These AP 10th Class Hindi Important Questions Sparsh 10th Lesson तताँरा-वामीरो कथा will help students prepare well for the exams.
तताँरा-वामीरो कथा AP Board 10th Class Hindi Sparsh 10th Lesson Important Questions and Answers
भाग- I Q.No.1-12 (भाषा की बात)
1. तत्सम / तद्भव
* रेखांकित शब्द का सही तत्सम तद्भव रूप पहचानकर लिखिए।
1. निकोबारी उसे बेहद प्रेम करते थे। प्यार में त्याग भी होता है।
उत्तर:
प्यार
2. लपाती गाँव में तुम्हें कभी देखा नहीं। सच बताओ तुम किस ग्राम में रहते हो।
उत्तर:
ग्राम
3. वह बार बार लपाती के रास्ते पर नजरें दौडाता। राह भर वह घबराहट में था।
उत्तर:
रास्ता
4. अंधेरा बढ़ रहा था। वह अंधकार के फैलते ही घर की तरफ़ दौडा।
उत्तर:
अंधेरा
5. उसे जहाँ विवाह की निषेध परंपरा पर क्षोभ था। ब्याह पर अपनी असहायता पर खीझी।
उत्तर:
ब्याह
6. क्रोध लगाकर अग्नि की तरह बढ़ रहा था। आग के लपटों में गायब हो गया।
उत्तर:
आग
7. धरती दो टुकडों में बँटने लगी। धरित्री फटती ही जा रही थी।
उत्तर:
धरती
8. द्वीप समुद्र में धँसने लगा है। सागर की सतह की तरफ़ फिसल रहा था।
उत्तर:
सागर
9. उनकी मृत्यु शायद सुखद परिवर्तन के लिए थी। मौत ने उनको मिला दिया।
उत्तर:
मौत
10. बाद में नृत्य का आयोजन हुआ। उसकी नाच देखने के लिए सभी लोग एकत्रित हो गये।
उत्तर:
नाच
2. क्रिया विशेषण
* निम्न लिखित वाक्यों में से क्रिया विशेषण शब्द चुनकर लिखिए।
11. तताँरा चट्टान पर खड़ा था।
उत्तर:
पर
12. वह शाम को टहलने निकला।
उत्तर:
शाम को
13. मुसीबतों में वह भागा भागा पहुँच जाता था।
उत्तर:
भागा-भागा
14. वामीरो अच्छा गाती है।
उत्तर:
अच्छा
15. लडकी ने बेरुखी के साथ जवाब दिया था।
उत्तर:
बेरुखी के साथ
16. युवती बहुत सोचने लगी थी।
उत्तर:
बहुत
17. वह उसके सामने का रास्ता रोककर गया।
उत्तर:
सामने का
18. कल मैं इसी चट्टान पर प्रतीक्षा करूँगा।
उत्तर:
पर
19. सभी लोग वहाँ एकत्रित हुए।
उत्तर:
वहाँ
20. चट्टान पर ज़ोर से धमाका हुआ।
उत्तर:
ज़ोर से
3. संख्याओं में लिखना
21. एक हज़ार नौ सौ चौवन संख्याओं में लिखिए।
उत्तर:
1954
22. एक हज़ार आठ सौ इकसठ संख्याओं में लिखिए।
उत्तर:
1861
23. सत्रह सौ बयालीस
उत्तर:
1742
24. उन्नीस सौ नवासी
उत्तर:
1989
25. सोलह सौ तिरसट
उत्तर:
1663
26. चौदह सौ अट्टानवे
उत्तर:
1498
27 तेरह सौ सत्तावन
उत्तर:
1357
28. उन्नीस सौ तेईस
उत्तर:
1923
29. दो हज़ार बाईस संख्याओं में लिखिए।
उत्तर:
2022
30. सत्रह सौ तिरानवे
(या)
एक हज़ार सात सौ तिरानवे – संख्याओं में लिखिए।
उत्तर:
1793
4. कारक चिह्न
* निम्न लिखित वाक्यों में से सही कारक चिह्न पहचानकर लिखिए।
31. वामीरो, तताँरा ….. देखते ही रोने लगी। ( को / पर / के)
उत्तर:
को
32. तताँरा वामीरो ….. ढूँढने लगा। (का / के / को)
उत्तर:
को
33. क्रोध अग्नि ….. तरह बढ रहा था। ( में | पर / की)
उत्तर:
की
34. वामीरो ….. माँ गुस्से में उफन उठी। (का / की / से)
उत्तर:
की
35. युवकों ने उनके प्रेम ….. भाँप लिया। (को / से / पर)
उत्तर:
को
36. तताँरा समुद्री बालू ….. बैठा। ( पर / के / में)
उत्तर:
पर
37. अंडमान द्वीप समूह ….. अंतिम दक्षिणी द्वीप है। (का / के / की)
उत्तर:
का
38. गाँव ….. पशुपर्व का आयोजन हुआ था। (में / से / को)
उत्तर:
में
