TS 10th Class Hindi (F/L) Model Paper Set 5 with Solutions

Reviewing TS 10th Class Hindi Model Papers Set 5 (F/L) can help students identify areas where they need improvement.

TS SSC Hindi (F/L) Model Paper Set 5 with Solutions

Time : 3.00 Hours
Max. Marks: 80

PARTS – A & B

Instructions :

  1. Read the following question paper and understand every question thoroughly.
  2. Answer all the questions as directed.
  3. Part-‘A’ questions are to be written in the separate Answer Booklet.
  4. Write the answers to the questions under Part – ‘B’ on the question paper itself and attach it to the answer booklet of Part – ‘A’.

Part – A 

Time: 2.30 Hours
Marks : 60

Section – I (अंक : 20)
I. प्रश्नों के उत्तर निर्देशानुसार लिखिए |

I. प्रश्नों के उत्तर निर्देशानुसार लिखिए ।

अ) निम्नलिखित गद्यांश पढ़कर दिये गये प्रश्नों के उत्तर एक या दो पंक्तियों में लिखिए । (5 × 1 = 5 M)

हमारी लड़की सबसे कह रही है कि पिताजी शनिवार को चित्र विचित्र गुड़ियाँ देंगे । मेरी पत्नी ने भी सभी अड़ोस – पडोस से कह दिया कि मैंने किसी बड़ी कंपनी से चित्र – विचित्र गुड़ियाँ मँगाई | सब प्रतीक्षा करने लगे कि शनिवार कब आएगा ।

मैंने उस दिन रात को स्वप्न देखा कि हमारा घर चित्र – विचित्र गुड़ियों से सज गया । शहार के सारे लोग आकर उत्सुकता से पूछ रहे हैं कि इतनी अच्छी गुड़ियाँ कहाँ से मँगाई गई । मेरी पत्नी और मेरे बच्चों के आनन्द की सीमा न रही। लोग कहते हैं कि जो स्वप्न में देखा जाता है, वह सही नहीं हो सकता । मुझे सन्देह हुआ कि कहीं मेरा स्वप्न न रह जाए ।

प्रश्न :

प्रश्न 1.
इस गद्यांश के लेखक कौन हैं ?
उत्तर:
इस गद्यांश के लेखक डॉ. विजयभास्कर रेड्डी जी हैं ।

प्रश्न 2.
लेखक की लड़की किस दिन गुड़िया देने की बात सबसे कह रही है ?
उत्तर:
लेखक की लड़की शनिवार को गुड़िया देने की बात सबसे कह रही है।

TS 10th Class Hindi (F/L) Model Paper Set 5 with Solutions

प्रश्न 3.
‘इतनी अच्छी गुड़ियाँ कहाँ से मँगाई गई ?’ कौन पूछ रहा है ?
उत्तर:
‘इतनी अच्छी गुड़ियाँ कहाँ से मँगाई गई’ लेखक के शहर के लोग पूछ रहे हैं ।

प्रश्न 4.
लोगों के अनुसार कौन सा स्वप्न सही नहीं होता ?
उत्तर:
लोगों के अनुसार जो स्वप्न देखा जाता है वह सही नहीं होता |

प्रश्न 5.
लेखक को किस पर संदेह है ?
उत्तर:
लेखक को अपने स्वप्न के पूरा न होने का संदेह है ।

आ) निम्नलिखित पद्यांश पढ़कर दिये गये प्रश्नों के उत्तर एक या दो पंक्तियों में लिखिए । (5 × 2 = 10 M)

प्रेम – दया का इष्ट लिए तू,
सत्य अहिंसा तेरा संयम,
नयी चेतना, नयी स्फूर्ति युत
तुझमें चिर विकास का है क्रम |
चिर नवीन तू, जरा – मरण से
मुक्त, सबल उद्दाम, मातृ शत भूशत बार प्रणाम ।
एक हाथ में न्याय – पताका,
ज्ञान – द्वप दूसरे हाथ में,
जग का रूप बदल दे हे माँ,
कोटि – कोटि हम आज साथ में ।
गूँज उठे जय – हिंद नाद से –
सकल नगर औं ग्राम, मातृ – भू शत शत बार प्रणाम ।

