AP Board 7th Class Hindi Solutions Chapter 12 आत्मविश्वास

SCERT AP Board 7th Class Hindi Solutions 12th Lesson आत्मविश्वास Textbook Questions and Answers.

AP State Syllabus 7th Class Hindi Solutions 12th Lesson आत्मविश्वास

7th Class Hindi 12th Lesson आत्मविश्वास Textbook Questions and Answers

सोचो-बोलो
AP Board 7th Class Hindi Solutions Chapter 12 आत्मविश्वास 1
प्रश्न-उत्तर

प्रश्न 1.
चित्र में क्या दिखाई दे रहे हैं? (చిత్రంలో ఏమి కనపడుతూ ఉన్నవి?)
उत्तर:
ऊपर के चित्र में आँखों का अंधा एक लडका और नीचे के चित्र में कुछ विकलांग बच्चों के चित्र दिखाई दे रहे हैं।

प्रश्न 2.
इनके लिए तुम क्या करना चाहोगे? (వీరి కోసం నీవు ఏమి చేయతలచెదవు?)
उत्तर:
हमारे समाज में कई विकलांग हैं। यह उनका दोष नहीं है । हमें उनके प्रति सद्भावना रखनी है। मैं तो ऐसे लोगों को बड़ा महत्व दूंगा। उन्हें सदा सुखी रहने का प्रयास करूँगा। शक्तिभर ज़रूरतमंदों को धन की सहायता करूँगा। मेरे सहपाठी हों तो उनकी हर विषय में मदद करूँगा। उनके साथ जाकर उनको घर पहुँचाऊँगा। इस तरह अनेक ज़रूरी विषयों में उनकी सेवा में, उनसे मित्रता करने में, सदा तैयार रहूँगा।

AP Board 7th Class Hindi Solutions Chapter 12 आत्मविश्वास

प्रश्न 3.
इनकी सहायता करने के लिए खडा लडका क्या कह रहा होगा? (వీరికి సహాయం చేయడానికి నిలబడిన బాలుడు ఏమి చెపుతూ ఉండవచ్చు?)
उत्तर:
इनकी सहायता करने के लिए एक लडका खडा है। वह कह रहा होगा कि हम सभी मानव हैं। हम सब में किसी प्रकार का भेदभाव नहीं है। सब मानवता के पुजारी हैं। असाधारण प्रभावशाली व्यक्ति हैं हम। हमें कभी निराश या कमज़ोर नहीं होना चाहिए। आत्मविश्वास के साथ जीवन बिताते लक्ष्य साधना प्राप्त करेंगे।

Improve Your Learning

सुनो-बोलो

प्रश्न 1.
रोहित की तरह तुम्हें किन चीज़ों में रुचि है? (రోహిత్ వాలె నీకు ఏ వస్తువుల యెడ ఆసక్తి ఉన్నది?)
उत्तर:
हर एक व्यक्ति को कुछ चीज़ों में रुचि होती हैं। मुझे तो गायन में रुचि है । इसलिए मैं खूब साधना करके बडा गायक बनना चाहता हूँ | साथ ही संगीत साधना में भी रुचि है।

प्रश्न 2.
अपनी किसी एक रुचि के बारे में बताओ। (నీ యొక్క ఏదేని అభిరుచి గురించి తెలుపుము.)
उत्तर:
मुझे खूब पढने में रुचि है। क्योंकि खूब पढकर मैं एक आदर्शवान वैद्य बनना चाहता हूँ। ऐसा बनकर गरीब लोगों की सेवा में अपना जीवन सार्थक बनाना चाहता हूँ। ‘मानव सेवा ही माधव सेवा है’ इस कथन को मैं सच बनाना चाहता हूँ।

AP Board 7th Class Hindi Solutions Chapter 12 आत्मविश्वास

प्रश्न 3.
आत्मविश्वास रहने पर हम क्या – क्या कर सकते हैं? (మనోనమ్మకము ఉన్నప్పుడు మనము ఏమేమి చేయగలము?)
उत्तर:
हमारे दिल में आत्मविश्वास का रहना ज़रूरी है । आत्मविश्वास के रहने पर हम हर काम में विजय प्राप्त कर सकेंगे । हमें किसी प्रकार का कष्ट नहीं सतायेगा । अपनी उन्नति खुद कर सकेंगे | सबके दिलों में भी आत्मविश्वास बढायेंगे तो सब शांति की स्थापना कर सकेंगे । इससे देश की उन्नति भी ज़रूर हो जायेगी।

पढ़ो

अ) उचित शब्द से रिक्त स्थान भरो। (సరియైన పదముతో ఖాళీని నింపుము.)

