AP Inter 1st Year Hindi Model Paper Set 6 with Solutions

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AP Inter 1st Year Hindi Model Paper Set 6 with Solutions

Time : 3 Hours
Max Marks : 100

सूचनाएँ :

  1. सभी प्रश्न अनिवार्य हैं ।
  2. जिस क्रम में प्रश्न दिये गये हैं, उसी क्रम से उत्तर लिखना अनिवार्य है ।

खण्ड – ‘क’
(60 अंक)

1. साँच बराबर तप नहीं, झूठ बराबर पाप ।
जाके हिरदै साँच है, ताके हिरदै आप ॥
उत्तर:
प्रसंग :- यह दोहा कबीरदास के द्वारा लिखी गयी ‘साखी’ नामक रचना से लिया गया है । वे निर्गुणशाखा के अन्तर्गत ज्ञानमार्ग शाखा से संबंधित सन्त कवि थे ।
संदर्भ :- इसमे कवि सत्य की महानता के बारे में कह रहे हैं ।
व्याख्या :- कवि का कहना है कि सत्य तपस्या के समान पुण्य है और झूठ पाप है । जिसके हृदय मे सत्य की भावना रहती है, उसके हृदय मे हमेशा ईश्वर निवास करता है ।

विशेषताएँ :

  1. हमेशा सत्य बोलने का सन्देश कवि दे रहे है |
  2. उनकी भाषा सदुक्कडी है ।

(अथवा)

तरूवर फल नहीं खात है, सर पियहि न पान ।
कहि रहीम परकाज हित, संपत्ति संचहि सुजान ॥
उत्तर:
प्रसंग :- यह दोहा रहीम के द्वारा लिखी गयी दोहावली से लिया गया है । वे भक्तिकाल से सम्बन्धित कृष्ण भक्त कवि थे ।
संदर्भ :- इसमें कवि की परोपकार की भावना स्पष्ट होती हैं ।
व्याख्या :- रहीम का कहना है कि जिस प्रकार पेड अपना फल खुद नहीं खाते है और सरोवर अपना पानी खुद नही पीती । ये सब दूसरों के लिए फल और पानी इकट्टा करके रखते है । उसी प्रकार सज्जन लोग भी दूसरों की भलाई के लिए ही अपना धन इकट्टा करके रखते है ।

विशेषताएँ :-

  1. सज्जन लोगों के लक्षणों के बारे में कवि कहते है ।
  2. उनकी भाषा व्रज भाषा है ।

2. किसी एक कविता का सारांश लिखिए

(1) अकाल और उसके बाद
उत्तर:
कवि ने इस्के अकाल के समय और अकान के बाद की स्थिती को दो पद्यों के द्वारा विस्तार रूप मे वर्णन किया | अकाल के समय मे घर पर खाने के लिए अनाज का अभाव है इसलिए कई दिनो से जला और अनाज के अभाव से आठा न पीसने के कारण चक्की के भी काम नही किया । चूहे चूल्हा न जलने से घर का एक का अंख वाला कुत्ता उसी के पास सो रही है । खाना न मिलने से सारा घर और आदी जन्तुएँ भी उदास है । घर के लोग उदास से एक बैठे हुए है । और दीवार पर छिपकलियाँ गस्ती देखे हैं । कई दिनों से अकाल से पीडित होते वाले घरों में अनाज न मिलने से चूहो की स्थिति भी बडी दयनीय थी ।

अब अकाल चल गया । बहुत दिनों के बाद घर मे अनाज आया । चूल्हे जलने से घर के आंगन मे धुँआ उठा । घर के सभी लोगो की आँखों मे चमक उठी अर्थात सब लोगों मे असाह भर गया । भोजन के बाद केंके हुए अन्न से अपने पेट भरने की आशा से काँठा भी पंख खुजलाकर इत्तर इन्तजार कर रही हैं ।

इस्प्रकार कवि ने अकाल से पीडित जनता की दयनी स्थिति और बाद की स्थिति का मार्मिक रूप से चित्रण किया है । अकल की दुस्थिति केवल लोंगों पर ही नहीं बल्कि उनके चारों ओर वातारिण को किस प्रकार प्रभावित करती है, उस्का स्पश्ट चित्रण किया है । उनकी भाषा सरल खडी बोली है।

