Andhra Pradesh BIEAP AP Inter 2nd Year Hindi Study Material Intermediate 2nd Year Hindi Grammar अपठित गद्यांश Questions and Answers.
AP Intermediate 2nd Year Hindi Grammar अपठित गद्यांश
अपठित गद्यांश – అపరిచిత గద్యాలు
अभ्यास – 1
डॉ. भीमराव रामजी अंबेडकर ‘बाबा साहेब के नाम से लोकप्रिय थे। आप भारतीय विधि वेत्ता, अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ और समाज सुधारक थे। वे भारत संविधान के निर्माता थे । उन्होंने भारत के संविधान की रचना करके 26 नवंबर, 1949 में संविधान सभा को समर्पित किया था । बाबा साहेब का जन्म 14 अप्रैल, 1891 को मध्य भारत प्रांत (अब मध्य प्रदेश) में स्थित नगर सैन्य छावनी ‘महँ’ में हुआ था । उनका परिवार मराठी था वे । आंबडवे गाँव जो रत्नगिरि जिले में है । बाबा साहेब ने ‘कोलंबिया विश्वविद्यालय’ और ‘लंदन स्कूल आफ इकोनामिक्स’ दोनों विश्वविद्यालयों से अर्थशास्त्र में डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की । वे भारत के प्रथम कानूनी मंत्री थे । मार्च, 1952 में उन्हें संसद के ऊपरी सदन यानि राज्य सभा के लिए नियुक्त किया गया और इसके बाद उनकी मृत्यु 6 दिसंबर, 1956 तक वे इस सदन के सदस्य (एम. पी.) रहे । सन् 1990 में बाबा साहेब के मरणोपरांत भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ से उन्हें सम्मानित किया गया था । प्रति वर्ष 14 अप्रैल को उनका जन्म दिन भारत में . ‘अंबेडकर जयंती के रूप में मनाया जाता है।
प्रश्न – उत्तर :
प्रश्न 1.
भारत के संविधान के निर्माता कौन थे ?
उत्तर:
भारत के संविधान के निर्माता डॉ. भीमराव रामजी अंबेडकर जी थे।
प्रश्न 2.
अंबेडकर ने संविधान को कब समर्पित किया ?
उत्तर:
अंबेडकर ने संविधान को 26 नवंबर, 1949 को समर्पित किया ।
प्रश्न 3.
अंबेडकर ने किन – किन विश्वविद्यालयों से डॉक्टरेट प्राप्त की ?
उत्तर:
अंबेडकर ने ‘कोलंबिया विश्वविद्यालय’ और ‘लंदन स्कूल आफ इकोनामिक्स विश्वविद्यालयो में अर्थशास्त्र के डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की।
प्रश्न 4.
अंबेडकर को भारत रत्न के पुरस्कार से कब सम्मानित किया ?
उत्तर:
अंबेडकर को भारत रत्न के पुरस्कार से सन् 1990 में सम्मनित किया ।
प्रश्न 5.
अंबेडकर जयंती कब मनायी जाती है ?
