TS Inter 2nd Year Hindi Model Paper Set 1 with Solutions

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TS Inter 2nd Year Hindi Model Paper Set 1 with Solutions

Time : 3 Hours
Max. Marks: 100

सूचनाएँ :
1. सभी प्रश्न अनिवार्य हैं ।
2. जिस क्रम में प्रश्न दिये गये हैं, उसी क्रम से उत्तर लिखना अनिवार्य है ।

खण्ड – ‘क’ (60 अंक)

1. निम्नलिखित किसी एक पद्य का भावार्थ लिखिए । (1 × 6 = 6)

1. रहिमन धागा प्रेम का, मत तोरो चटकाय ।
टूट से फिर ना जुरै, जुरै गांठ पर जाय ।।
उत्तर:
भावार्थ : इस दोहे में रहीम उपदेश देते हैं कि “प्रेम का धागा (संबंध) बडा ही नाजुक होता है। इसलिए इसे टूटने नहीं देना चाहिए। क्यों कि, जिस तरह टूटे धागों को जोडने पर गाँठ पड जाती है वैसे ही संबंधों में भी गाँठ पड़ जाती है” ।

భావార్థము : రహీమ్ ఈ దోహాలో ప్రేమ అనే దారము (సంబంధం) చాలా నాజూకైనది. ఇందువల్ల దీనిని తెగనీయకూడదు. ఎందుకంటే ఏవిధంగానైతే తెగిన దారాలను కలిపినపుడు ముడిపడుతుందో అదే విధంగా సంబంధాల్లో కూడా ముడి (కణుపు) పడుతుందని ఉపదేశించారు.

अथवा

2. समै – समै सुंदर सबै, रूप कुरुप न कोय |
मन की रुचि जेती जितै, तित तेती रुचि होय ॥
उत्तर:
भावार्थ : बिहारी इस दोहे में वस्तु की सुंदर या असुंदर की स्थिति के बारे में बताते हुए कहते हैं – “इस दुनिया में कोई भी वस्तु सुंदर या असुंदर नहीं है । वरन् अपने – अपने समय पर सभी वस्तुएँ सुंदर बन जाती हैं। मनुष्य की जिस वस्तु के प्रति जितनी अधिक प्रीति होती है, वह उसे उतना ही अधिक सुंदर दिखाई देगी।

భావార్థము : బిహారీ ఈ దోహాలో వస్తువు యొక్క అందం అంద విహీనం అనే దాని గురించి ప్రస్తావిస్తూ ఇలా చెబుతున్నారు. “ఈ ప్రపంచంలో ఏ వస్తువుకూడా అందమైనది అంద విహీనమైనది అంటూ ఉండదు. కాకపోతే వారి వారి కాలాల్లో (సమయాల్లో) అన్ని వస్తువులు అందంగా తయారైనవే. మనిషికి ఏ వస్తువు ఎడల ఎక్కువ ప్రేమ ఉంటుందో అది అతనికి అంతే ఎక్కువ అందంగా కన్పిస్తుంది.

2. निम्नलिखित किसी एक कविता का सारांश 5-6 वाक्यों में लिखए । (1 × 6 = 6)

(1) “गुलाबी चूडियाँ” पाठ का सारांश पाँच-छः वाक्यों में लिखिए ।
उत्तर:
कवि परिचय : नागार्जुन का असली नाम वैद्यनाथ मिश्र था । इनका जन्म सन् 1911 में वर्तमान मधुबनी जिले के सतलखा में हुआ था । इनके पिता गोकुल मिश्र और माता उमादेवी हैं। उनकी शिक्षा संस्कृत में हुई। उनकी मृत्यु ता 05-11-1988 को हुई |

सारांश : नागार्जुन की कविता संवेदना और ममत्व से भरी है । प्रस्तुत कविता में बेटी के प्रति पिता का वात्सल्य दिखाई देता है। विशेषकर एक ऐसे पिता का वात्सल्य जो परदेश में रहता है। अधिकतर पिता रोजगार की चिंता में अपना परिवार को पीछे छोड़ आते हैं ।

एक प्राइवेट बस का ड्राइवर है । उसे सात साल की बच्ची रहती है । ड्राइवर बस आराम से चला रहा है और बस स्टाप में रोकता ह । तभी नागार्जुन (कवि) बस चढते हैं और देखते हैं कि सामने गियर से ऊपर काँच की चार गुलाबी चूडियाँ हुक से लटका रक्खी हैं । वे बस की रफ्तार के अनुसार हिलती रहती हैं। कवि को संदेह होता है, तुरंत ड्राइवर से पूछता है ये चूड़ियाँ क्यों लटका रक्खी हैं। ढलती उम्र के बडी मूँछ के चेहरा ड्राइवर आहिस्ते से कहता है कि हाँ साहब ! यह एक तोफा है। एक बेटी ने अपने पिता को दिया है यह तोफा । लाखों बार कहने पर भी बेटी उन्हें नहीं निकालती । यहाँ अब्बा की नजरों के सामने कई दिनों से अपनी अमानत टाँगे हुए हैं ।