1) रोहित …………. (पत्रकार / चित्रकार) है।
उत्तर:
चित्रकार

2) वह …….. (सुनने / बोलने) की शक्ति खो बैठा।
उत्तर:
सुनने

3) एक दिन वह ……….. (बस / बगीचे) में बैठा था।
उत्तर:
बगीचे

4) लोग उसके चित्रों की बडी ……… (बुराई | प्रशंसा) करते थे।
उत्तर:
प्रशंसा

आ) जो चित्र बनाता है उसे चित्रकार कहते हैं। उसी प्रकार निम्न लिखित व्यक्तियों को क्या कहते हैं? (చిత్రము గీయు వానిని చిత్రకారుడు అందురు. అదే విధముగా క్రింద ఇవ్వబడిన వ్యక్తులను ఏమందురు?)

1) जो कविता लिखता है ………….. (कवि)
2) जो नृत्य करता है ……………. (नुत्यकार)
3) जो अभिनय करता है ………… (अभिनेता)
4) जो गाना गाता है …………… (गायक)
5) जो मूर्ति बनाता है ………….. (शिल्पकार)

इ) 1. रोहित छुट्टियों में कहाँ गया था ? लौटते समय उसके साथ क्या हुआ? (రోహిత్ సెలవులలో ఎక్కడికి వెళ్ళాడు ? తిరిగి వచ్చేటప్పుడు అతనికి ఏమయ్యింది?)
उत्तर:
रोहित पिछले साल छुट्टियों में कश्मीर गया था । लौटते समय एक दुर्घटना में वह सुनने की शक्ति खो बैठा।

AP Board 7th Class Hindi Solutions Chapter 12 आत्मविश्वास

2. रोहित को चित्र बनाने की प्रेरणा कैसे मिली ? उसके पिता ने उसकी सहायता कैसे की? (రోహిత్ కు బొమ్మలు గీసెడి ప్రేరణ ఎలా కలిగింది? అతని తండ్రి అతనికి ఎలా సహాయం చేశారు?)
उत्तर:
एक दिन रोहित बगीचे में बैठा था। तभी एक चिडिया आकर पेड पर बैठ गयी। वह एक रंग – बिरंगी चिडिया थी। उसे देखते ही रोहित के मन में उसका चित्र बनाने का ख्याल आया। तुरंत उसने कॉपीपेंसिल निकाली और चिडिया का चित्र बना डाला। उसे अपना बनाया वह चित्र बहुत अच्छा लगा। इस तरह रोहित को चित्र बनाने की प्रेरणा मिली। एक दिन रोहित तश्तरी में रंग मिला रहा था। यह देखकर उसके पिता ने अपने बेटे के मन की रुचि जान ली। उन्होंने तुरंत रंग, ब्रश, तथा सफ़ेद काग़ज़ के बंडल ले आकर बेटे को दिया। रोहित बहुत खुश हुआ। इस तरह रोहित को उसके पिता ने उस की सहायता की।

लिखो

1. रोहित के द्वारा उतारे गये चित्र के बारे में लिखो। (రోహిత్ ద్వారా గీయబడిన చిత్రము గురించి వ్రాయుము.)
उत्तर:
रोहित पिछले साल छुट्टियाँ बिताने कश्मीर गया था। लौटते समय दुर्भाग्य से एक दुर्घटना हुयी। इस दुर्घटना में उसने अपने सुनने की शक्ति को खो दिया। तब से वह लाचार हो उदास और गुमसुम रहने लगा।

बेटे की यह हालत देख उसके पिता ने उसे धीरज देते हुए कहा – जीवन में कुछ बनना है, तो खूब पढो। ऐसा कहकर उसे कुछ किताबें दीं।