उत्तर:
अंबेडकर जयंती प्रतिवर्ष 14 अप्रैल को मनायी जाती है ।
अभ्यास – 2
मदर तेरेसा ऐसा नाम है कि जिसका स्मरण होते ही हमारा हृदय श्रद्धा से भर उठता है । मदर तेरेसा एक ऐसी महान आत्मा थी जिनका . हृदय संसार के तमाम दीन – दरिद्र, बीमार, असहाय और गरीबों के लिए धड़कता था और इसी कारण उन्होंने अपना संपूर्ण जीवन उनकी सेवा और भलाई में लगा दिया। मदर तेरेसा का जन्म 26 अगस्त, 1910 को युगोस्लाविया में हुआ था । मदर का पूरा नाम ‘अग्नेस गोंझा बोयाजिनू तेरेसा’ था । अलबेनियन भाषा में गोंझा का अर्थ फूलों का कली’ होता है । वे 6 जनवरी, 1929 को भारत के कोलकता में ‘लोरेटो कान्वेंट’ पहुँची और भारत की नागरिकता स्वीकार कर ली । वे एक अनुशासित शिक्षिका थीं और विद्यार्थी उनसे बहुत स्नेह करते थे । मदर तेरेसा ने भूखों, निर्वस्त्र, बेघर, लंगड़े – लूले, अंधों, चर्म रोग से ग्रसित लोगों की सहायता करने के लिए सन् 1950 में “मिशनरीस आफ चारटी’ संस्था की स्थापना की । मदर तेरेसा ने ‘निर्मल हृदय’ और ‘निर्मल शिशु भवन के नाम से आश्रम खोले । ‘निर्मल हृदय’ का ध्येय असाध्य बीमारी से पीड़ित रोगियों व गरीबों की सेवा करना था । जिन्हें समाज ने बाहर निकाल दिया हो । ‘निर्मल शिशु भवन’ की स्थापना अनाथ और बेघर बच्चों की सहायता के लिए हुई । मदर को मानवता की सेवा के लिए अनेक अंतर्राष्ट्रीय सम्मान एवं पुरस्कार प्राप्त हुए । भारत सरकार ने उन्हें 1962 में ‘पद्मश्री’ और 1980 में देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ से अलंकृत किया । मानव कल्याण के लिए किये गये कार्यों की वजह से उन्हें 1979 में ‘नोबेल शांति पुरस्कार मिला था । मदर तेरेसा का देहांत 5 सितंबर 1997 में हुआ ।
प्रश्न – उत्तर:
प्रश्न 1.
मदर तेरेसा का जन्म कब और कहाँ हुआ ?
उत्तर:
मदर तेरेसा का जन्म 26 आगस्त, 1910 को युगोस्लाविया में हुआ था।
प्रश्न 2.
गोंझा का अर्थ क्या है ?
उत्तर:
अलबेनियन भाषा में ‘गोंझा’ अर्थ ‘फूलों की कली’ होता है ।
प्रश्न 3.
मदर तेरेसा से स्थापित आश्रमों के नाम बताइए ?
उत्तर:
मदर तेरेसा के आश्रमों के नाम-निर्मल हृदय और निर्मल भवन है।
प्रश्न 4.
भारत सरकार ने मदर तेरेसा को किन-किन पुरस्कारों से सम्मानित किया ?
उत्तर:
भारत सरकार ने मदर तेरेसा को पद्मश्री और भारत रत्न पुरस्कारों से सम्मानित किया ।
प्रश्न 5.
मदर तेरेसा को नोबेल शांति पुरस्कार कब प्राप्त हुआ ?
उत्तर:
1979 में मदर तेरेसा को नोबेल शांति पुरस्कार प्राप्त हुआ ।
अभ्यास – 3
भारत एक प्रजातांत्रिक देश है । इस विशाल भारत में 1652 भाषाएँ बोली जाती हैं । भारत की मुख्य भाषा हिंदी है। हिंदी सभी देशवासियों को एक सूत्र में जोड़ती है । हिंदी मीठी तथा जनमानस की भाषा है। यह एक वैज्ञानिक भाषा भी है। इसमें जो बोला जाता है वही लिखा जाता है । हिंदी भारत की राजभाषा तथा राष्ट्रभाषा है। हिंदी को भारत की राजभाषा के रूप में 14 सितंबर, 1949 को स्वीकार किया गया । इसके बाद संविधान के अनुच्छेद 343 से 351 तक राजभाषा के संबंध में व्यवस्था की गई। इसकी स्मृति को ताजा रखने के लिए या स्मृति के रूप में 14 सितंबर का दिन हर साल “हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है । धारा 341(1) के अनुसार भारतीय संघ की भाषा ‘हिंदी’ एवं लिपि देवनागरी’ है और संघ के शासकीय प्रयोजनों के लिए प्रयोग होनेवाले अंकों का रूप, भारतीय अंकों का रूप अंतराष्ट्रीय रूप होगा । भारतीय संविधान की धारा 341 के अनुसार 14 सितंबर, 1950 को राष्ट्रभाषा को रूप में हिंदी को घोषित किया गया । भारत में सैकड़ों भाषाएँ बोले जाने पर भी जिनमें से 15 भाषाओं को संविधान में राष्ट्रभाषा के रूप में मान्यता दी गई है जो भारत की करेंसी या मुद्रा पर हिंदी और अंग्रेज़ी के अलावा 15 भाषाओं का प्रयोग होता है ।
प्रश्न – उत्तर:
प्रश्न 1.