प्रश्न :

प्रश्न 6.
कवि किससे निवेदन कर रहे हैं ?
उत्तर:
कवि मातृभूमि से निवेदन कर रहे हैं ।

प्रश्न 7.
विकास के क्रम में क्या निहित है ?
उत्तर:
विकास से क्रम में नयी चेतना, नयी स्फूर्ति निहित है ।

प्रश्न 8.
मातृभूमि के हाथों में क्या है ?
उत्तर:
मातृभूमि के हाथों में न्याय – पतांका, ज्ञान द्वीप है ।

प्रश्न 9.
पद्यांश में आये कोई दो सामासिक शब्द लिखिए ।
उत्तर:
पद्यांश में आथे दो सामासिक शब्द हैं – सत्य अहिंसा, न्याय – पताका

प्रश्न 10.
पद्यांश के लिए उचित शीर्षक लिखिए |
उत्तर:
इस पद्यांश का उचित शीर्षक है- मातृ भू शत – शत बार प्रणाम

इ) निम्नलिखित पद्यांश का भाव स्पष्ट कीजिए ।

प्रश्न 11.
बालकु बोलि बधौं नहि तोही । केवल मुनि जड़ जानहि मोही ||
बाल ब्रहमचारी अति कोही । बिस्वबिदित क्षत्रियकुल द्रोही ॥
भुजबल भूमि भूप बिनु कीन्ही । बिपुल बार महिदेवन्ह दीन्ही ॥
सहसबाहुभुज छेदनिहारा । परसु बिलोकु महीपकुमारा ||
उत्तर:
भाव : परशुराम जी लक्ष्मण पर क्रोधित होते हुए कहते हैं कि तुझे बालक समझ कर मैं तेरा वध नहीं कर रहा हूँ | तूं ! मुझे मूर्ख मुनि समझ रहा है ? मैं धरती से क्षत्रियों का नाश करने वाला बाल ब्रह्मचारी हूँ । मेरा यह फरसा बड़ा ही कठोर है। इससे मैंने क्षत्रियों का नाश किया है अनेक बार अपने भुजबल से भूमि को क्षत्रिय राजओं से मुक्त किया है। मैंने इसी से सहस्त्रबाहु की भुजाओं को काट डाला ।

Section – II (अंक : 40)

अ) निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर 4-5 पंक्तियों में लिखिए । (4 × 3 = 12 M)

प्रश्न 12.
कुशल लेखिका मन्नू भंडारी के साहित्यिक जीवन के बारे में लिखिए ।
उत्तर:
मन्नू भंडारी हिंदी की सुप्रसिद्ध महिला साहित्यकार हैं। उन्होंने अनेक कहानियाँ व उपन्यास लिखें । उनके साहित्य में नारी की समस्याओं का विशेष चित्रण है । युगीन समाज की समस्याओं की समश्यओं का चित्रण उन्होंने बड़े निडर होकर किया है। ‘मैं हार गयी’, ‘तीन निगाहों की एक तस्वीर’, ‘अकेली’, ‘एक प्लेट सैलाब’, ‘यही सच है’, ‘आपका बंटी’, ‘एक इंच मुस्कान’ आदि उनकी प्रमुख रचनाएँ हैं। उन्होंने अपने जीवन में बहुत संघर्ष किया । क्योंकि उन दिनों लड़कियों को पढ़ने-लिखने व बाहर निकलने की सुविधा कम थी। उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में भी भाग लिया। छात्र जीवन से ही वे स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लेने लंगीं । इन सभी घटनाओं का उनके साहित्य पर गहरा प्रभाव पड़ा। उनका जन्म 1931 में हुआ था | उनका जन्म स्थान भानपुरा नामक गाँव है । यह गाँव मध्यप्रदेश में है ।