रोज बीतने लगे। एक दिन रोहित बगीच में बैठा था। तभी एक चिड़िया आकर पेड पर बैठ गयी। यह एक रंग – बिरंगी चिड़िया थी। तुरंत उसके मन में उस सुंदर चिड़िया का चित्र उतारने का ख्याल आया। उसने तुरंत ही कॉपी – पेंसिल निकाली और चिड़िया का सुंदर चित्र बना दिया | उसे अपना बनाया वह चित्र बहुत अच्छा लगा। एक दिन वह तश्तरी में रंग मिला रहा था तो पिता ने उसकी रुचि को देखकर रंग, ब्रश तथा सफेद कागज के बंडिल ले आकर दिये। तबसे रोहित पूरी मेहनत से चित्रकारी में जुट गया। अपनी प्रतिभा से वह विख्यात चित्रकार बन गया। उसने साबित किया कि सच है प्रेरणा, आत्मविश्वास से सफलता मिलती है।

शब्द भंडार

* रोहित बगीचे में बैठा था । अब बताओ कि तुम घूमने के लिए कहाँ – कहाँ जाते हो? (రోహిత్ తోటలో కూర్చున్నాడు. ఇప్పుడు చెప్పు నీవు తిరగటానికి ఎక్కడెక్కడికి వెడతావు?)
उत्तर:
मैं भी घूमने की इच्छा रखता हूँ। इसलिए उद्यानवन में, नदी के किनारे, हरे पेड़ों से भरी जगहों में, मंदिरों के आस – पास, सुंदर प्रदेशों में घूमने जाता रहता हूँ।

भाषा की बात

1) वह तेज़ दौडता है। (అతడు వేగముగా పరుగెత్తుచున్నాడు.)
2) सीता जल्दी खाती है। (సీత త్వరగా తినుచున్నది.)
3) रमा सुंदर लिखती है। (రమ అందముగా వ్రాయుచున్నది.)
4) लता मीठा गाती है। ( లత తియ్యగా పాడుచున్నది.)
5) सौरभ खूब खेलता है। (సౌరభ్ బాగా ఆడుచున్నాడు.)
6) आप अच्छा पढते हैं। (మీరు బాగా చదువుచున్నారు.)

ऊपर दिये गये वाक्यों में तेज़, मीठा, जल्दी, सुंदर, अच्छा, खूब आदि संज्ञा या सर्वनाम द्वारा किये गये कार्य की विशेषता बतलाते हैं। ऐसे शब्दों को क्रिया विशेषण कहते हैं।
(పైన ఇచ్చిన వాక్యములలో వేగముగా, తియ్యగా, త్వరగా, అందంగా, బాగా (మంచి), చక్కగా మొదలగు శబ్దములు నామవాచకము, సర్వనామము ద్వారా చేయబడిన పని యొక్క విశేషత్వాన్ని (ప్రత్యేకతను) తెలుపుచున్నవి. | అటువంటి శబ్దములను క్రియా విశేషణములు అందురు.)

सजनात्मक अभिव्यक्ति

इस पाठ में “जीवन में कुछ बनना है तो खूब पढ़ो” कहकर एक प्रेरणा की बात कही गयी है।’ ऐसे ही दो प्रेरणा प्रसंग लिखो। (ఈ పాఠములో “జీవితంలో గొప్పవాడివి కావాలంటే బాగా చదువు” అనే ఒక ప్రేరణను కలిగించే విషయము చెప్పబడినది. అటువంటివే రెండు ప్రేరణ కలిగించు సందర్భములు వ్రాయుము.)
उत्तर:

  1. लक्ष्य प्राप्त करने की दृढ़ इच्छा हो तो विकलांगता कभी अड़चन नहीं बन सकती।
  2. लाखो किलोमीटर की यात्रा एक कदम से ही शुरू होती है।

AP Board 7th Class Hindi Solutions Chapter 12 आत्मविश्वास

शब्दार्थ (అర్థాలు) (Meanings)