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(2) फूल की चाह कविता की रचना के उद्देश्य को स्पष्ट कीजिए ।
उत्तर:
कवि परिचय :- माखनलाल चतुर्वेदी का जन्म सन् 1889 मे बाबई, होशंगाबाद मध्यप्रदेश मे हुआ । वे एक भारतीय आत्मा के रूप मे प्रसिद्ध थे । उनकी रचनाओं मे राष्ट्रीयता और देश भक्ति स्पष्ट झलकती है । उनहें कवि और राष्ट्र सेवी के रूप मे सम्मान प्राप्त हुआ । हिमकिरीटिनी, हिमतरंगिणी, माता, युगचरण, मरण ज्वर आदि उनकी प्रसिद्ध रचनाएँ है । उनकी मृत्यु सन् 1968 में हुई। प्रस्तुत ‘फूल की चाह’ कविता मे कवि फूलों के द्वारा अपनी देश भक्ति और जीवन के लिए कुछ लक्ष्य रखने का सन्देश दे रहे हैं ।

सारांश :- कवि फूलो के द्वारा अपनी इच्छा व्यक्त कर रहे है कि मुझे देवताओं के गले मे गहनों के बीच गूंध जाने की इच्छा नहीं है । प्रियतम के हाथो मे माला बनकर प्रेयसी को ललकारने की इच्छा नही है । बडे-बडे लोगों के शवों पर माला बनकर पडने की इच्छा भी नही है । ईश्वर के सिर पर चढकर अपने भाग्य पर घमंड करने की भी इच्छा नही है पर हे वनमाली ! मुझे अवश्य तोड लो। देश के लिए बलिदान देने वाले वीर जिस मार्ग मे चलते है उनके जाने के रास्ते पर मुझे फेंक दो। क्योंकि मै उनके चरणो के स्पर्श से पवित्र हो जाऊँगी और उनके चरणों को आराम पहुँचा दूँगी ।

इस प्रकार कवि फूलो के द्वारा अपनी देशभक्ति भावना, देश के लिए मर मिटने वाले वीरो के प्रति गौरव और जीवन के लिए कुछ-न-कुछ लक्ष्य रखने का सन्देश दे रहे हैं । उनकी भाषा सरल खडी बोली है।

3. किसी एक पाठ का सारांश लिखिए ।

(1) भारतीय संस्कृति और नारी
उत्तर:
भारतीय संस्कृति शब्द का अर्थ अंग्रेजी कलचर शब्द से भिन्न माना है । संस्कृति मानव चेतना का . ऐसा विकास-क्रम है, जो उसके अंतरंग तथा बहिरंग को परिष्कृत करके विशेष जीवन-पद्धति का सृजन करती है । संस्कृति मानव चेतना की प्राकृतिक ऊर्ध्वगति का प्रकाशन है । पर संस्कृति सभ्यता से भिन्न है | सभ्यता का मानव के बाह्य आचरण से सम्बंध रखती है तो संस्कृति अन्तर्जगत से । मनुष्य में आत्मरक्षा की प्रवृत्ति दिखाई पडती है जिसके अस्तित्व से परिवार, परिवार से ग्राम, देश तथा देश से विश्वरक्षा तक फैलकर एक नवीन जीवन मूल्य का निर्माण कर लेता है । वस्तुतः संस्कृति एकाकी व्यक्ति की न होकर समष्टि की होती है ।

भारतीय संस्कृति मे पृथ्वी सभी मानव समूहों की जन्मदात्री है। भारतीय संस्कृति का सौन्दर्यबोध नारी रूप से अविच्छिन सम्बन्ध से जुडा हुआ है । प्राचीन संस्कृति मे नारी के देवी रूप की प्रतिष्ठा मिलेगी । आर्य संस्कृति से पूर्व हमे जो सिन्धु घाटी और मोहनजदड़ो में तत्कालीन सभ्यता के अवशेष प्राप्त हुआ हैं उनमे मातृदेवी की मूर्ति भी है । इस मातृ मूर्ति के अनेक दिय रूप वर्णित हुआ है जैसे भारतमाता के रूप में, राष्ट्रीयता के रूप में, प्रकृति के रूप में, माया के रूप में, शक्ति के रूप में का आदि भारतीय संस्कृति में स्त्री और पुरूष दोनो को समान रूप में महत्व दिया गया है ।