प्रश्न 13.
राम – लक्ष्मण – परशुराम संवाद पाठ से हमें क्या सीख मिलती है ?
उत्तर:
‘राम – लक्ष्मण – परशुराम संवाद पाठ से संदेश मिलता है कि हमें ईश्वर को किसी वस्तु में नहीं समझना चाहिए । ईश्वर केवल मूर्ति में नहीं बसता । वह सर्वत्र है। साथ ही इसमें क्रोध एवं समय का समन्वय दर्शाया गया है । इसमें दर्शाया गया है कि वीर अभिमानी नहीं होते । वे बड़ों का आदर करते हैं। हमें क्रोध से बचना चाहिए । यदि कोई हम पर क्रोध प्रकट करे तब भी हमें स्वयं पर संतुलन रखना चाहिए ।

प्रश्न 14.
सब्ज़ियाँ खरीदने से पहले हमें किन – किन बातों पर ध्यान देना चाहिए ?
उत्तर:
सब्ज़ियाँ खरीदने से पहले हमें निम्नलिखित बातों पर ध्यान रखना चाहिए – सब्ज़ियाँ ताजी हों । सब्ज़ियाँ सस्ती हों। सब्ज़ियों में कीड़े न लगे हों । – सब्ज़ियों में गंदगी न हो । सब्ज़ियाँ सड़ी न हों ।

प्रश्न 15.
मेरीकॉम ने प्रकृति को सबसे अच्छी शिक्षक क्यों कहा ?
उत्तर:
मेरीकॉम का कहना है कि प्रकृति हमें बहुत कुछ सिखाती है । प्रकृति को देखकर ही हमारे मन में अनेक प्रश्न उठते हैं । उनकी खोज में लगाकर हम अपना विकास करते हैं । मेरीकॉम उदाहरण देती हैं कि यदि न्यूटन के घर के पास सेब का पेड़ न होता तो गुरूत्वाकर्षण का नियम कैसे मिलता ? उनका मानना है कि सही प्राकृतिक वातावरण एक शिक्षक का काम करता है ।

आ) निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर 10-12 पंक्तियों में लिखिए । (4 × 7 = 28 M)

प्रश्न 16.
कवि ईश्वर से क्यों नहीं मिल सका ? ‘अन्वेषण’ कविता के आधार पर लिखिए |
उत्तर:
‘अन्वेषण’ कविता के कवि रामनरेश त्रिपाठी जी हैं। प्रस्तुत कविता में कवि ने सच्ची ईश्वर भक्ति के बारे में बताया है । कवि कहते हैं कि हे प्रभु! मैं तुमसे नहीं मिल सका क्योंकि मैं तुम्हें गलत जगह ढूँढ रहा था । मैं तुम्हें बाग बगीचों में ढूँढ रहा था | वन-वन खोज रहा था। किंतु तुम तो दीन-दुखियों के देश में निवास कर रहे थे । तुम गरीब की आह बनकर मुझे पुकार रहे थे और मैं संगीत और भजन द्वारा तुम्हें रिझा रहा था। तुम दुखियों के द्वार पर मेरी प्रतीक्षा में खड़े थे। मैं उद्यान में तुम्हारी राह देख रहा था । तुम दुखियों के आँसू बनकर मेरे लिए बहते रहे ताकि मैं जाग सकूँ, लेकिन मैं मान और धन एकत्र करने में लगा था । तुम दीन-दुखियों व दलित लोगों के उत्थान करने में लगे थे और मैं संसार के नश्वरता पर शोक प्रकट कर रहा था । तुम लाचार और गरीब लोगों के बीच में ठहरे थे और मैं तुम्हें स्वर्ग में ढूँढ रहा था । मैं गर्व में डूबा था इसलिए तुम्हारे चरणों में नहीं झुक सका। हे प्रभु । तुमने मुझे मिलने के अनेक अवसर दिये लेकिन मैं तुमसे मिल न सका । क्योंकि तुम कर्म में लीन थे और मैं कथन में समय व्यर्थ कर रहा था ।

(या)