भारत की राजभाषा तथा राष्ट्रभाषा क्या थी?
उत्तर:
हिंदी भारत की राजभाषा तथा राष्ट्रभाषा थी ।
प्रश्न 2.
हिंदी को राजभाषा के रूप में कब स्वीकार किया गया ?
उत्तर:
14 सितंबर 1949 को हिंदी को राजभाषा के रूप में स्वीकार किया गया ।
प्रश्न 3.
हिंदी दिवस कब मनाया जाता है ?
उत्तर:
प्रति वर्ष 14 सितंबर 1949 को हिंदी दिवस मनाया जाता है ।
प्रश्न 4.
भारत की करेंसी या मुद्रा पर कितनी भाषाओं का प्रयोग होता है ?
उत्तर:
भारत की करेंसी या मुद्रा पर हिंदी और अंग्रेजी के अलावा 15 भाषाओं का प्रयोग होता है।
प्रश्न 5.
उपर्यक्तं गद्यांश को उचितं शीर्षक दीजिए।
उत्तर:
राजभाषा हिंदी।
अभ्यास – 4
अज्ञेय जी का जन्म सन् 1911 ई. में जिला देवरिया के कुशीनगर नामक गाँव में हुआ था । आपका पूरा नाम सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन ‘अज्ञेय’ था । ‘अज्ञेय’ कवि का उपनाम है । आपकी बाल्यावस्था लखनऊ, कश्मीर, नालंदा, पटना और नीलगिरि आदि में व्यतीत हुई और इसी बीच में इन्होंने संस्कृत, फारसी तथा अन्य भारतीय भाषाओं का अध्ययन किया । मद्रास तथा लाहौर से आपने बी. एस. सी. तथा अंग्रेजी में एम. ए. की परीक्षाएँ उत्तीर्ण की । अज्ञेय ने ‘दिनमान’, ‘प्रतीक’ तथा ‘तार – सप्तक’ पत्रिकाओं का संपादन एवं प्रकाशन किया । ता-सप्तक संपादन के साथ हिंदी में प्रयोगवाद का सूत्रपात हुआ । उपन्यास, कहानी तथा निबंध आदि के अतिरिक्त इनकी कुछ काव्य रचनाएँ हैं – भग्नदूत, चिंता, प्रियजन और हरी घास पर क्षण – भर आदि । उपन्यास के क्षेत्र में ‘शेखर एक जीवनी’ ने उनको विशेष ख्याति प्रदान की। उन्होंने जापान की ‘हाइकू कविताओं का अनुवाद किया था । श्री अज्ञेय का देहांत सन् 1987 ई. में हुआ था ।
प्रश्न – उत्तर:
प्रश्न 1.
अज्ञेय का जन्म कब और कहाँ हुआ ?
उत्तर:
अज्ञेय का जन्म सन् 1911 ईं में जिला देवरिया के कुशीनगर नामक गाँव में हुआ था।
प्रश्न 2.
अज्ञेय का पूरा नाम क्या था ?
उत्तर:
अज्ञेय का पूरा नाम सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन अज्ञेय था ।
प्रश्न 3.
अज्ञेय ने किन – किन पत्रिकाओं का संपादन एवं प्रकाशन किया ?
उत्तर:
अज्ञेय ने ‘दिनमान’ ‘प्रतीक’ तथा ‘तार-सप्तक’ पत्रिकाओं का संपादन ‘एवं प्रकाशन किया ।
प्रश्न 4.
अज्ञेय प्रसिद्ध उपन्यास का नाम क्या था ?
उत्तर:
शेखर एक जीवनी अज्ञेय का प्रसिद्ध उपन्यास था ।
प्रश्न 5.
अज्ञेय ने किनका अनुवाद किया ?
उत्तर:
जपान की ‘हाइकू’ कविताओं का अनुवाद अज्ञेय ने किया ।