होंगे = అయ్యెదము, become
कामयाब = విజయులము, successful
मन में = మనస్సులో, in the mind
विश्वास = నమ్మకము, confidence
पिछले = గత, వెనుకటి, last
साल = సంవత్సరము, year
छुट्टियाँ = సెలవులు, holidays
लौटना = తిరిగి వచ్చుట, to come back
दुर्घटना = అశుభ ఘటన, bad incident
खुद = స్వయముగ, himself
लाचार = వివశుడు, inescapable
महसूस = అనుభవంలోకి తెచ్చుకొను, experience
उदास = విరక్తుడు, dejected
खूब = బాగుగా, good well
रंग – बिरंगी = రంగురంగుల, colourful
तुरंत = వెంటనే, at once
तश्तरी = చిన్న ప్లేటు, a small plate
बंडल = కట్ట, packet
तय करना = నిర్ణయించుకొనుట, to decide
मेहनत = పరిశ్రమ, hardwork
प्रशंसा करना = పొగడుట, to appreciate
प्रदर्शनी = ప్రదర్శనశాల, exhibition
कीमत = ధర, వెల, cost
सफलता = సాఫల్యము, success

आत्मविश्वास తెలుగు సారాంశం

आत्मविश्वास తెలుగు సారాంశం

రోహిత్ గత సంవత్సరము సెలవులు గడపడానికి కాశ్మీరు వెళ్ళాడు. తిరిగి వచ్చేటపుడు ఒక దుర్ఘటనలో అతడు తన వినికిడి శక్తిని పోగొట్టుకొనెను. అతడు తనను అశక్తునిగా భావించసాగెను. అతడు నిరాశతో ఉండసాగెను.

ఒకరోజు రోహిత్ తండ్రి అతనితో నీవు వినలేకపోతే ఏమయింది. చూడగలవు గదా అని అనెను. ఆయన అతనికి కొన్ని కాగితములు ఇచ్చి జీవితంలో ఏదైన సాధించాలంటే బాగా చదువు అని అన్నారు.

ఒక రోజు అతను తోటలో కూర్చుని ఉండెను. ఒక పక్షి వచ్చి చెట్టు మీద కూర్చుండెను. ఇది ఒక రంగు రంగుల పక్షి, అతని మనస్సులో ఆ అందమైన పక్షి బొమ్మ గీయాలని అనిపించెను. రోహిత్ వెంటనే కాగితము, పెన్సిల్ తీసి పక్షి బొమ్మ వేసెను. అతనికి తను వేసిన ఆ చిత్రము (బొమ్మ) చాలా బాగుందనిపించెను. ఒక రోజు అతను రంగుల ప్లేటులో రంగులు కలుపుతూ ఉండెను. అతను తండ్రిని ద్వారము వద్ద నిలబడి ఉండుట చూచెను. రంగులు, బ్రష్, తెల్ల కాగితముల బండిల్ తెచ్చిరి. ఇది చూచి రోహిత్ చాలా సంతోషించెను.

నేను కష్టపడి పని చేస్తాను అని రోహిత్ అదే క్షణంలో నిర్ణయించుకొనెను. చిత్రము (బొమ్మ) చాలా బాగుందంటే చూచేవారు దానిని ఇష్టపడతారు అని అతను ఎరుగును. ఇప్పుడు రోహిత్ పూర్తి శ్రద్ధతో బొమ్మలు గీయడంలో నిమగ్నమయ్యెను. అతను తన ఆర్ట్ స్కూలులో కళాభ్యాసము చేయుచూ ఉండెను. ఇంటి వద్ద , తన గదిలో కూడ బొమ్మలతో, రంగులతో ఆడుచూ ఉండెను. అతను వందల చిత్రాలు వేశాడు. ప్రజలు , అతని చిత్రాలు చూడటంతోనే అతనిని మిక్కిలి పొగిడేవారు. అతని చిత్రాల ప్రదర్శన కూడ ఏర్పాటు చేయబడేది. దీనిలో దేశమంతటి నుండి, విదేశము నుండి కూడ ప్రజలు అతని చిత్రాలు చూడటానికి వచ్చెడివారు. వారు మంచి ధర ఇచ్చి ఈ చిత్రములను కొనేవారు కూడ.

నిజంగా, ప్రేరణ మరియు ఆత్మ విశ్వాసము వలన సాఫల్యము, సఫలత లభిస్తుంది.

Leave a Comment