‘बाट की पाहचान’ कविता के आधार पर बताइए कि ‘दृढ़ इच्छा’ का सफलता के लिए क्या महत्व है ?
उत्तर:
जीवन में दृढ़ इच्छा शक्ति का बड़ा महत्व है । ‘बाट की पहचान’ कविता में दृढ़ इच्छा शक्ति बनाए रखने की प्रेरणा है। किसी भी कार्य की सफलता मनुष्य की दृढ़ इच्छा शक्ति पर ही निर्भर है । यदि मनुष्य में यह शक्ति नहीं तो वह या तो कार्य आरंभ ही नहीं कर पाता, या आरंभ करने के बाद उसे पूरा नहीं कर पाता । दृढ़ इच्छा शक्ति न होने पर मार्ग में आनेवाली बाधाओं से मनुष्य डर जाता है । इस कविता में अपने सपनों के प्रति जागरूक रहने की प्रेरणा है । जीवन में कुछ अनोखा करने की प्रेरणा दी गई है, जो दृढ़ इच्छा शक्ति से ही संभव है ।

कवि का कहना है कि हमें भी राह पर निकलने से पहले उसमें आनेवाली चुनौतियों के बारे में सोच लेना चाहिए । कवि का कहना है कि अच्छे बुरे के बारे में सोचकर समय व्यर्थ मत करो । संभव, असंभव, अच्छा, बुरा के जाल से बाहर निकलो | अपनी दृढ़ इच्छा शक्ति जगाओ और अपने सपनों को साकार कर अपना जीवन सार्थक कर लो ।

TS 10th Class Hindi (F/L) Model Paper Set 5 with Solutions

प्रश्न 17.
‘नेताजी का चश्मा’ पाठ में लेखक ने देश-भक्ति के संदर्भ किस प्रकार प्रकट किए हैं ?
उत्तर:
‘नेताजी का चश्मा’ कहानी में देशमक्ति के अनेक संदर्भ प्रकट किए हैं । सर्वप्रथम लेखक ने नगरपालिका के लोगों की देशभक्ति प्रकट की है जिन्होंने नेताजी की मूर्ति लगाने की सोची । बाद में कैप्टन चश्मेवाले का संदर्भ आता है । वह सेनानी नहीं था । लोग उसकी देशभक्ति के कारण उसे कैप्टन कहते थे । उसके मन में देशभक्ति एवं प्रेम की भावना कूट-कूट कर भरी थी । जहाँ लोग देश के लिए कुछ भी करने से कतराते है वहीं चश्मेवाला नेताजी की मूर्ति को भी बिना चश्मे के नहीं देख सकता था । इसे वह नेताजी का अपमान समझता था ।

वह अपने पास के चश्मों में से एक रोज मूर्ति पर लगा देता था । यदि कोई ग्राहक वही चश्मा माँगता तो वह उसे माफी माँगते हुए बेच देता और अगले दिन नया चश्मा लगा देता । इस तरह नेताजी का चश्मा लगभग रोज बदलता रहता । इसे देखकर हालदार साहब ने सोचा कि चश्मे वाला कोई सेनानी या नेताजी का साथी होगा । लेकिन जब उन्होंने देखा कि चश्मेवाला गरीब और अपाहिज है तो उनके मन में श्रद्धा और दया के भाव उभर आये । उन्होंने सोचा कि आज भी देश में देशबक्ति बची है ।

जहाँ सरकार देशभक्तों की मूर्तियाँ लगाकर उनकी साफ़-सफ़ाई की व्यवस्था भूल जाती है, वही एक छोटा सा चश्मा-विक्रेता मूर्ति की आँखों पर चश्मा रखना नहीं भूलता । कैप्टन की मृत्यु के बाद हालदार साहब को लगा कि अब नेताजी की आँखों पर कभी चश्मा नहीं लगेगा । परंतु उन्होंने जब बच्चों द्वारा लगाया गया सरकंडे का चश्मा देखा तो वे भावुक हो गये ।

(या)