भारतीय संस्कृति का आदि स्त्रोत वेदकालीन जीवन पद्धति है जो आज भी हमारे जीवन को कार प्रभावित करती है । भारतीय संस्कृति भी एक अविच्छिन्न नदि प्रवाह की तरह आगे चलती रहती है । उसका उद्गम जीवन मूल्यों की दृष्टि में उन्नत भी है और भावबोध की दृष्टि से गहरा भी है । वेदकालीन संस्कृति में नारी के दो रूप मिनते है – दिव्य देवी रूप तथा सामाजिक रूप । दिव्य देवी रूप के अन्तर्गत तीन प्रकार आते है । प्रकृति के व्यापक दिव्य रूप जैसे उषा,सूर्य, रात्रि, दूसरे में पृथ्वी, सिन्धु, सरस्वती नदि के रूप और तीसरे प्रकार में अमूर्त भावनों भावनाओं की प्रतीक देवियो – दिति, अदिति, श्रद्धा आदि के रूप आते है । इन प्रतीकों की व्यापकता से आज भी भारतीय संस्कृति स्थित है ।

नारी के सामाजिक रूप में स्त्री के साथ पुरुष की भी मान्यता दी गयी, वृद्धारण्यक अनिषद के अनुसार दोनो की स्थिति समान है । वैदिक समाज रचना मे पत्नी सहधर्मचारिणी है जिसके बिना कोई धर्मकांड सम्पन्न नही हो सकता । आपस्तम्ब धर्मसूत्रों के अनुसार पत्नी पारिवारिक सम्पत्ति मे सह अधिकारिणी भी है और पति को अनुपस्थिति में उस सम्पत्ति मे से दान का अधिकार भी रखती है ।

(2) शिवाजी का स्वच्चा स्वरूप
उत्तर:
शिवाजी मराठा शासक थे । एक बार सेनापति मोरोपंत पिंगले के नेतृत्व में शिवाजी की सेना ने कल्याण प्रान्त पर आक्रमण किया था । उस किले के सूबेदार अहमद को परास्त कर वहाँ के. खजाने को लूटा था । साथ-साथ सुबेदार की पुत्रवधू को भी बन्दी बनाया गया था ।

सुबेदार अहमद की पुत्रवधू बडी सुन्दरी थी। जब वह भेंट के रूप मे प्रस्तुत की गई, तो शिवाजी बहुत हैरान हो गये । उसमें उन्हे बहुत दुख हुआ । ‘माँ’ के रूप में उसको सम्बोधित करते हुए शिवाजी ने अपने सेना द्वारा किये गये इस घृणित कार्य के लिए उससे क्षमा मांगी और कहा कि उसकी खूबसूरती की मात्र पूजा कर सकते है । अहमद की पुत्रवधू को सादर उसके शौहर के पास पहुँचाकर शिवाजी ने यह घोषणा की कि भविष्य में यदि कोई ऐसा कार्य करेंगे तो उन्हे मृत्यु दंड दिया जायेगा ।

इस प्रकार यह एक ऐतिहासिक एकांकी है । इसमें नाटक की तरह पात्र तथा चरित्र चित्रण, वार्तालाप आदि का चित्रण किया गया है एकांकी का नायक शिवाजी के चरित्र को महान और नारी के प्रति सम्मान रखने के रूप में दर्शाया गया है । उनकी भाषा सरल और सुबोध है ।

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4. किसी एक कहानी का सारांश लिखिए ।

(1) वापसी
उत्तर:
गजाधर बाबू रेल्वे में नौकरी करते है । पैंतीस साल वहाँ क्वार्टरो मे रहकर परिवार से दूर जीवन बिता रहा था । यहाँ पर उसका जीवन गौरवमय और प्रशान्त था । पर उनकी एक ही कमी थी कि परिवार उससे दूर था । अब वह रिटाइर होकर घर वापस जा रहा था । परिवार के साथ मिलकर रहने की खुशी उसमे अधिक है । पर वापस आने के बाद उसको ऐसा लगता है कि परिवार के सदस्थ उसके वापसी पर सन्तृष्ट नही थे । घर आने के बाद सब मे कुछ-न- कुछ परिवर्तन लाना चाहता है । सब को सुखी देखना चाहता है । लेकिन कोई भी इसके लिए तैयार नहीं थे। इतना तक कि पत्नि भी उसके प्रति सन्तुष्ट नही है ।

