्य स्वर्ग का आभास देता है ।
उत्तर:
संदर्भ : यह उद्धरण संपादक मंडल द्वारा संपादित ‘तेलंगाना के दर्शनीय स्थल’ नामक पाठ के आरंभिक अनुच्छेद से दियागया है । यह उद्धरण तेलंगाना की सुंदरता का वर्णन करते समय संपादक – मेडल द्वारा कहा जाता है ।

व्याख्या : संपादक – मंडल कहते हैं कि तेलंगाना राज्य का हर कण देखनेलायक स्थान की तरह लगता है । जो व्यकित इसकी सुंदरता को . एकबार देख लेता है, उसको यह तेलंगाना राज्य स्वर्ग – सा लगता है । विशेषता : संपादक मंडल द्वारा तेलंगाणा राज्य को अपर स्वर्ग कहा गया ।

7. निम्नलिखित में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर दो वाक्यों में लिखिए | (2 × 3 = 6)

(1) “जो बीत गयी सो बात गयी” कविता में प्रकृति के माध्यम से क्या प्रेरणा मिलती है ?
उत्तर:
जो बीत गयी सो बात गयी कविता में प्रकृति के माध्यम से यह प्रेरणा मिलती है कि जिस प्रकार आकाश के कई तारे छूट जाने पर भी आकाश उन पर शोक नहीं मानता और उपवन में कितनी कलियाँ, फूल, पत्ते मुरझा जानेपर भी वह निराश नहीं होता । उसी प्रकार मनुष्य को अप्रिय बातें भूलकर जीवन में आगे बढें ।

(2) कवि “भरत व्यास” के अनुसार प्रकृति की सुंदरता कैली है ?
उत्तर:
कवि भरत व्यास के अनुसार प्रकृति का सृजन सृष्टिकर्ता ने किया है । ईश्वर को इस सृष्टि का चित्रकार मानते हुए दार्शनिकता दर्शाई है । नीला- नीलगगन, रंगभरी दिशाएँ, पेड-पौधों के फूल मनमोहक होते हैं । प्रकृति को निहारने से हमें सृजन की विविधता दिखाई देती है । धरती के पर्वत, घाटियाँ, वृक्ष, सृष्टिकर्ता के चमत्कार बनकर हमारे सामने आते हैं । प्रकृति से मन प्रसन्न हो जाता है । प्रकृति की सुंदरता अद्वितीय है ।

(3) “बच्चे काम पर जा रहे हैं” कविता में कवि किस बात पर दुःखी है ?
उत्तर:
“बच्चे काम पर जा रहे हैं’ कविता में कवि इस बात से दुःखी है कि बहुत सारे बच्चे अपने पेठ भरने के लिए बचपन से ही काम पर लग जाना है। उन्हें पढने और खेलने का मौका नहीं मिलता है । इस तरह से उनका बचपन छीन लिया जाता है ।

(4) नागार्जुन का संक्षिप्त परिचय लिखिए |
उत्तर:
नागार्जुन का असली नाम वैद्यनाथ मिश्र था। इनका जन्म सन् 1911 में वर्तमान मधुबनी जिले के सतलाख में हुआ था । इनके पिता गोकुल मिश्र और माता उमादेवी हैं | उनकी शिक्षा संस्कृत में हुई। उनकी मृत्यु ता 05- 11-1988 को हुई । इनके प्रमुख काव्य संग्रह हैं – ‘युगंधरा’, ‘तालाब की मछलियाँ”, “अपने खेत में”, “इस गुब्बारे की छाया में’ आदि । वे प्रसिद्ध उपन्यास कार भी थे । “रतिनाथ की याची”, “नयी पौध”, “वरुण के बेटे” आदि इनके उपन्यास हैं ।

8. निम्नलिखित में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर तीन-चार वाक्यों में लिखिए | (2 × 3 = 6)

(1) भारत का किसान अपना घर किन चीजों से बनाता है ?
उत्तर:
किसान अपना घर बाँस और बल्लियों के ठाठ से, अपने ही जंगल के बाँस और फूँस से अपने ताल की मिट्टी से पाथी हुई कच्ची ईंटों से बनाता है । घर की लिपाई पुताई में उसकी घरवाली उसका हाथ बँटाती है। ऐसे फूँस और छप्पर के कच्चे घर में रहना किसान पसंद करता है । ऐसा घर सर्दी में गरम और गर्मी में ठंडा लगता है ।