‘एक कहानी यह भी’ के आधार पर मन्नू भंडारी के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालिए ।
उत्तर:
मन्नू भंडारी ‘एक कहानी यह भी’ नामक आत्मकथ्य की रचनाकारा हैं । इसके माध्यम से पता चलता हैं कि वे संघर्षशील व्यक्तित्व की धनी थीं । लेखिका के व्यक्तित्व पर उनके पिता का बहुत प्रभाव पड़ा । वे बड़े महत्वकांक्षी थे । वे धुन के पक्के थे । उन्हें अपना नाम खराब होने का भय बना रहता था। वे अति क्रोधी और शक्की थे । उनमें संतान की शिक्षा के प्रति विशेष सजगता थी । लेखिका के घर लोगों का आना-जाना लगा रहता था । वहाँ राजनीतिक बहस चलती रहती थी ।

लेकिका भी उस बहस को सुनती । वहाँ अधिकतर देशभक्तों व आज़ादी की लड़ाई के बारे में बातचीत होती । लेखिका भी उससे प्रेरित होकर स्वतंत्रता संग्राम में भाग लेने लगी | लेखिका जब ‘फर्स्ट इयर’ में थीं तो हिंदी की प्राध्यापिका शीला अग्रवाल से उनका परिचय हुआ । उन्होंने बाकायदा साहित्य की दुनिया में प्रवेश करवाया ।

उन्होंने खुद चुन- चुनकर पढ़ने के लिए किताबें दीं। पढ़ी हुई किताबों पर बहसें कीं । इस प्रकार दो साल बीतते- बीतते लेखिका ने शरत, प्रेमचंद, जैनेंद्र, अज्ञेय, यशपाल, भगवतीचरण वर्मा आदि तक को पढ़ लिया | जैनेंद्र जी के छोटे-छोटे सरल-सहज वाक्यों ने लेखिका को प्रभावित किया । इस प्रकार लेखिका का साहित्य से संबंध जुड़ गया । इस कारण लेखिका एक प्रसिद्ध साहित्यकारा बन सकीं। लेखिका स्वतंत्रता संग्राम में भाग लेती थीं इससे पता चलता है कि उनमें देशभक्ति की भावना कूट-कूट कर भरी थी । उनके समय में लड़कियों को अधिक आजादी नहीं थी किंतु उन्होंने सदैव आडंबरों का खंडन किया । वे महिला साधिकारिता के लिए सदैव तत्पर रहती थीं ।

प्रश्न 18.
मेधावी ने मनुष्य को मशीनों का दास क्यों कहा होगा ?
उत्तर:
मंगल ग्रह के लोग मानव को बहुत घमंडी समझते हैं । उनका मानना है कि मनुष्य आपस में हमेशा लड़ते रहते हैं । वे मशीनों के गुलाम बन गये हैं । वे अपने नाम के लिए एक-दूसरे को पीछे ढकेलते रहते हैं । वे हिंसा को बढ़ावा देते हैं । वे समाज व विश्वकल्याण की संस्थाएँ बनाकर उनका उपयोग स्वार्थ साधन के लिए करते हैं। उनका मानना है कि मानव बड़ा ही महत्वाकंक्षी प्राणी है | वे धर्म, जाति, संप्रदाय, देश, प्रदेश के नाम पर एक दूसरे से विभाजित हैं ।

इस एकांकी में मंगल ग्रह का प्राणी मेधावी मानवों से कहता है – “आपने मशीनें बनायी, पर आज वे आपकी स्वामिनी हैं, आप उनके दास हैं । मानव स्वयं एक मशीन बन गया है, जिसके दिमाग तो है, पर हृदय नहीं । शांति की दुहाई देना ढोंग है । सब एक-दूसरे के रक्त के प्यासे हैं ।” इस प्रकार मंगल ग्रह के प्राणियों ने मनुष्य की यांत्रिक बनने पर व्यंग्य किया है । यह सत्य भी है क्योंकि आज हमारे समाज में प्रत्येक काम मशीनों से होने लगा है और मनुष्य के महत्व को धीरे-धीरे भूलते जा रहे हैं ।

(या)

अज्जू के मन में अपने पिता से मिलने की गहरी उत्कंठा क्यों थी ?
उत्तर:
अज्जू के पिता बचपन में ही नौकरी के लिए अफ्रीका चले गये थे । वह बचपन से ही अपने पिता के लौटने की प्रतीक्षा कर रहा था। उसने अपने पिता के केवल पत्र देखे थे, कभी उन्हें नहीं देखा था । जब उसे पिता के घर आने की संभावना न दिखी तो वह स्वयं उनके पास जाने को तैयार हो गया । क्योंकि उसकी माँ अब बहुत बीमार रहने लगी थी ।