मैं भी (कवि) सोचता हूँ कि चूड़ियाँ क्या बिगाडती हैं, इनको यहाँ से किस कारण से हटा दूँ । ड्राइवर ने एक नजर मुझ पर डाला । मैं भी (कवि) एक नजर ड्राइवर पर डाला । दूध जैसा वात्सल्य ( स्वच्छ प्रेम ) बडी बडी आँखों में गिरा दे रहा था। उनकी नजर चंचलता घेरनेवाला सीधे-साधे प्रश्न पर और फिर से सडक की ओर होगई। मैं ने (कवि) झुककर कहा- हाँ भाई ! आखिर मैं भी एक पिता हूँ। बस यूँही आपसे पूछ लिया । वरना कौन नहीं पसंद करते छोटी – छोटी कलाइयों की गुलाबी चूडियाँ ?

(2) “बच्चे काम पर जा रहे हैं “पाठ का सारांश पाँच छः वाक्यों में लिखिए ।
उत्तर:
कवि राजेश जोशी इस कविता के द्वारा बाल बच्चों की स्थित को देखकर विचलित मन से अपना क्रोध व्यक्त करते हैं । कवि यह प्रश्न पूछ रहा है कि सुबह – सुबह ठंड का मौसम चारों तरफ फैला हुआ है और सडकें भी कोहरे से ढँकी हुई है । इतने ठंड़ में बच्चे अपने – अपने काम पर जाने के लिए मजबूर हैं ।

पढने और खेलने की उम्र में बच्चों को अपने पेट पालने के लिए काम पर क्यों जाना पड रहा है ? क्या बच्चों को खेलने के गेंद, मैदान, बगीचे और घरों के आँगन खत्म हो चुके हैं ? पढाने के लिए विद्यालय, पढने के लिए किताबें सब चले गये हैं ? अगर सच में एसा हैं तो इस दुनिया में बचा ही क्या ? हमेशा की तरह इन सारी चीजें मौजूद होने पर भी आखिर क्यों छोटे- छोटे बच्चे सड़कों से अपने अपने काम पर जाने केलिए विवष हैं ?

3. निम्नलिखित किसी एक पाठ का सारांश 5-6 वाक्यों में लिखिए । (1 × 6 = 6)

(1) ‘उपभोक्तावाद की संस्कृति’ पाठ का सारांश पाँच-छः वाक्यों में लिखिए ।
उत्तर:
हम लोग विविध विज्ञापनों की चमक दमक से सम्मोहित होकर वस्तुओं के पीछे भाग रहे हैं, चाहे वे घटिया भी क्यों न हों। हमारी दृष्टि वस्तु की गुणवत्ता पर नहीं है । संपन्न वर्ग प्रदर्शनपूर्ण जीवनशैली को अपना रहा है, जिस पर साधारण निर्धन वर्ग भी मोहितदृष्टि लगाता है । यह, सभ्यता एवं संस्कृति के विकास का चिंताजनक विषय है, जिसे उपभोक्तावाद ने सजाया । यह उपभोक्ता संस्कृति; यह दिखावे की संस्कृति हमारी सामाजिक

जड़ को उखाड़ती है और सामाजिक अशांति को फैलाती है । हमारी सांस्कृतिक अभिमान का भी हास होता है। यह संस्कृति भविष्य के लिए एक बड़ी चुनौती हैं ।

(2) ‘बूढ़ी काकी’ पाठ का सारांश पाँच-छः वाक्यों में लिखिए ।
उत्तर:
बूढ़ी काकी अपने पति और पुत्र की मृत्यु के बाद सारी संपत्ति भतीजे बुद्धिराम के नाम कर देती है । संपत्ति हायिल करने के बाद बुद्धिराम और उसकी पत्नी रूपा और दो बेटे बूढ़ी काकी के साथ दुर्व्यवहार करते रहते हैं । लेकिन, बुद्धिराम की बेटी लाड़ली काकी का ख्याल रखती है । उसके बेटे मुखराम के तिलक – उत्सव के दिन स्वादिष्ट भोजन आधी रात को की लालसा में बूढ़ी काकी मेहमानों के जूठे खाना खाने लगती है । इस दृश्य को देखते ही, दया और पाप भीति से रूपा पछताती है और काकी को प्रेम से सभी खाद्यों से सज्जित थाली देती है। सभी भूलकर काकी सहर्ष खाना खाने के स्वर्गीय दृश्य देखकर रूपा आनंदमग्न होती है ।

4. निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं दो के उत्तर तीन-चार वाक्यों में लिखिए । (2 × 4 = 8)

(1) “अंधेर नगरी” एकांकी के अंत में फाँसी पर कौन चढा ? और क्यों ?
उत्तर:
अंधेर नगरी’ एकांकी के अंत में चौपट राजा खुद फाँसी पर चढता है और मरजाता है । क्यों कि गुरू महंत ने गोबरधनदास को बचाने के लिए कहा कि इस शुभ घडी में मरनेवाला सीधे स्वर्ग जाएगा। सीधे स्वर्ग जाने की लालच में राजा फाँसी पर चढा । गोबर धनदास मोटा आदमी होने के वजह से सिपाही उसको पकड लेते हैं ।

(2) अशोक ने शस्त्रों का त्याग क्यों किया ?
उत्तर:
अशोक स्वयं अपनी सेना का संचालन करते समय शत्रु- कलिंग की सभी सेना महिलाएँ हैं । उसकी संचालन करनेवाली राजकुमारी पद्मा भी स्त्री है । स्त्रियों पर शस्त्र चलाना शास्त्र – विरुद्ध है । इसे दृष्टि में रखने और स्त्री सेना को देखकर अपना हृदय परिवर्तित होने के कारण अशोक ने शस्त्रों का त्याग किया ।

(3) ‘गाँव का ईश्वर’ प्रकांकी का उद्देश्य क्या है ?
उत्तर:
‘अशिक्षा से ग्रामीण प्रांतों में कई दुष्परिणाम होते रहते हैं । उनमें बेमेल विवाह, बाल्यविवाह, लडकियों को समान अधिकार न देना, शिक्षित संतान की भावनाओं को प्राथमिकता न देना, बडों की पसंद को छोटों की पसंद बनाकर थोपना, बड़ा आदमी चाहें कैसे भी हो, गाँव का ईश्वर समझना आदि हैं । इन बिंदुओं की ओर पाठकों की दृष्टि आकृष्ट कर इन दुष्परिणामों को दूर कराने की कोशिश करना ही इस एकांकी का मुख्य उद्देश्य है ।

5. निम्नलिखित पद्यांशों में से किन्हीं दो की संदर्भ सहित व्याख्या कीजिए । (2 × 3 = 6)

(1) हाँ भाई, मैं भी पिता हूँ
वो तो बस यूँ ही पूछ लिया आपसे
वरना किसे नहीं भाएँगी ?
नन्हीं कलाइयों की गुलाबी चूड़ियाँ !
उत्तर:
संदर्भ : प्रस्तुत पद्यांश / कविता “गुलाबी चूडियाँ” नामक कविता से दिया गया है | इसके कवि श्री नागार्जुन हैं । आप हिन्दी साहित्य के आधुनिक काव्य के प्रमुख कवि हैं । प्रस्तुत कविता में आप बेटी के प्रति पिता का प्रेम और वात्सल्य को दिखाते हैं ।
व्याख्या : प्रस्तुत पंक्तियाँ “गुलाबी चूडियाँ” कविता के हैं । कवि ड्राइवर से कहता है मैं ने (कवि) झुककर कहा हाँ भाई ! आखिर मैं भी एक पिता हूँ । बस यूँही आपसे पूछ लिया । वरना कौन नहीं पसंद करते छोटी – छोटी कलाइयों की गुलाबी चूडियाँ ?

(2) कितने इसके तारे टूटे,
कितने इसके प्यारे छूटे,
जो छूट गए फिर कहाँ मिले;
पर बोलो टूटे तारों पर
कब अम्बर शोक मनाता है ।
उत्तर:
संदर्भ : प्रस्तुत पंक्तियाँ “जो बीत गयी” कविता पाठ से दी गयी हैं । इसके कवि श्री हरिवंशराय बच्चन जी हैं। ये हालावादी कवि हैं । इस कविता के द्वारा कवि कहते हैं कि बीती हुई बातें कभी भी नहीं लौटते । इसलिए उनको भूलकर धीरज के साथ आगे बढने का संदेश देते हैं ।
व्याख्या : प्रस्तुत पंक्तियों में कवि कहना चाहता है – शाम होते ही नयी नयी तारें आती हैं । सबेरे होते ही कई छूट जाती हैं। तो भी आकाश छूटनेवालों की चिंता नहीं करता । क्यों कि वह इस आशा में बना रहता है कि शाम को सबेरे डूबे हुए सितारों की जगह नये – नये सितारें आयेंगे । इस धीरज के कारण आकाश हमेशा निर्मल और निश्चिंत रहता है ।”
विशेषता : प्रस्तुत पंक्तियों में “आकाश के कई तारे टूट जाने पर भी आकांश उन पर शोक नहीं मनाता ।