गजाधर बाबू के मन मे संघर्ष उत्पन्न होता है । वह सभी असंतोष से निराश होकर सभी विषयो से दूर रहना चाहता है । लेकिन अन्त मे वह यह निष्कर्ष पर पहुँचता है कि घर मे रहकर सभी विषयों से दूर रहना आसान नही है । पैंतीस साल से परिवार के सभी लोग उसके अलग रहने से आदत हो गए । अब उसको अपने साथ शामिल करने मे परिवार के सदस्यों को अनेक समस्याएं आ रही हैं । यह विषय जानकर गजाधर बाबू फिर घर से दूर होने का निश्चय कर लेता है । सेठ रामजीमल की चीनी मील मे नौकरी प्राप्त कर लेता है । सब से विदा लेते हुए ‘पत्नी से अपने साथ आने का अनुरोध करता है। लेकिन उसकी पत्नी पति को छोड़कर परिवार सभी सदस्यों के साथ रहना पसंद करती है । यह विषय जानकर विरक्त होकर गजाधर बाबू घर से दूर एकांत जीवन को बिताने चला जाता है । पत्नी भी इसी मे सबकी भलाई समझती है । इस प्रकार इसमे मध्यवगीर्य बदलते पारिवारिक संबंधों की यथार्थ झाँकी प्रस्तुत की गई है । नयी पीढी की आधुनिक जीवन शैली तथा हृदयहीनता पर प्रकाश डाला गया है ।

(2) पुस की रात
उत्तर:
हल्कू एक निर्धन किसान था । मुन्नी उसकी पत्नी थी । हल्कू खेती करता था । किन्तु उसकी उपज इतनी नहीं होती कि उसे बेचकर साहूकार का ऋण चुका सके। सर्दी से बचने के लिये वह एक कम्बल खरीदना चाहता था । इसके लिये उसने पत्नी के पास तीन रूपये जमाकर रखे ।

लेकिन साहूकार से तुरंत बचने के लिए उसने उन तीन रूपयों को उसे दे दिया । पूस की रात थी । हल्कू खेती की रखवाली करने गया था ।

कड़ी सर्दी थी । वह काँपने लगा । उसके पास का चादर उसे बचा न सकता था । सर्दी से बचने या गर्माई पाने वह बार बार तमाखू पीता रहा । आखिर विवश होकर अपने कुत्ता ‘जबरा’ को उठाकर गोद में सुलाया । इससे कुछ गर्मी मिल रही थी ।

इस बींच नील गायों ने चरकर खेत साफ कर दिया । किन्तु वह उठ न सका । दूसरे दिन वह खुश इसलिए रहा कि अगले दिन से रखवाली केलिये आने की जरूरत नहीं थी ।

साहूकारों से, एवं जमींदारों से पीडित किसानों की दयनीय स्थिति, आर्थिक विषमता, शोषण और उसके दुष्परिमाणों को प्रकाश में लाना ही उनका उद्देश्य है ।

5. निम्नलिखित दो पद्यांशों की संदर्भ सहित व्याख्या कीजिए :

(1) चाह नहीं, मैं सुरबाला के गहनों में गूँथा जाऊँ,
चाह नहीं प्रेमी – माला में बिंध प्यारी को ललचाऊँ.
चाह नहीं सम्राटों के शव पर हरि डाला जाऊँ,
चाह नहीं देवों के सिर पर चढूँ, भाग्य पर इठलाऊँ,
उत्तर:
प्रसंग :- यह पद्य ‘फूल की चाह’ नामक कविता से लिया गया है । यह कविता माखनलाल चतुर्वेदी के द्वारा लिखी गई है । वे भारतीय आत्मा के रूप से प्रसिद्ध है ।
सन्दर्भ :- इस में कवि एक फूल की इच्छा के द्वारा अपनी भावनाओं को व्यक्त कर रहे हैं ।
व्याख्या :- एक फूल के माध्यम से कवि अपनी इच्छा व्यक्त कर रहा है कि मुझे देवताओं के गहनों में गूँथ जाने की इच्छा नहीं है। अर्थात देवताओं के गले में माला बनने की इच्छा नही हैं। प्रियतम के हाथो में माला बनकर प्रेयसी को ललकारने की इच्छा नही है । सम्राटों के शवो पर पुष्प माला बनने की चाह नही है और देवता ईश्वर के सिर पर चढकर अपने भाग्य पर घमंड करने की इच्छा भी मुझे नही है । अर्थात यहां फूल अपने जीवन के लिए कुछ-न-कुछ विशेषता होने की मांग कर रहा है ।

विशेषताएँ :-

  1. इसमें जीवन के लिए कुछ ऊँचे उमंग रखने की इच्छा फूल के द्वारा व्यक्त कर रहे है ।
  2. उनकी भाषा सरल खड़ीबोली है ।

