AP Inter 1st Year Hindi Study Material Non-Detailed Chapter 4 चीफ की दावत

Andhra Pradesh BIEAP AP Inter 1st Year Hindi Study Material Non-Detailed 4th Lesson चीफ की दावत Textbook Questions and Answers, Summary.

AP Inter 1st Year Hindi Study Material Non-Detailed 4th Lesson चीफ की दावत

अभ्यास प्रश्न

प्रश्न.
1. चीफ की दाक्त कहानी सारांश लिखिए ।
2. चीफ की दाक्त कहानी के रचनात्मक उद्देश्य को दर्शाइए ।
उत्तर:
मिस्टर शामनाथ अपने घर में ‘चीफ’ को दावत पर बुलाते है । अपनी धर्म पत्नी के साथ मिलकर सारी तैयारियाँ करने लगता है । चीफ अमेरिकन है । उसको खुश करने से शामनाथ को नौकरी में तरक्की होगी । इसलिए दावत की शाम घर की सभी चीजों को चीफ के अनुरूफ बनाने की चेष्टा की जाती है । ड्रिंक का इंतजाम बैठक में कर दिया गया । घर का फालतू सामान अलमारियों के पीछे और पलंगों के नीचे छिपाया जाने लगा । तब उसको अपनी बूढ़ी माँ की याद आती है । अब प्रश्न उठता है कि उसको कहाँ छिपाना है। उस बुढ़िया लोगों के सामने आना-जाना, नींद में उठे खर्राटे की आवाज ये सब किसी के सामने प्रस्तुत होना शामनाथ के लिए पसंद नही है । इसलिए माँ को अनेक चेतन चेतावनियाँ देते है कि ठीक से कुर्सी पर बैठकर रहना है, पार्टी खतम होने तक नही सोना है । माँ सब के लिए राजी होकर उसके कहे अनुसार अच्छी साडी पहनकर अपने घर में बैठ जाती है ।

चीफ अपनी पत्नी के साथ दावत पर आते है । सभी अतिथि लोग आते है । दावत शुरु हो जाती है । ड्रिंक होने के बाद बरामदे में आते तो वहाँ उसकी माँ कुर्सी पर पैर रखकर सो रही है । यह दृश्या देखकर शामनाथ कृद्ध हो उठे । पर चीफ और उसकी पत्नी उस पर बडी सहानुभूति देखने हैं । चीफ माँ को वहाँ से जाने नही देते तथा पंजाबी लोक गीत सुनाने का आग्रह करते है । माँ शामनाथ की सोच के विरुद्ध अच्छी तरह गाकर चीफ एवं मेहमानों को प्रश्न करती है । माँ के हाथों में बनी ‘फुलकारी’ चीफ को बहुत पसंद आता है । उसके हाथों से बनी फुलकारी के लिए वापस आने का वादा करता है । इस प्रकार उसकी बूढ़ी माँ अचानक ही मूल्यवान सिद्ध हो उठती है । जो बेकार थी वही तरक्की का जरिया बन जाती है । उससे फुलकारी बनाने की ताकत नही होने पर भी अपने बेटे की तरक्की के लिए खुद बनाना चाहती है।

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इस प्रकार आजकल माँ-बेटे के संबंध में प्रेम आदर भावनाएँ लुप्त हो रही है । शामनाथ अपनी नौकरी के लिए माँ को आतंक मानता है । लेकिन उसी के द्वारा उसकी इच्छा पूर्ण हो जाती है। माँ के पाश्चात्य सभ्यता का प्रभाव, माँ की ममता का सजीव चित्रण उसमें किया गया है।

कहानीकार का परिचय

भीष्म साहनी का जन्म सन् 1915 में अविभाजित भारत के रावलपिंडी में हुआ । देश के विभाजन के बाद दिल्ली गए । विभाजन की त्रासदी एवं मध्यवर्गीय जीवन का खोखलापन इनकी कहानियों के विषय रहे । दलित शोषित वर्ग के प्रति सहानुभूति इनकी कहानियों में स्पष्ट होती है।

प्रस्तुत ‘चीफ की दावत’ मध्यवर्गीय जीवन में आ रहे पीढ़ियों के अंतराल ही कहानी है । पाश्चात्य सभ्यता और संस्कृति का प्रभाव हमारे देश में किस हद तक है उसका सजीव वर्णन उसमें किया गया है ।

कहानी का सारांश

मिस्टर शामनाथ अपने घर में ‘चीफ’ को दावत पर बुलाते है । अपनी धर्म पत्नी के साथ मिलकर सारी तैयारियाँ करने लगता है । चीफ अमेरिकन है । उसको खुश करने से शामनाथ को नौकरी में तरक्की होगी । इसलिए दावत की शाम घर की सभी चीजों को चीफ के अनुरूफ बनाने की चेष्टा की जाती है । ड्रिंक का इंतजाम बैठक में कर दिया गया । घर का फालतू सामान अलमारियों के पीछे और पलंगों के नीचे छिपाया जाने लगा । तब उसको अपनी बूढ़ी माँ की याद आती है । अब प्रश्न उठता है कि उसको कहाँ छिपाना है । उस बुढ़िया लोगों के सामने आना-जाना, नींद में उठे खर्राटे की आवाज ये सब किसी के सामने प्रस्तुत होना शामनाथ के लिए पसंद नही है । इसलिए माँ को अनेक चेतन चेतावनियाँ देते है कि ठीक से कुर्सी पर बैठकर रहना है, पार्टी खतम होने तक नही सोना है । माँ सब के लिए राजी होकर उसके कहे अनुसार अच्छी साडी पहनकर अपने घर में बैठ जाती है । .