वह बहुत कमज़ोर हो गई थी । वह एक बार अपने पति के अंतिम दर्शन करना चाहती थी । उसने सोचा कि पिता उसे देखकर चकित होंगे । उनकी निगाहों में तो अभी वह उतना ही छोटा होगा, जब वह निक्कर पहनकर आँगन में गुल्ली-डंडा खेलता था। वह अपने पिता से मिलने के लिए अत्यंत उत्सुक थे ।

बचपन से ही अज्जू ने केवल अपने पिता के बारे में सुना था । वह उनसे कभी नहीं मिला था । वह बचपन से ही केवल अपने पिता की प्रतीक्षा में था । उसने अपने पिता के केवल पत्र देखे थे | इसलिए जब उसे पिता के घर आने की संभावना न दिखी तो वह स्वयं उनके पास जाने को तैयार हो गया । उसकी यह प्रतिक्रिया स्वाभाविक ही थी। क्योंकि उसकी माँ अब बहुत बीमार रहने लगी थी । वह एक बार अपने पति के अंतिम दर्शन करना चाहती थी । ऐसी स्थिति में एक बेटे की मन की स्थिति व्याकुल ही होगी। इसलिए उसने अपने पिता से मिलने का निर्णय लिया । उसने अपने पिता से मिलने के अनेक देखे थे ।

वह सोचता था कि पापा उसे देखकर चकित होंगे। उनकी निगाहों में तो अभी वह उतना ही छोटा होगा, जब वह निक्कर पहनकर आँगन में गुल्ली डंडा खेलता था । इस प्रकार हम अनुमान लगा सकते हैं. कि एक बच्चा जो अपने पिता से कभी न मिला हो वह उनसे मिलने के लिए कितना आतुर होगा । कभी – कभी उसके मन में अपने अपने पिता के प्रति क्रोध भी आता होगा कि इतने दिनों से उसके पिता उससे मिलने क्यों नहीं आये ।

प्रश्न 19.
स्कूल की क्रिकेट टीम के सचिव के रूप में टीम के सदस्यों को मैत्री क्रिकेट मैच हेतु अम्यास सत्र में उपस्थित होने की जानकारी देने के लिए एक सूचना तैयार कीजिए ।
उत्तर:
सरस्वती हाई स्कूल क्रिकेट टीम समिति, हैदराबाद

सूचना

16 मार्च 2018

मैत्री क्रिकेट मैच हेतु अभ्यास सत्र

टीम के सभी सदस्यों को सूचित किया जाता हैं कि मैत्री क्रिकेट मैच के लिए अभ्याम सत्र का आयोजन दिनांक x x x x x से x x x x x तक किया जा रहा है । सभी इस दौरान पाठशाला मैदान में उपस्थित रहें ।

अभ्यास का समय : 8 AM से 11 AM
सचिव
XXXX
सरस्वती हाई स्कूल क्रिकेट टीम समिति
हैदराबादा |

(या)

आपके विद्यालय के निकट जेब्रा क्रॉसिंग न होने के कारण विद्यार्थियों को सड़क पार करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है । इस समस्या को दूर करने का निवेदन करते हुए वरिष्ठ यातायात अधिकारी के नाम पत्र लिखिए ।
उत्तर:

हैदराबाद,
दि : x x x x

प्रेषक,
सी. रमण कुमार,
कक्षा दसवीं, क्रमांक – 10,
हैदराबाद पब्लिक स्कूल,
रामंतापुर, हैदराबाद |
सेवा में,
वरिष्ठ यातायात अधिकारी,
नगर निगम हैदराबाद ।
विषय : जेब्रा क्रॉसिंग न होने के कारण सड़क पार करने में आ रही समस्या दूर करने का निवेदन |
महोदय,
सविनय निवेदन है कि मैं हैदराबाद पब्लिक स्कूल, रामतापुर में दसवीं कक्षा का छात्र हूँ । मेरी पाठशाला के पास एक चौराहा है जहाँ से गाड़ियों का आवागमन निरंतर चलता रहता है । वहाँ जेब्रा क्रासिंग भी नहीं है । इस कारण हम छात्रों को पाठशाला जाने में बड़ी कठिनाई होती है । वहाँ अनेक दुर्घटनाएँ भी हुई हैं । अतः मेरा निवेदन है कि आप इस समस्या के निवारण के लिए तत्काल वहाँ जेब्रा क्रासिंग की व्यवस्था करवाएँ । हम छात्र आपके आभारी रहेंगे ।

सधन्यवाद ।

भवदीय
सी. रमण कुमार ।

Part – B

Time: 30 Minutes
Marks : 20

Instructions :

  1. Answer all the questions of Part – B on the question paper itself & attach it to the answer booklet of Part – A.
  2. Candidates must use CAPITAL LETTERS (A, B, C or D) while answering the Multiple Choice Questions.

I. निम्नलिखित प्रश्नों के सही उत्तर चुनकर सामने दिये गये कोष्ठक में लिखिए । (18 × 1 = 18)

प्रश्न 1.
उसे सुख का आभास तो था लेकिन दुख बाँचना नहीं आता था । रेखांकित शब्द का अर्थ है
A) अहसास
B) झिझक
C) आलोक
D) दुर्भावना
उत्तर:
A) अहसास

प्रश्न 2.
मैं स्वर्ग देखता था, झुकता कहाँ चरण में । ‘चरण’ के पर्यायवाची हैं –
A) गर्व, अभिमान
B) चरन, चुनौती
C) पग, पाद
D) चमक, चमन
उत्तर:
C) पग, पाद

प्रश्न 3.
एक ओर भारतीय सेना अपनी जय का जश्न मना रही थी वहीं दुश्मन की सेना अपनी में आँसू बहा रही थी । वाक्य की पूर्ति के लिए रेखांकित शब्द का सही विलोमार्थक है –
A) विजय
B) पराजय
C) जयगान
D) सजय
उत्तर:
B) पराजय

TS 10th Class Hindi (F/L) Model Paper Set 5 with Solutions

प्रश्न 4.
कुछ लोग पैरों के निशान छोड़ जाते हैं । रेखांकित शब्द के भिन्नार्थ हैं –
A) चिहन, ध्वजा
B) नियम, चरण
C) संकेत, नियम
D) धूल, रज
उत्तर:
A) चिहन, ध्वजा

प्रश्न 5.
लेखिका चाहती थी कि वह घर में आये लोगों के साथ उठे बैठे, उन्हें जाने – समझे, उनसे जोश खरोश से बातें करें और उनकी छोटी छोटी बातों पर ध्यान दें । पुनरुक्ति शब्द
A) उठे – बैठे
B) जाने – समझे
C) जोश – खरोश
D) छोटी – छोटी
उत्तर:
D) छोटी – छोटी

प्रश्न 6.
मैंने जीवन में कभी विदेश जाने की कल्पना भी नहीं की थी । वाक्य में प्रयुक्त रेखांकित वाक्यांश के लिए एक शब्द है –
A) कल्पनाहीनता
B) अकल्पनीय
C) विकल्पनीय
D) कल्पनाविहीन
उत्तर:
B) अकल्पनीय

प्रश्न 7.
वृद्ध इस बार कुछ और ज़ोर से खिलखिलाये । रेखंकित शब्द है –
A) तद्भव
B) विदेशी
C) देशज
D) तत्सम
उत्तर:
D) तत्सम

प्रश्न 8.
बीते हुए जीवन का ………. आत्मकथा का मूल तत्व होता है। रिक्त स्थान की पूर्ति के लिए सही वर्तनीयुक्त शब्द है –
A) सिंहवालोकन
B) सिंहावलोकन
C) सिंहलोकन
D) सिंहावालोकन
उत्तर:
B) सिंहावलोकन