(2) यह साँझ – उषा का आँगन,
आलिंगन विरह – मिलन का,
चिर हास – आश्रुमय आनन
ऐ इस मानव जीवन का !
उत्तर:
प्रसंग :- यह पद्य सुमित्रानंदन पंत के द्वारा लिखी गयी ‘सुख – दुख’ नामक कविता से लिया गया है । वे प्रकृति का सुकुमार कवि कहे जाते है ।
सन्दर्भ :- इसमें कवि सुख दुख को समान रूप में स्वीकार करने की बात कह रहे हैं ।
व्याख्या :- कवि का कहना है कि सायंकाल के बाद सूर्योदय, विरह के आलिंगन मे मिलन का, हमेशा सुख के साथ-साथ दुख का आना जाना मानव जीवन के लिए स्वाभाविक है । अर्थात् सुख और दुख दोनो का समान रूप में स्वीकारना ही जीवन हैं ।

(3) साथ दो बच्चे भी हैं सदा हाथ फैलाए,
बाएँ से वे मलते हुए पेट चलते है,
और दाहिना दया- दृष्टि पाने की ओर बढाए ।
भूख से सूख ओठ जब जाते.
दाता – भाग्य विधाता से क्या पाते !
घूँट आँसूओं के पीकर रह जाते ।
चाट रहे है जूठी पत्तल कभी सड़क पर खड़े हुए
और झपट लेने को उनसे कुत्ते भी हैं अडे हुए
उत्तर:
प्रसंग :- यह पद्य निराला जी के द्वारा लिखी गयी ‘भिक्षुक’ नामक कविता से लिया गया है वे छायावादी कवि है ।
सन्दर्भ :- इसमें एक भिखारी और उसके दो बच्चों की दयनीय स्थिति का वर्णन किया गया है।
व्याख्या :- एक भिक्षुक रास्ते पर आ रहा है और उसके साथ दो बच्चे भी है । वे अपने बाए हाथ से अपने भूखे पेट को मल रहे है और दाहिने हाथ से दया की भीख माँग रहे है । भूख के कारण उनके ओठ सूख गए है । अपने भाग्य के लिए वे तड़प रहे है । सडक पर जूठी पत्तल चाटने के लिए भी उनके पहले ही कुत्ते उन पत्तलों को लपटने के लिए वहाँ खडे हो रहे है ।

विशेषताएँ :-

  1. शोषित वर्ग के प्रति कवि की सहानुभूति व्यक्त होती है ।
  2. इसके कवि की प्रगतिवादी धारणा स्पष्ट होती है ।
  3. उनकी भाषा शुद्ध खडीबोली है ।

(4) दाने आए घर के अंदर कई दिनों के बाद ।
धुआँ उठा आँगन के ऊपर कई दिनों के बाद ||
चमक उठीं घर भर की आँखे कई दिनों के बाद ।
कौए ने खुजलाई पाँखे कई दिनों के बाद |
उत्तर:
प्रसंग :- यह पद्य को नागार्जुन द्वारा लिखे गयी अकाल और उसके बाद कविता से लिया गया है । वे प्रगतिवादी कवि थे और आधुनिक कबीर से प्रसिद्ध थे ।
सन्दर्भ :- अकाल समाप्त होने के बाद जिसप्रकार की रोशनी घर के चारो ओर दिखाई पडती है, उसका मार्मिक चित्रण इसमें मिलता है |
व्याख्या :- अकाल के बाद अनाज घर को आया । खाना पकाने के लिए घर मे चूलहा जलाया गया । इस खुशी मे घर के सारे लोगों के मन उत्साह से भर गया । भोजन के बाद केंके से पेट भरने की आशा मे कौए भी पँस खुजलाकर इन्तजार कर रही है ।

विशेषताए :-

  1. कवि की प्रगतिवादी धारणा का चित्रण हो रहा है ।
  2. उनकी भाषा सरल खडीबोली है ।

6. निम्नलिखित किन्हीं दो गद्यांशों की संदर्भ सहित व्याख्या कीजिए :

(1) “भारतीय संस्कृति का सौन्दर्यबोध नारी रूप से अविच्छिन्न सम्बन्ध से जुडा हुआ है ।
उत्तर:
प्रसंग :- यह उद्धरण महादेवी वर्मा के द्वारा लिखी गयी ” भारतीय संस्कृति और नारी” नामक निबन्ध से लिया गया वे छायावाद से सम्बन्धित प्रमुख साहित्यकार है ।
सन्दर्भ :- इसमें भारतीय संस्कृति और नारी के बीच के अविच्छिन्न सम्बन्ध के प्रति जोर दिया गया है ।
व्याख्या :- भारतीय संस्कृति मे प्राचीनकाल से ही नारी का महत्वपूर्ण स्थान है । भारतीय संस्कृति का सौन्दर्य बोध नारी के रूप से अविच्छिन्न सम्बन्ध से जुडा हुआ है। नारी को देवी, माता जैसे रूपों मे दर्शाया गया है जो प्राचीन आर्य काल से पहले ही मातृसत्ता से जुडा हुआ है ।