(3) कुदरत की इस पवित्रता को तुम निहार लो
इनके गुणों को अपने मन में तुम उतार लो
उत्तर:
संदर्भ : प्रस्तुत पंक्तियाँ ये कौन चित्रकार हैं” नामक कविता से दी गयी हैं । इसके कवि श्री भरत व्यास हैं । वे प्रसिद्ध नाटककार और गीतकार हैं । प्रस्तुत कविता में आप प्रकृति की सुंदरता का वर्णन सुंदर शब्दों में किये हैं।
व्याख्या : प्रस्तुत पंक्तियाँ ” ये कौन चित्रकार है” कविता से दी गयीं हैं । तुम प्रकृति की इस पवित्रता को देखो। इनके गुणों को अपने मन में स्मरण करो । प्रकृति को निहारने से हमें सृजन की विविधता दिखाई देती हैं ।

(4) क्या अंतरिक्ष में गिर गई हैं सारी गेंदें
क्या दीमकों ने खा लिया है
सारी रंग बिरंगी किताबों को
उत्तर:
संदर्भ : प्रस्तुत पंक्तियाँ “बच्चे काम पर जा रहे हैं” कविता से दिया गया है । इस कविता के कवि श्री राजेश जोशी हैं । आप हिंदी साहित्य के आधुनिक काव्य के प्रसिद्ध कवि हैं । कवि ने बाल – मजदूरी की समस्या की ओर आकर्षित करने की कोशिश की ।
व्याख्या : प्रस्तुत पंक्तियों में कवि सोचता है कि क्या बच्चे खेलने के लिए गेंद आकाश (अंतरिक्ष) में चली गई हैं ? क्या सारी रंग बिरंग किताबों को दीमक ने खालिया है ?
विशेषता : कवि इन पंक्तियों में अपने दुःख को व्यक्त करते हैं कि न तो उन्हें पढने का मौका मिलता है और न खेलने का ।

6. निम्नलिखित गद्यांशों में से किन्हीं दो की संदर्भ सहित व्याख्या कीजिए । (2 × 3 = 6)

(1) पहाड़ मुझे उतना ऊँचा कभी नही लगा जितना लोग बताते हैं । मनुष्य से ज्यादा ऊँचा कोई नहीं होता ।
उत्तर:
संदर्भ : प्रस्तुत पाठ्यांश सफल लेखक, संपादक, अनुवादक, सक्रिय सांस्कृतिक विचारक एवं सच्चे सामाजिक कार्यकर्ता सुभाष गाताडे के पाठ ‘पहाड़ से ऊँचा आदमी से उद्धतृ है ।
दशरथ माँझी की तुलना प्रोमेथियस और भगीरथ से करते हु उस संदर्भ में, पाठ के अंत में, लेखक ये वाक्य करते हैं ।

व्याख्या : लेखक करते हैं कि दशरथ माँझी ने एक पत्रकार से अपने जीवन के दर्शन का जिक्र किया । उन्होंने बताया कि पहाड़ की ऊँचाई जितनी लोग कहते हैं, मुझे उतनी ऊँचाई कभी नहीं लगी । मनुष्य से अधिक ऊँचाई कोई भी नहीं होती । कर्मशील मनुष्य ही सबसे ऊँचा है ।

विशेषताएँ : यह उद्धरण ‘जहाँ चाह वहाँ राह’ लोकोक्ति की याद दिलाता है और दशरथ का दृढ निश्चय और उनकी आत्मनिर्भरता का परिचायक है । हाँ, कर्मवीर जंगल में भी मंगल मचा देता है। उसे असंभव कार्य नहीं होता ।

(2) कहते हैं, जो पेंसिल वे एक बार खरीदती थीं, वह जब तक इतनी छोटी न हो जाती कि उनकी पकड में भी न आए तब तक उससे काम लेती थीं ।
उत्तर:
संदर्भ : प्रस्तुत कथा – अंश सुप्रसिद्ध कहानीकार एवं उपन्यासकार श्रीमती मन्नू भंडारी की सफल कहानी, ‘सयानी बुआ’ से लिया गया है । बचपन में ही बुआ कितनी सुव्यवस्थता और पाबंदी से, कितने अनुशासन से रहती है, उसका एक उदाहरण के रूप में कहानीकार यह उद्धरण देती है ।
व्याख्या : कहा जाता है कि सयानी बुआ बचपन में, पढ़ाई के समय, पेंसिल का पूरी तरह उपयोग में लाती थीं। छोटी होते हुए पकड़ में न आने तक पेंसिल का इस्तेमाल करती थीं ।
विशेषताएँ : इस उद्धरण मे स्पष्ट होता है कि सयानी बुआ के सयानापन का बीज बचपन में ही बोया गया । कहा जाता है कि बचपन की आदतें आजीवन जारी होती हैं ।