(2) सयानी बुआ के व्यक्तित्व का संक्षिप्त परिचय दीजिए ।
उत्तर:
सयानी बुआ बचपन से ही कठोरता से पालन करनेवाली एवं अनुशासन रखनेवाली नारी । वे अपने घर में रहनेवाले सभी से भी इन नियमों का पालन कराती हैं । वे सारे घर को सुव्यवस्ति, सुंदर और साफ रखती हैं । उनकी भयंकर कठोरता में कोमलता भी छिपी है। अन्नू को खूब प्यार करती हैं । अन्नू का सुरक्षित समाचार सुनकर इतना हर्षित होती है मानों उन्हें स्वर्ग की निधि मिलगई हो ।

(3) प्रेमचंद की कुछ रचनाओं के नाम लिखिए ।
उत्तर:
कथा – सम्राट एंव उपन्यास सम्राट प्रेमचंद ने यथार्थवाद एवं आदर्शवाद से संबंधित लगभग 300 कदानियाँ और एक दर्जन उपन्यास लिखे | पंच परमेश्वर, बड़े घर की बेटी, कफेन, बूढी काकी आदि कहानियाँ प्रसिद्ध हैं ।

गोदान, गबन, प्रेमाश्रम, सेवा सदन, निर्मला, कर्मभूमि, रंगभूमि, प्रतिज्ञा, कायाकल्प आदि प्रसिद्ध उपन्यास हैं । गोदान इनका अंतिम तथा सर्वश्रेष्ठ उपन्यास है | इनकी श्रेष्ठ वचनाएँ देश – विदेशी भाषाओं में अनूदित हुई और फिल्में भी बनाई गई ।

(4) तेलंगाना की राजधानी क्या है ? उसके बारे में लिखिए |
उत्तर:
तेलंगाना राज्य की राजधानी हैदराबाद है, जो ऐतिहासिक नगर है । इसे भाग्यनगर, मोती का शहर तथा गंगा-जमुना तहजीब का नगर भी कहते हैं । इसके दर्शनीय स्थल हैं गोलकोंडा, चारमीनार, मक्का मस्जिद, कुतुबशाही गुंबद, पैगाह गुंबद, तारामती बारादरी, फलकनुमा महल और चौमोहल्ला महल, जिनमें सजीवता एवं उत्कृष्टता दिखाई देती हैं । इनके अलावा, सालारजंग संग्रहालय, नेहरु चिड़ियाघर, हाइटेक सिटी, हुस्सैन झील आदि भी देखने लायक हैं ।

9. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक शब्द में लिखिए । (5 × 1 = 5)

(1) रहीम किन किन भाषाओं के ज्ञाता थे ?
उत्तर:
तुर्की, संस्कृत, अरबी व फारसी भाषाएँ

(2) बिहारी किस काल के कवि थे ?
उत्तर:
रीतिकाल के

(3) पिता बेटी के लिए कौनसा उपहार लाया है ?
उत्तर:
“काँच की गुलाबी चूडियाँ”

(4) हरिवंशराय बच्चन का जन्म कहाँ हुआ ?
उत्तर:
इलाहाबाद के समीप प्रतापगढ़ जिले के बाबूपट्टी नामक गाँव में |

(5) भारत व्यास के किसी एक प्रसिद्ध फिल्मी गीत का नाम लिखिए ।
उत्तर:
ऐ मालिक तेरे बंदे हम ——- (दो आँखें बारह हाथ) ।

10. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक शब्द में लिखिए । (1 × 5 = 5)

(1) उपभोक्तावाद की संस्कृति पाठ के लेखक कौन हैं ।
उत्तर:
श्यामचरण दुबे

(2) दशरथ माँझी की पत्नी का नाम क्या था ?
उत्तर:
फागुनी देवी

(3) ‘सयानी बुआ’ के पास पढ़ाई करने कौन गयी थी ?
उत्तर:
कहानीकार मन्नू भंडारी

(4) भारतीय किसान अपना मनोरंजन कैसे करता है ?
उत्तर:
कथा – वार्ता और लोकगीत – लोकनृत्य द्वारा

(5) बूढ़ी काकी को सबसे अधिक क्या पसंद था ?
उत्तर:
स्वादिष्ट ले-लेकर खाना

खण्ड – ‘ख’ (40 अंक)

11. निम्नलिखित में से एक पत्र लिखिए | (1 × 5 = 5)

(1) परीक्षा में अच्छे अंक पाने पर भाई को बधाई देते हुए पत्र लिखिए |
उत्तर:

दिनांक : 23.07.2019
स्थान : हैदराबाद |

प्रिय राकेश,
शुभाशीष । आशा करता हूँ कि तुम वहाँ सकुशल होगे। तुम्हारा पत्र मिला । मुझे यह जानकर बहुत प्रसन्नता हुई कि तुमने पिछली परीक्षा की तुलना इस परीक्षा में खूब मेहनत की । इसी का परिणाम है कि तुम्हें अच्छे अंक प्रात्प हु | मैं तुम्हें इस सफलता के लिए ढेर सारी बधाई देता हूँ ।
आशा करता हूँ कि भविष्य में भी इसी तरह अच्छे अंक प्रात्प करोगे ।

तुम्हारा भैया
अभिनव कुमार,

पता :
सेवा में,
राकेश कुमार,
कक्षा : नवीं, क्र.सं. 15,
सरकारी उच्च पाठशाला,
वरंगल, तेलंगाना ।

अथवा

(2) अच्च शिक्षा के लिए टी.सी. ( स्थानांतरण – पत्र) तथा शैक्षणिक प्रमाण पत्र के प्रधानाचार्य को पत्र |
उत्तर:

दिनांक : 23.07.2019
स्थान : हैदराबाद |

सेवा में,
प्रधानाचार्य,
शासकीय महाविद्यालय,
नामपल्ली, हैदराबाद ।
विषय : उच्च शिक्षा के लिए टी. सी. ( स्थानांतरण – पत्र) तथा शैक्षिक प्रमाण – पत्र की आवश्यकता हेतु ।
माननीय महोदय,
सविनय निवेदन है कि मैंने आपके महाविद्यालय से एम. पी. सी. ग्रूप, द्वितीय वर्ष उत्तीर्ण किया है । उच्च शिक्षा के लिए मुझे टी. सी..। .(स्थानांतरण- पत्र) और बोनाफाइड (शैक्षिक प्रमाण-पत्र ) की आवश्यकता है ।
अतः आपसे निवेदन है कि उपर्युक्त प्रमाण-पत्र यथाशीघ्र देने की कृपा करें |
धन्यवाद ।

आपका आज्ञाकारी छात्र
अभिनव कुमार,
क्र. सं. 14,
एम. पी. सी. ।

12. निम्नलिखित में से किन्हीं आठ शब्दों का संधि विच्छेद कीजिए । (8 × 1 = 8)

(1) धर्मार्थ
(2) नरेंद्र
(3) वनौषधि
(4) यद्यपि
(5) नाविक
(6) दिग्गज
(7) सम्मान
(9) जगदीश
(8) एकैक
(10) सदैव
(11) देवर्षि
(12) स्वागत
उत्तर:
(1) धर्म + अर्थ = धर्मार्थ
(2) नर + इंद्र = नरेंद्र
(3) वन + औषधि = वनौषधि
(4) यदि + अपि = यद्यपि
(5) नौ + इक = नाविक
(6) दिक् + गज = दिग्गज
(7) सम् + मान = सम्मान
(8) एक + एक = एकैक
(9) जगत् + ईश = जगदीश
(10) सदा + एव = सदैव
(11) देव + ऋषि = देवर्षि
(12) सु + आगत = स्वागत

13. निम्नलिखित में से किन्हीं पाँच शब्दों के समास के नाम लिखिए | (5 × 1 = 5)

(1) नवरात्र
(2) रात-दिन
(3) नीलकमल
(4) सुलोचना
(5) त्रिलोक
(6) शरणागत
(7) मनचाहा
(8) दशानन
उत्तर:
(1) नवरात्र – द्विगु समास
(2) रात-दिन – द्वन्द्व समास
(3) नीलकमल – कर्मधारय समास
(4) सुलोचना – बहुव्रीहि समास
(5) त्रिलोक – द्विगु समास
(6) शरणागत – कर्म तत्पुरुष समास
(7) मनचाहा – तत्पुरुष समास
(8) दशानन – बहुव्रीहि समास

14. निम्नलिखित विज्ञापन पढ़कर नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए ।

Img 1
प्रश्न – उत्तर :
1) फ्लैग डे कब मनाया जाता है ?
उत्तर:
7 दिसंबर फ्लैग डे मनाया जाता है ।

2) दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी फौज़ कौनसी है ?
उत्तर:
वॉलिंटियर ।

3) फ्लैग डे के दिन किसके कल्याण के लिए फंड एकत्रित करते हैं ?
उत्तर:
भारतीय सशस्त्र बल से जुडे जवानों के कल्याण के लिए