विशेषताएँ :-

  1. भारतीय संस्कृति मे नारी की महानता के बारे में स्पष्ट किया गया है ।
  2. उनकी भाषा खडीबोली है ।

(2) जिस जाति या देश ने इस धर्म को अपनाया, वह चारों फलों का भागी हुआ और जिसने इसे दुराया, उसके लिए नरक में भी ठिकाना नहीं ।
उत्तर:
प्रसंग :- यह उद्धरण राहुल सांस्कृत्यायन के द्वारा लिखी गयी अथातो घुमक्कड जिज्ञासा नामक यात्रा वृत्तांत है । वे पुरातत्व इतिहास के विशेष ज्ञाता रहे हैं और उनका यात्रा साहित्य अत्यन्त महत्वपूर्ण रहा है।
सन्दर्भ :- लेखक इसमें घुमक्कडी प्रवृत्ति को सर्वश्रेष्ठ माना है और उसकी महानता को इसमें स्पष्ट करते हैं ।
व्याख्या :- समाज कल्याण के लिए घुमक्कड धर्म आवश्यक चीज है । जिस देश या जाति घुमक्कड धर्म को अपनाती है तो उज्वल भविष्य को प्राप्त कर लेती है यदि घुमक्कड प्रकृति से दूर तो जाते है तो भविष्य अंधकारमय होता है । घुमक्कड धर्म का अनुसरण करने से देश की उन्नति होती है ।

विशेषताएँ :-

  1. घुमक्कड धर्म को अपनाने का सन्देश लेखक देते हैं ।
  2. उनकी भाषा सरल खडीबोली है ।

(3) सम्पूर्ण नैतिक कोश में आप अकेले जर्मन लेखक नहीं थे ।
उत्तर:
प्ररंग :- यह उद्धरण ‘चन्द्रशेखर वेंकटरमन नामक जीवनी से लिया गया वे बडे वैज्ञानिक तथा राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय सम्मानों से प्रतिष्ठित थे ।
सन्दर्भ :- चन्द्रशेखर वेंकटरामन् अनुसंदान के क्षेत्र में कितने महान थे, उसका उदाहरण सहित वर्णन किया गया है ।
ब्याख्या :- कलकत्ते के भारत परिषद की प्रयोगशाला में ध्वनि के कम्पन और कार्यों का सिद्धांत पर अनुसंधान किया । उन्हें वाद्यों की भौतिकी का इतना गहरा ज्ञान था। जर्मनी में प्रकाशित बीस खण्डों वाले भौतिकी विश्वकोश के खण्ड के लिए उनसे वाद्ययंत्रों की भौतिकी का लेख तैयार करवाया गया । सम्पूर्ण भौतिक कोश केवल चन्द्रशेखरन जी का लेख छोडकर अन्य सभी लेख जर्मन लेखक के ही थे । इतना सम्मान चन्द्रशेखरन जी को प्राप्त हुआ ।

विशेषताएँ :-

  1. वैज्ञानिक चन्द्रशेखर वेंकटरामन की महानता का परिचय हमें मिलता है ।
  2. भाषा सरल है ।

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(4) आंध्र संस्कृति का आरंभ ही भारतीय संस्कृति की सुरक्षा के उद्देश्य से हुआ ।
उत्तर:
प्रसंग :- यह वाक्य ‘आन्ध्र संस्कृति नामक पाठ से लिया गया है इसमें आन्ध्र संस्कृति पर विभिन्न रूपों में दृष्टि डाला गया है |
सन्दर्भ :- भारतीय संस्कृति के अंतर्गत आन्ध्र संस्कृति का विकास किस प्रकार हुआ है, इसके प्रति ध्यान दिया गया है ।
व्याख्या :- भारतीय संस्कृति की सुरक्षा को दृष्टि में रखकर ही आन्ध्र संस्कृति का विकास हुआ है । मूल मे भारतीय संस्कृति वैदिक संस्कृति है । संस्कृत के प्रायः सभी इतिहास, पुराण, काव्य व नाटक तेलुगु मे अनुदित है । चंपु काव्य शैली, गद्य रहित द्विपद, शतक, आदि, तेलुगु मे भी लिखे गये । संस्कृत का महाभारत भी तेलुगु मे अनुदित किया गया है। उससे भारतीय संस्कृति सुरक्षित और सर्वव्याप्त हो जाती है ।