(3) हमारा देश किसानों का देश सबसे गर्व की बात है ।
उत्तर:
संदर्भ : प्रस्तुत निबंधांश पुरातत्ववेत्ता, इतिहासकार एवं निबंधकार वासुदेवशरण अग्रवाल के निबंध, ‘धरती’ के अंतिम अनुच्छेद से दिया गया है। किसान को पैसा नहीं चाहिए, चाहिए कि बलिष्ठ शरीर । उससे वह धरती- माँ से सहगामी होकर फलने फूलने लगेगा। इस संदर्भ डाँ० वासुदेवशरण यह कथन कहते हैं ।

व्याख्या : किसानों का देश है, हमारा भारत । कृषि हमारे भारतदेश का पेशा है; जीविका के लिए किए जानेवाला धंधा है, व्यवसाय है । कृषक होना हमारे भारतीयों के लिए बड़े गर्वका विषय है । क्यों कि कृषक अन्नदाता हैं और जीवनदाता हैं । राष्ट्रकल्याण का मूलस्तंभ है ।

विशेषता : निबंधकार इस कथन दवारा कृषक – महत्व को उजागर करते हैं ।

(4) परमात्मा, मेरे बच्चों पर दया करो। इस अधर्म का दंड मुझे मत दो, नहीं तो मेरा सत्यानाश हो जाएगा ।
उत्तर:
संदर्भ : ये वाक्यं महान कहानीकार एवं उपन्यास सम्राट मुंशी प्रेमचंद की सफल कहानी ‘बूढ़ी काकी’ से दिए गए हैं। रात को रूपा की लड़की लाड़ली अपनी चारपाई में न पाकर इधर-उधर ढूँढ़ती और देखती कि । जूठे पत्तलों पर से पूडियों के टुकड़े खा रही बूढ़ी काकी के पास खड़ी है । करुणा और भय से रूपा का हृदय द्रवित होता है । वह सच्चे दिल से अकाश की ओर हाथ उठाकर ये वाक्य कहती हैं ।

व्याख्या : हे भगवान ! बूढ़ी काकी से किया जा रहा इस दुर्व्यवहार, इस दुस्थिति का कारण पति महित मैं और बच्चे हैं । इस विधर्म चेष्टा की सजा मुझे और बच्चों को मत दो। हम पर रहम करो ।

विशेषता : यह उद्धरण रूपा में स्थित पाप भीति एवं उससे हुआ हृदय – परिवर्तन का परिचायक है ।

7. निम्नलिखित में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर दो वाक्यों में लिखिए । (2 × 3 = 6)

(1) रहीम के अनुसार अपने दुःख क्यों छिपाना चाहिए ?
उत्तर:
रहीम के अनुसार अपने दुःख को अपने मन में ही छिपा रखना चाहिए। क्यों कि दूसरों को सुनाने से लोग सिर्फ उसका मज़ाक उडाते हैं, परंतु दुःख को बाँटते नहीं है ।

(2) बिहारी का संक्षिप्त परिचय लिखिए ।
उत्तर:
कवि का नाम = बिहारीलाल
जीवनकाल = सन् 1603 – 1664
जन्म स्थान = ग्वालियर के बसुआ गोविंदपुर नामक गाँव
पिता का नाम = केशवराय
दोहे के प्रकार = श्रृंगारपरक नीति एवं भक्ति के
रचनाओं के पक्ष = भावपक्ष और कलापक्ष
शास्त्रों में निपुण = ज्योतिष, गणित, वास्तु, चित्रकला एवं शिल्पकला
साहित्यिक भाषा = ब्रज भाषा
रचना काल = रीतिकाल

(3) “गुलाबी चूडियाँ” कविता में निहित मूल भावना का वर्णन कीजिए ।
उत्तर:
गुलाबी चूडियाँ कविता में निहित मूल भावना यह है कि बेटी के प्रति पिता का वात्सल्य दिखाई देता है। विशेषकर एक ऐसे पिता का वात्सल्य जो परदेश में रहता है। अधिकतर पिता रोजगार की चिंता में अपने परिवार को पीछे छोड़ आते हैं । साधारणता मनुष्यों में अपनी संतान के प्रति प्रेम और वात्सल्य होता है ।

(4) कवि “भरत व्यास” के अनुसार प्रकृति की सुंदरता कैसी है ?
उत्तर:
कवि भरत व्यास के अनुसार प्रकृति का सृजन सृष्टिकर्ता ने किया है । ईश्वर को इस सृष्टि का चित्रकार मानते हुए दार्शनिकता दर्शाई है । नीला- नीलगगन, रंगभरी दिशाएँ, पेड – पौधों के फूल मनमोहक होते हैं। प्रकृति को निहारने से हमें सृजन की विविधता दिखाई देती है । धरती के पर्वत, घाटियाँ, वृक्ष, सृष्टिकर्ता के चमत्कार बनकर हमारे सामने आते हैं । प्रकृति से मन प्रसन्न हो जाता है । प्रकृति की सुंदरता अद्वितीय है ।