चीफ अपनी पत्नी के साथ दावत पर आते है । सभी अतिथि लोग आते है । दावत शुरु हो जाती है । ड्रिंक होने के बाद बरामदे में आते तो वहाँ उसकी माँ कुर्सी पर पैर रखकर सो रही है । यह दृश्या देखकर शामनाथ कृद्ध हो उठे । पर चीफ और उसकी पत्नी उस पर बड़ी सहानुभूति देखने है । चीफ माँ को वहाँ से जाने नही देते तथा पंजाबी लोक गीत सुनाने का आग्रह करते है । माँ शामनाथ की सोच के विरुद्ध अच्छी तरह गाकर चीफ एवं मेहमानों को प्रश्न करती है । माँ के हाथों में बनी ‘फुलकारी’ चीफ को बहुत पसंद आता है । उसके हाथों से बनी फुलकारी के लिए वापस आने का वादा करता है । इस प्रकार उसकी बूढ़ी माँ अचानक ही मूल्यवान सिद्ध हो उठती है । जो बेकार थी वही तरक्की का जरिया बन जाती है । उससे फुलकारी बनाने की ताकत नही होने पर भी अपने बेटे की तरक्की के लिए खुद बनाना चाहती है।

इस प्रकार आजकल माँ-बेटे के संबंध में प्रेम आदर भावनाएँ लुप्त हो रही है । शामनाथ अपनी नौकरी के लिए माँ को आतंक मानता है । लेकिन उसी के द्वारा उसकी इच्छा पूर्ण हो जाती है । माँ के पाश्चात्य सभ्यता का प्रभाव, माँ की ममता का सजीव चित्रण उसमें किया गया है ।

కథా సారాంశము

శామ్ నాధ్ ఆఫీసులో మేనేజర్ ను (ఛీఫ్ )ను తన ఇంట్లో పార్టీకి ఆహ్వానిస్తాడు. తన భార్యతో కలిసి దానికి తగిన ఏర్పాట్లన్నీ చేసుకుంటాడు. ఆ ఛీఫ్ అమెరికన్, అతనిని సంతోషపరచి ప్రమోషన్ కొట్టెయ్యాలని శామ్ నాధ్ ఉద్దేశ్యము, అమెరికన్ ఛీఫ్ కి తగినట్లుగా ఆ సాయంత్రం తన ఇంట్లో అన్నీ ఏర్పాట్లు చేసుకుంటాడు. ఆరుబయట డ్రింక్స్ ఏర్పాటు కూడా జరుగుతుంది. పనికిరాని సామానంతా అల్మరాలలో మంచం కింద దాచేస్తాడు. అప్పుడు తన ముసలితల్లి ఆయనకు గుర్తుకు వస్తుంది. ఈమెను అతిథుల కంటపడకుండా ఎలా దాచాలా అని శామ్ నాధ్, భార్య ఆలోచిస్తారు. అందరి ముందు ఆమె కన్పించటం, నిద్రపోతే గురక వినిపిస్తుందని, శామ్ నాధ్ కి ఇష్టం వుండదు. అందుకని తల్లిని గదిలో వుండమని, నిద్రపోకుండా కుర్చీలో కాళ్ళు క్రిందకు పెట్టి కూర్చొని వుండమని సలహా ఇస్తాడు. తల్లి కొడుకు చెప్పిన వాటన్నింటికి ఒప్పుకొని మంచిచీర కట్టుకొని తన గదిలో కూర్చుంటుంది.

AP Inter 1st Year Hindi Study Material Non-Detailed Chapter 4 चीफ की दावत

ఛీఫ్, అతని భార్య, అతిథులందరూ పార్టీకి వస్తారు. పార్టీ ఆరంభమవుతుంది. డ్రింక్స్ అన్నీ ముగిసిన తరువాత వరండాలోకి రాగానే కుర్చీలో కాళ్లు పైకి పెట్టుకొని కునికిపాట్లు పడుతున్న తల్లి కనిపిస్తుంది. అది చూసి శామ్ నాథ్ కు ఎంతో కోపం వస్తుంది. కానీ ఛీఫ్, అతని భార్య ఆమెపట్ల ఎంతో సానుభూతి చూపిస్తారు. ఆమె గ్రామీణ ప్రాంతానికి చెందినదని తెలిసి ఒక పంజాబీ, పల్లె గీతం పాడమని అడుగుతారు. శామ్ నాథ్ తల్లి మంచిపాట పాడి అందరినీ సంతోషపెడుతుంది. ఆమె తయారుచేసిన ‘ఫుల్ కారీ’ (శాలువా) ఛీఫ్ కు ఎంతో నచ్చుతుంది. ఆమె స్వయంగా చేసి ఇవ్వాలని, దానికోసం మరలా వస్తానని చెప్పి చీఫ్ వెళ్ళిపోతాడు. అప్పటివరకు పనికిరాదనుకున్న తల్లి గొప్పతనము శామ్ నాథ్ కు తెలుస్తుంది. ఆ ఫుల్ కారీ తయారుచేసే శక్తి లేనప్పటికీ, కొడుక్కి ఉద్యోగంలో ప్రమోషన్ వస్తుందని ఎలాగో దానిని అల్లటానికి తల్లి సిద్ధపడుతుంది.

ఈ విధంగా ఆధునిక కాలంలో తల్లీ కొడుకుల మధ్య సంబంధ బాంధవ్యాల గురించి వివరించబడినది. శామ్ నాథ్ తన ఉద్యోగ ఉన్నతికి తల్లిని సమస్యగా భావిస్తాడు. కానీ ఆమె వలననే అతని కోరిక తీరుతుంది.

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