4) दुनिया की सबसे बड़ी वालिंटियर सेना किसके पास है ?
उत्तर:
भारत के पास

(आ) गद्यांश पढ़कर प्रश्नों के उत्तर एक वाक्य में लिखिए । (4 × 1 = 4)

भारत (आधिकारिक नामः भारत गणराज्य) दक्षिण एशिया में स्थित भारतीय उपमहाद्वीप का सबसे बड़ा देश है । पूर्ण रूप से उत्तरी गोलार्ध में स्थित भारत, भैगोलिक दृष्टि से विश्व में सातवाँ सबसे बड़ा और जनसंख्जा के दृष्टिकोण से दूसरा सबसे बड़ा देश है। भारत के पश्चिम में पाकिस्तान, उत्तर – पूर्व में चीन, नेपाल और भूटान, पूर्व में बांग्लादेश और म्यान्मार स्थित हैं । हिन्द महासागर में इसके दक्षिण पश्चिम में मालदीव, दक्षिण में श्रीलंका और दक्षिण – पूर्व में इंडोनेशिया से भारत की सामुद्रिक सीमा लगती है । इसके उत्तर की भौतिक सीमा हिमालय पर्वत से और दक्षिण में हिन्द महासागर से लगी हुई है। पूर्व में बंगाल की खाड़ी है तथा पश्चिम में अरब सागर हैं ।

प्रश्न – उत्तर :
1) भारत का आधिकारिक नाम क्या है ?
उत्तर:
भारत गणराज्य ।

2) भारत पूर्ण रूप से किस गोलार्ध में स्थित है ?
उत्तर:
उत्तरी गोलार्ध में स्थित है ।

3) उत्तर में भारत की सीमा क्या है ?
उत्तर:
उत्तर की भौतिक सीमा हिमालय पर्वत से है ।

4) अरब सागर कहाँ है ?
उत्तर:
पश्चिम में अरब सागर है।

15. (अ) निम्नलिखित में से किन्ही चार मुहावरों के अर्थ लिखिए | (4 × 1 = 4)

(1) अँगूठा छाप होना
उत्तर:
मना करना या चिढ़ाना

(2) इशारे पर नाचना
उत्तर:
वश में हो जाना

(3) कएँ का मेंढक
उत्तर:
अल्पज्ञ

(4) आँखों में धूल झोंकना
उत्तर:
धोखा देना

(5) आँख खुलना
उत्तर:
होश में आना

(6) खाल खींचना
उत्तर:
दंडदेना

(7) तारे तोड़ लाना
उत्तर:
मुश्किल काम करना

(8) अंधे की लाठी
उत्तर:
एक मात्र सहारा

(आ) किन्हीं चार लोकोक्तियों के अर्थ लिखिए । (4 × 1 = 4)

(1) अधजल गगरी छलकत जाय
उत्तर:
जिसके पास थोड़ा ज्ञान होता हैं, वह उसका प्रदर्शन या आडम्बर करता है ।
(2) ऊँट के मुँह में जीरा
उत्तर:
जरूरत के अनुसार चीज न होना

(3) अक्ल बड़ी या भैंस
उत्तर:
बुद्धि शारीरिक शक्ति से अधिक श्रेष्ठ होती है ।

(4) जान है तो जहान है
उत्तर:
संसार में जान सबसे प्यही वस्तु है ।

(5) यथा राजा, तथा प्रजा
उत्तर:
जैसास्वामी वैसा ही सेवक ।

(6) आग में घी डालना
उत्तर:
पहले से हो रहे झगड को भड़काने की क्रिया ।

(7) एक पंथ दो काज
उत्तर:
एक काम से दूसरा काम हो जाता ।

(8) कंगाली में आटा गीला होना
उत्तर:
परेशानी पर पेरशानी आना

16. नीचे दिए गए वाक्यों में से किन्ही तीन के वाच्य बदलिए । (3 × 2 = 6)

(1) राम पाठ पढ़ता है |
उत्तर:
राम से पाठ पढ़ा जाता है ।

(2) सीता आम खायेगी ।
उत्तर:
सीता से आम खाया जायेगा ।

(3) गोपाल कॉर बेच रहा है ।
उत्तर:
गोपाल से कॉर बेची जा रही है ।

(4) राम घोड़े पर चढ़ेगा ।
उत्तर:
राम से घोड़े पर चढ़ा जायेगा ।

(5) तुम फूल तोड़ोगे |
उत्तर:
तुम्हारे द्वारा फुल तोड़ा जाएगा ।

(6) वह पत्र देता है ।
उत्तर:
उससे पत्र दिया जाता है ।

Leave a Comment