8. निम्नलिखित में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर तीन – चार वाक्यों में लिखिए । (2 × 3 = 6)

(1) उपभोक्तावादी संस्कृति का आपके जीवन पर क्या प्रभाव पड़ रहा है ?
उत्तर:
उपभोक्तावादी संस्कृति का दुष्प्रभाव मेरे जीवन पर अधिक है । इससे समाज में हमारी दूरी बढ़ रही है; सामाजिक परस्पर संबंधों में कमी आ रहा है । जीवन स्तर बढ़ता अंतर हम में आक्रोश एवं अशांति को जन्म दे रहा है । मर्यादएँ टूट रही हैं, नैतिकता घट रही है । स्वार्थ परमार्थ को दबा रहा है ।

(2) दशरथ माँझी ने पहाड़ तोड़ने की बात क्यों सोची ?
उत्तर:
‘मजदूर दशरथ माँझी की अस्वस्थ जीवन संगिनी फागुनी देवी को गेलौर से 90 कि.मी. दूर पर स्थित नजदीक वजीरगंज अस्पताल ले जाने के दौरान वह दस तोड़ देती है। गेलौर और वजीरगंज के बीच पहाड़ है । यदि पहाड़ नहीं तो दोनों गाँवों के बीच की दूरी 13 कि.मी. ही होती और उनकी पत्नी ठीक हो जाती । इसी कारण, दशरथ माँझी ने पहाड़ तोड़ कर रास्ता बनाने की बात सोची ।

(3) बूढ़े लोगों के प्रति हमारा व्यवहार कैसा होना चाहिए ।
उत्तर:
बुढ़ापा बहुधा बचपन का पुनरागमन हुआ करता हैं । बूढ़े अपने जीवन काल में अपने परिवार व समाज के लिए अपनी सारी शक्ति खर्च करते हैं और बुढ़ापे में भौद्धिक एवं बौद्धिक शक्ति खो बैठते हैं । इसलिए बूढ़े लोगों के प्रति हमारा व्यवहार अच्छा होना चाहिए। बच्चों की तरह उनकी देख-भाल करनी चाहिए। उनकी समस्याएँ सुनकर, जानकर उन्हें दूर करना चाहिए । उन्हें पूरी तरह भरोसा देनी चाहिए ।

(4) तेलंगाना की राजधानी क्या है ? उसके बारे में लिखिए ।
उत्तर:
तेलंगाना राज्य की राजधानी हैदराबाद है, जो ऐतिहासिक नगर है । इसे भाग्यनगर, मोती का शहर तथा गंगा-जमुना तहजीब का नगर भी कहते हैं । इसके दर्शनीय स्थल हैं गोलकोंडा, चारमीनार, मक्का मस्जिद, कुतुबशाही गुंबद, पैगाह गुंबद, तारामती बारादरी, फलकनुमा महल और चौमोहल्ला महल, जिनमें सजीवता एवं उत्कृष्टता दिखाई देती हैं । इनके अलावा, सालारजंग संग्रहालय, नेहरु चिड़ियाघर, हाइटेक सिटी, हुस्सैन झील आदि भी देखने लायक हैं ।

9. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक शब्द में लिखिए । (5 × 1 = 5)

(1) बिहारी की भाषा क्या थी ?
उत्तर:
ब्रज भाषा

(2) पिता बेटी के लिए कौनसा उपहार लाया है ?
उत्तर:
‘काँच की गुलाबी चूडियाँ’

(3) हालावाद के प्रवर्तक कौन थे ?
उत्तर:
श्री. हरिवंशराय बच्चन

(4) देवदार वृक्षों की तुलना किससे की गई है ?
उत्तर:
ध्वज से

(5) बच्चे कहाँ जा रहे हैं ?
उत्तर:
काम पर

10. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक शब्द में लिखिए । (5 × 1 = 5)

(1) किन खाद्यों को लेखक फूहड़ खाद्य मानते हैं ?
उत्तर:
पीज़ा और बर्गर को

(2) दशरथ माँझी की पत्नी का नाम क्या था ?
उत्तर:
फागुनी देवी

(3) ‘सयानी बुआ’ नामक कहानी की लेखिका कौन हैं ?
उत्तर:
मन्नू भंडारी

(4) आत्मनिर्भरता किसका गुण है ?
उत्तर:
भारतीय किसान का

(5) मक्का मस्जिद कहाँ है ?
उत्तर:
हैदराबाद मे है |

खण्ड – ‘ख’ (40 अंक)