विशेषताएँ :-

  1. भारतीय संस्कृति के प्रति लेखक की रुचि स्पष्ट हो जाती है ।
  2. उनकी भाषा खड़ीबोली है ।

7. एक शब्द में उत्तर दीजिए ।

(1) ‘परकाज’ शब्द का अर्थ क्या है ?
उत्तर:
पराये काम के लिए

(2) किसके अनुभव से ही व्यक्ति पण्डित बन जाता है ?
उत्तर:
प्रेम के

(3) फूल अपने को तोड़ने के लिए किससे कहता है ?
उत्तर:
वनमाली से

(4) सुमित्रानंदन पंत की प्रमुख रचनाएँ है ?
उत्तर:
पल्लव, वीणा, ग्रन्थि, ग्राम्य, स्वर्णधूलि

(5) भिखारी की दयनीय स्थित के द्वारा किस वर्ग की ओर कवि संकेत दे रहे है ?
उत्तर:
शोषित वर्ग

8. एक शब्द में उत्तर दीजिए ।

(1) आन्ध्र राज्य का इतिहास किससे आरंभ होता है ?
उत्तर:
शातवाहनों से

(2) चन्द्रशेखर वेंकटरामन अपना घर को क्या बना लिया ?
उत्तर:
प्रयोगशाला

(3) मुख्यतः प्रदूषण कितने प्रकार हैं ?
उत्तर:
4.

(4) आदिमानव से लेकर आजतक का विकास किस प्रवृत्ति के कारण हुआ ?
उत्तर:
घुमक्कडी प्रवृत्ति

(5) सेनापति मोरोपंत पिगंले के नेत्रुत्व में शिवाजी की सेना किस प्रान्त पर आक्रमण किया था ?
उत्तर:
कल्याण

खण्ड- ‘ख’

9. निम्नलिखित में से कोई एक पत्र लिखिए :
परीक्षा में उत्तीर्ण होने के संदर्भ में भाई को बधाई देते हुए एक पत्र लिखिए ।
उत्तर:

चेन्नई,
दिनांक. 23-05-2018.

प्रिय भाई सुमन,
शुभकामनाएँ ।

मैं यहाँ कुशल हूँ | आज ही पिताजी से बात करते समय पात चला कि तुम्हें इण्टर मीडिएट की परीक्षा में प्रथम श्रेणी मिली है और इंजीनियरिंग की प्रवेश परीक्षा भी तुमने अच्छी तरह लिखी है । यह बात सुनकर मुझे बड़ी प्रसन्नता हुई । मेरी हार्दिक बधाई स्वीकार करो। मैं कामना करता हूँ कि इंजीनियरिंग में तुम्हें अच्छी रैंक मिले ।
बाकी सब ठीक है | अपना ध्यान पढ़ाई में लगाना । पूज्य पिताजी और माताजी को प्रणाम ।

तुम्हारा भाई,
श्रीनिवास ।

पता :
पी. सुमन,
मकान नंबर 34-45-6,
कामकोटि नगर,
एलूरू ।

अथवा

डाक अधिकारी के नाम पर पता बदलने के संबंध में सूचना देते हुए पत्र लिखिए |
उत्तर:

भीमवरम ।
दिनांक 23-12-2018.

सेवा में –
डाक अधिकारी,
भीमवरम्
प्रधान डाकघर,
आदरणीय महोदय,

विषय : पते के परिवर्तन का विवरण और सूचना |

मेरा नाम नारायण राव है और मैं स्थानीय आन्ध्रा बैंक में लिपिक हूँ । पिछले हफ्ते तक मैं रेलवे स्टेशन के पास निवास करता था । हाल ही में मैंने नेहरू नगर में नया मकान बना लिया और यहाँ स्थाई रूप से रहने लगा हूँ । मेरे नाम पर कई पत्र आते हैं अतः आपसे सविनय प्रार्थना हैं कि मेरी डाक निम्नलिखित नये पते पर भेजने की व्यवस्था करें ।
धन्यवाद,

भवदीय,
जे. नारायण राव |

मेरा नया पता :
जे. नारायण राव,
घर का नं. 34/12-129,
आराधना सिनेमा घर ()
नेहरू नगर, भीमवरम् ।

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10. किन्हीं पाँच (5) शब्दों के विलोम शब्द लिखिए ।