प्रश्न 9.
शुद्ध वाक्य पहचानिए |
A) पेड़ में आम लगे हैं ।
B) पेड़ पर आम लगे हैं ।
C) पेड़ के अंदर आम लगे हैं ।
D) पेड़ के भीतर आम लगे हैं ।
उत्तर:
B) पेड़ पर आम लगे हैं ।

प्रश्न 10.
यदि मेहनत करोगे तो सफल होंगे। यह वाक्य इसका उदाहरण है –
A) संयुक्त वाक्य
B) सरल वाक्य
C) मिश्र वाक्य
D) मिश्रित सरल वाक्य
उत्तर:
C) मिश्र वाक्य

प्रश्न 11.
घर की चार दिवारी के बीच बैठकर देश की स्थितियों को जानने-समझने का सिलसिला पिताजी ने शुरू किया था । वाक्य में रेखांकित शब्द है –
A) व्यक्तिवाचक संज्ञा
B) जातिवाचक संज्ञा
C) भाववाचक संज्ञा
D) स्थितवाचक संज्ञा
उत्तर:
B) जातिवाचक संज्ञा

प्रश्न 12.
आधुनिक भारत ………… मीडिया ……… भूमिका अति महत्वपूर्ण है । रिक्तस्थान की पूर्ति के लिए उपयुक्त विभक्ति चिह्न हैं-
A) से, को
B) में, की
C) की, की
D) को, में
उत्तर:
B) में, की

प्रश्न 13.
सदा + एव = सदैव | यह इस संधि का उदाहरण है –
A) दीर्घ संधि
B) गुण संधि
C) वृद्धि संधि
D) यण संधि
उत्तर:
C) वृद्धि संधि

प्रश्न 14.
विद्वान लोग सदैव समय का सदुपयोग करते हैं। रेखांकित शब्द का पद परिचय दीजिए ।
A) स्थानवाचक विशेषण, पुंलिंग, एकवचन
B) गुणवाचक विशेषण, पुंलिंग, बहुवचन
C) रीतिवाचक विशेषण, पुंलिंग, एकवचन
D) सार्वनामिक विशेषण, पुंलिंग, बहुवचन
उत्तर:
B) गुणवाचक विशेषण, पुंलिंग, बहुवचन

प्रश्न 15.
क्या तुम घर में घुसे रहते हो भंडारी जी, घर से निकला भी करो । वाक्य में निपात पहचानिए ।
A) तुम
B) में
C) से
D) भी
उत्तर:
D) भी

प्रश्न 16.
‘पीतांबर’ शब्द का समास विग्रह पहचानिए ।
A) पीतरूपी अंबर
B) पीता और अंबर
C) पीला अंबर
D) पीले हैं अंबर जिसके
उत्तर:
D) पीले हैं अंबर जिसके

प्रश्न 17.
जीवन का सिंहावलोकन आत्मकथा का मूल तत्व होता है । वाक्य का प्रश्नवाचक रूप पहचानिए ।
A) आत्मकथा का मूलतत्व क्यों होता है ?
B) आत्मकथा का मूलतत्व क्या होता है ?
C) आत्मकथा का मूलतत्व कब होता है ?
D) आत्मकथा का मूलतत्व कैसे होता है ?
उत्तर:
B) आत्मकथा का मूलतत्व क्या होता है ?

प्रश्न 18.
दिनेश पढते – सो गया। रेखांकित पदबंध है –
A) संज्ञा पदबंध
B) सर्वनाम पदबंध
C) क्रिया पदबंध
D) विशेषण पदबंध
उत्तर:
C) क्रिया पदबंध

II. निम्नलिखित शब्दों को वाक्यों में प्रयोग कीजिए । (2 × 1 = 2)

प्रश्न 19.
अभिप्राय : …………….
उत्तर:
अभिप्राय : ध्यान से पढ़ने पर ही हम कविताओं का अभिप्राय समझ सकते हैं ।

प्रश्न 20.
प्रदर्शन : ………………
उत्तर:
प्रदर्शन : सचिन तेंदुलकर का क्रिकेट में बहुत अच्छा प्रदर्शन रहा ।

Leave a Comment