11. निम्नलिखित में से एक पत्र लिखिए । (5 × 1 = 5)

(1) माँ की अस्वस्थता का कारण बताते हु तीन दिन की
छुट्टी माँगते हुए प्रधानाध्यापक के नाम पत्र लिखिए |
उत्तर:

दिनांक : 23.07.2019
स्थान : हैदराबाद |

सेवा में,
प्रधानाचार्य,
शासकीय महाविद्यालय,
मलकपेट, हैदराबाद |
विषय : तीन दिनों के अवकाश हेतु प्रार्थना पत्र
माननीय महोदय,
सविनय निवेदन है कि पिछले दो दिनों से माँ अस्वस्थ हैं। डॉक्टर ने उन्हें तीन दिनों तक आराम करने की सलाह दी है । घर पर उनकी देख- रेख करने के लिए कोई नहीं है । अतः मैं दिनांक 24.07.2019 से 26.07.2019 तक महाविद्यालय में अनुपस्थित रहुँगा । कृपया मुझे इन तीन दिनों का अनकाश प्रदान करें ।
धन्यवाद |

आपका आज्ञाकारी छात्र
अभिनव कुमार,
क्र. सं. 14,
एम. पी. सी. प्रथम वर्ष ।

अथवा

(2) समय का महत्व बताते हुए अपने मित्र को पत्र लिखिए ।
उत्तर:

दिनांक : 23.07.2019
स्थान : हैदराबाद ।

प्रिय नरेश,
मैं यहाँ कुशल हूँ । तुम्हारी कुशलता की प्रार्थना करता हूँ । तुमने पिछली बार परीक्षा की तैयारी के लिए उपाय पूछे थे । मुझे यह बताते हुए अत्यंत प्रसन्नता हो रही है कि परीक्षा की तैयारी के लिए सबसे पहला नियम समय का पालन होता है । जो व्यक्ति समय का पालन करता है, वह सदैव सफलता प्राप्त करता है। रात को जल्दी सोना और सुबह समय पर उठना एक अच्छे छात्र का लक्षण होता हैं । मैं भी तुम्हें परीक्षा की तैयारी के लिए समय पालन करते हुए समय सारिणी बनाकर आगे बढ़ने का सुझाव देना चाहता हूँ । आशा करता हूँ कि तुम मेरे सुझाव का अवश्य पालन करोगे ।

पता :
सेवा में,
नरेश कुमार,
म. नं. 8.7.69,
गाँधीनगर, महबूबाबाद |

तुम्हारा मित्र
अभिनव कुमार,

12. निम्नलिखित में से किन्हीं आठ शब्दों का संधि विच्छेद कीजिए । (8 × 1 = 8)

(1) विद्यालय
(2) रवींद्र
(3) स्वागत
(4) राजाज्ञा
(5) नयन
(6) मनोबल
(7) अत्यंत
(8) हिमालय
(9) सिंधूर्मि
(10) सज्जन
(11) सम्मान
(12) उच्चारण
उत्तर:
उत्तर:
(1) विद्या + आलय = विद्यालय
(2) रवि + इंद्र = रवींद्र
(3) सु + आगत = स्वागत
(4) राज + अज्ञा = राजाज्ञा
(5) ने + अन = नयन
(6) मनः + बल = मनोबल
(7) अति + अंत = अत्यंत
(8) हिम + आलय = हिमालय
(9) सिंधु + ऊर्मि = सिंधूर्मि
(10) सत् + जन = सज्जन
(11) सम् + मान = सम्मान
(12) उत् + चारण = उच्चारण

13. निम्नलिखित में से किन्हीं पाँच शब्दों के समास के नाम लिखिए । (5 × 1 = 5)

(1) माता – पिता
(2) राजकुमार
(3) प्रतिदिन
(4) दोपहर
(5) चौराहा
(6) पंकज
(7) दिन-रात
(8) विशालकाय
उत्तर:
(1) माता-पिता = द्वन्द्व समास
(2) राजकुमार = संबंध तत्पुरुष समास
(3) प्रतिदिन = अव्ययीभाव समास
(4) दोपहर = द्विगु समास
(5) चौराहा = द्विगु समास
(6) पंकज = बहुव्रीहि समास
(7) दिन-रात = द्वन्द्व समास
(8) विशालकाय = तत्पुरुष समास

14. निम्नलिखित विज्ञापन पढ़कर नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए | (4 × 1 = 4)

TS Inter 2nd Year Hindi Model Paper Set 1 with Solutions - 1
प्रश्न – उत्तर :
1) यह विज्ञापन किस रोग से संबंधित है ?
उत्तर:
टीबी के लक्षण रोग से संबंधित है ।