(1) अनुकूल × प्रतिकूल
(2) अतिवृष्टि × अनावृष्टि
(3) इधर × उधर
(4) आश्रित × निराश्रित
(5) उल्टा × सीधा
(6) एक × अनेक
(7) काला × गोरा, सफेद
(8) खरा × खोटा
(9) मित्र × शत्रु
(10) मधुर × कटु, कर्कश

11. किन्हीं पाँच शब्दों के समानार्थी शब्द लिखिए |

(1) आँख – नेत्र, नयन, लोचन, चक्षु |
(2) आकाश – आसमान, अम्बर, गगन, नभ |
(3) आनंद – सुख, प्रसन्नता, हर्ष, खुशी ।
(4) पृथ्वी – धरती, धरा, भूमि, वसुंधरा ।
(5) बादल – मेघ, घन, नीरद, पयोद |
(6) बसन्त – ऋतुराज, ऋतुपति, कुसुमाकर ।
(7) साँप – सर्प, नाग, विषधर, भुजंग |
(8) समुद्र – सागर, सिन्धु, रत्नाकर, जलधि ।
(9) सेना – कंटक, दल, वाहिनी, फौज ।
(10) पर्वत – पहाड़, गिरि, नग, शैल ।

12. किन्हीं पाँच शब्दों की शुद्ध वर्तनी लिखिए ।

(1) आधीन – अधीन
(2) आजकाल – आजकल
(3) दावा – दवात / दावत
(4) हस्ताक्षेप – हस्तक्षेप
(5) चहिए – चाहिए
(6) निरोग – नीरोग
(7) अकांक्षा – आकांक्षा
(8) नदि – नदी
(9) पशू – पशु
(10) एतिहासिक – ऐतिहासिक

13. किन्हीं पाँच शब्दों का अनुवाद हिन्दी में कीजिए ।

(1) Administration = प्रशासन
(2) Class = कक्षा, वर्ग
(3) Constitution = संविधान
(4) Assembly = सभा
(5) Chair person = अध्यक्ष
(6) Scientific = वैज्ञानिक
(7) Maths = गणित
(8) Valley = घाट
(9) Deal = सौदा
(10) Council = परिषद

14. कारक चिह्नों की सहायता से रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए ।

(1) गोपी _____ माँ से दो रुपये लाओ ।
उत्तर:
गोपी की माँ से दो रुपये लाओ ।

(2) रामचरण शहर _____ आता है ।
उत्तर:
रामचरण शहर से आता है ।

(3) कलम _____ लाल स्याही है ।
उत्तर:
कलम में लाल स्याही है ।

(4) बंदर _____ केला बहुत पसंद है ।
उत्तर:
बंदर को केला बहुत पसंद है ।

(5) नूरजहाँ _____ पति का नाम जहाँगीर था ।
उत्तर:
नूरजहाँ के पति का नाम जहाँगीर था ।

15. सूचना अनुसार वाक्य में परिवर्तन कीजिए ।

(1) शिष्य गुरु का आदर करते हैं । (रेखांकित शब्द का लिंग बदलकर लिखिए |)
उत्तर:
शिष्या गुरु का आदर करती है ।

(2) तोता पिंजरे में बंद है । (रेखांकित शब्द का वचन बदलकर लिखिए ।)
उत्तर:
तोते पिंजरे मे बंद हैं ।

(3) अनूषा को मिठाई खाना अत्यंत पसंद है । (रेखांकित शब्द में उपसर्ग क्या है ।)
उत्तर:
अति

(4) मजदूर लोग कारखाना में काम करते हैं । (रेखांकित शब्द में प्रत्यय क्या है ।)
उत्तर:
खाना

(5) रवि बाज़ार गया । (संदिग्ध भूतकाल में बदलकर लिखिए ।)
उत्तर:
रवि बाज़ार गया होगा ।

16. सूचना के अनुसार भाषा विभाग को पहचानिए :

(1) गोपाल मैदान में खेल रहा है। (इस वाक्य में संज्ञा क्या है ?)
उत्तर:
गोपाल, मौदान

(2) वह कलम दो । (इस वाक्य में सर्वनाम पहचानो)
उत्तर:
वह

(3) कमला वीणा बजा रही है । (इस वाक्य में क्रिया क्या है ?)
उत्तर:
बजाना

(4) शरारती बच्चे खेल रहे हैं । (इस वाक्या में विशेषण क्या है ?)
उत्तर:
शरारती

(5) उसके पास पर्याप्त सम्पत्ति है । (इस वाक्य में क्रिया विशेषण पहचानिए ।)
उत्तर:
पर्याप्त

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