2) टी.बी. के लक्षण क्या हैं ?
उत्तर:
क्षय रोग के लक्षण

3) टी. बी. के जीवाणु कैसे फैलते हैं ?
उत्तर:
वैरस से फैलते है ।

4) अधूरे उपचार से कौनसी टी. बी. हो सकती है ?
उत्तर:
अधूरे उपचार में ड्रग रेमिस्टेट टी.बी. हो सकती है ।

(आ) गद्यांश पढ़कर प्रश्नों के उत्तर एक वाक्य में लिखिए । (4 × 1 = 4)

हमारा भारत देश 15 अगस्त, 1947 के दिन स्वतंत्र हुआ था । उस दिन से आज तक हम बड़े उत्साह और प्रसन्नता के साथ स्वतंत्रता दिवस मनाते चले आ रहे हैं । इस दिन सभी विद्यालयों, सरकारी कार्यालयों पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है, राष्ट्रगीत गाया जाता है और इन सभी महापुरुषों, शहीदों को श्रद्धांजलि दी जाती है जिन्होंने स्वतंत्रता हेतु प्रयत्न किए। मिठाइयां बांटी जाती हैं । हमारी राजधानी दिल्ली में हमारे प्रधानमंत्री लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं । वहां यह त्योहार बड़ी धूमधाम और भव्यता के साथ मनाया जाता है । सभी शहीदों को श्रद्धांजलि दी जाती है। प्रधानमंत्री राष्ट्र के नाम संदेश देते हैं | अनेक सभाओं और कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है ।

प्रश्न – उत्तर :
1) भारत कब स्वतंत्र हुआ ?
उत्तर:
भारत देश 15 अगस्त, 1947 के दिन स्वतंत्र हुआ था ।

2) स्वतंत्रता दिवस पर क्या फहराया जाता है ?
उत्तर:
इस दिन सभी विद्यालयों सरकारी कार्यालयों पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है ।

3) लाल किले पर झंडा कौन फहराता है ?
उत्तर:
हमारा प्रधानमंत्री

4) किन्हें श्रद्धांजलि दी जाती है ?
उत्तर:
सभी शहीदों को श्रद्धांजलि दी जाती है ।

15. (अ) निम्नलिखित में से किन्ही चार मुहावरों के अर्थ लिखिए । (4 × 1 = 4)

(1) आग में घी डालना
उत्तर:
क्रोध को और भड़कानां

(2) ईद का चांद
उत्तर:
बहु दिनों के बाद दिखाई देना

(3) तारे तोड़ लाना
उत्तर:
मुश्किल काम करना

(4) अंगूठा छाप
उत्तर:
अनपढ़ होना

(5) कमर कसना
उत्तर:
किसी काम के लिए तैयार होना

(6) खून पसीना करना
उत्तर:
कठिन परिश्रम करना

(7) पेट में चूह कूदा
उत्तर:
बहुत भूख लगाना

(8) आँखों का तारा होना
उत्तर:
बहुत प्रिय

(आ) किन्हीं चार लोकोक्तियों के अर्थ लिखिए । (4 × 1 = 4)

(1) आँख का अंधा नाम नयनसुख
उत्तर:
गुण के विपरीत नाम

(2) अंधों में काना राजा
उत्तर:
जहाँ सब के सब मूर्ख है, वहां थोड़ी ही महान है ।

(3) आगे कुँआ पीछे खाई
उत्तर:
चारों ओर विपत्ति

(4) इस हाथ दे, उस हाथ ले
उत्तर:
लेने का देना

(5) उल्टा चोर कोतवाल को डाँट
उत्तर:
अपराधी निरपराध को डाँटे

(6) ऊँची दुकान पीका पकवान
उत्तर:
नाम बड़ा किन्तु महत्व कुछ नही

(7) एक पंथ दो काज
उत्तर:
एक काम से दूसरा काम हो जाना

(8) काला अक्षर भैंस बराबर
उत्तर:
अनपढ़ व्यक्ति

16. नीचे दिए गए वाक्यों में से किन्ही तीन के वाक्य बदलिए । (3 × 2 = 6)

(1) राम ने रावण को मारा ।
उत्तर:
राम से रावण को मारा गया ।

(2) मैंने पुस्तक पढ़ी |
उत्तर:
उससे पुस्तक पढ़ी जाती है ।

(3) मुझसे रोटी बनाई गई ।
उत्तर:
उससे रोटी बनाई जारही हैं ।

(4) बुढ़िया चल नहीं सकती ।
उत्तर:
बुढ़िया से चला नहीं जाता ।

(5) मैं रोटी खाता हूँ !
उत्तर:
मुझसे रोटी खाया जाता है ।

(6) हम हिंदी सीखेंगे ।
उत्तर:
हमसे हिन्दी सीखी जायेगी ।

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