39. तलवार ….. धरती के दो टुकडे हुए। (से / पर / को)
उत्तर:
से
40. द्वीप समुद्र ….. धँसने लगा है। (से / में | पर)
उत्तर:
में
5. समास
* रेखांकित शब्द का समास पहचानकर लिखिए।
41. लेखक की शिक्षा – दीक्षा भोपाल में हुई।
A) द्वंद्व समास
B) अव्ययीभाव समास
उत्तर:
A) द्वंद्व समास
42. वह दिनभर घूमता रहा।
A) तत्पुरुष समास
B) अव्ययीभाव समास
उत्तर:
B) अव्ययीभाव समास
43. छत्तीसगढ़ में पर्वत मालाएँ अधिक हैं।
A) तत्पुरुष समास
B) द्विगु समास
उत्तर:
B) द्विगु समास
44. लीलाधर मंडलोई दूरदर्शन के महानिदेशक रहे थे।
A) कर्मधारय समास
B) तत्पुरुष समास
उत्तर:
A) कर्मधारय समास
45. जनजाति के लोग द्वीप वासी थे।
A) कर्मधारय समास
B) तत्पुरुष समास
उत्तर:
B) तत्पुरुष समास
46. विष्णु को लीलाधर भी कहा जाता है।
A) बहुव्रीहि समास
B) अव्ययीभाव समास
उत्तर:
A) बहुव्रीहि समास
47. अफसर ने कार्यभार सँभाला।
A) तत्पुरुष समास
B) अव्ययीभाव समास
उत्तर:
A) तत्पुरुष समास
48. वामीरो खाना – पानी छोड दिया।
A) कर्मधारय समास
B) बंद समास
उत्तर:
B) द्वंद्व समास
49. दोनों ने आत्मबलिदान दिया था।
A) तत्पुरुष समास
B) अव्ययीभाव समास
उत्तर:
A) तत्पुरुष समास
50. जनजाति के लोग भयाकुल हो गये।
A) तत्पुरुष समास
B) अव्ययीभाव समास
उत्तर:
A) तत्पुरुष समास
6. संधि विच्छेद
* निम्नलिखित वाक्यों में रेखांकित शब्दों का संधि विच्छेद कीजिए।
51. लेखक का जन्म जन्माष्टमी के दिन हुआ था।
उत्तर:
जन्म + अष्टमी
52. तताँरा गाँववालों की सहायता के लिए सदैव तत्पर रहता था।
उत्तर:
सदा + एव
53. जनजातीय लोगों ने तताँरा का सम्मान किया।
उत्तर:
सम् + मान
54. वे दूरदर्शन के महानिदेशक थे।
उत्तर:
दूर + दर्शन
55. वह चट्टान पर प्रतीक्षा करता है।
उत्तर:
प्रति + ईक्षा
56. सूर्यास्त के समय लड़का टहलने निकला।
उत्तर:
सूर्य + अस्त
57. गाँववालों ने उसका स्वागत किया।
उत्तर:
सु + आगत
58. माँ भावुक हो उठी थी।
उत्तर:
भौ + इक
59. समुद्र को नदीश भी कहा जाता है।
उत्तर:
नदी + ईश
60. सीमांत में पर्वत मालाएँ हैं।
उत्तर:
सीमा + अंत
7. अर्थ पहचानिए।
61. बेरुखी
A) अवसर पडने पर मुँह फेर लेना
B) मुँह खिलना
उत्तर:
A) अवसर पडने पर मुँह फेर लेना
62. अलाप
A) बात न कहना
B) अपनी ही बात कहना
उत्तर:
B) अपनी ही बात कहना
63. निर्निमेष
A) बिना पलक न झपकाए
B) आँख बंद करें
उत्तर:
A) बिना पलक न झपकाए
64. लोककथा
A) लोक में प्रचलित कथा
B) लोक प्रचलित कविता
उत्तर:
A) लोक में प्रचलित कथा
65. अथक
A) थकनेवाला
B) कभी न थकने वाला
उत्तर:
B) कभी न थकने वाला
66. द्वीप
A) चारों ओर पानी के विस्तार का स्थान
B) समुद्र
उत्तर:
A) चारों ओर पानी के विस्तार का स्थान
67. तंद्रा
A) नींद का झोंका
B) काम
उत्तर:
A) नींद का झोंका
68. बेसुध
A) जिसे कोई खबर हो
B) जिसे कोई खबर न हो
उत्तर:
B) जिसे कोई खबर न हो
69. क्षितिज
A) ज़मीन – आकाश का मिलन का स्थान
B) ज़मीन समुद्र का मिलन
उत्तर:
A) ज़मीन आकाश का मिलन का स्थान
70. अक्षय
A) जिसका क्षय हो
B) जिसका क्षय न हो
उत्तर:
B) जिसका क्षय न हो
8. मुहावरे
* मुहावरेदार शब्द पहचानकर लिखिए।
71. उसने कोशिश की लेकिन कोई सुराग न मिल सका।
A) सुराग न मिलना
B) कोशिश करना
उत्तर:
A) सुराग न मिलना
72. वह बेहोश होकर गिर पड़ा।
A) गिर पडना
B) बेहोश होना
उत्तर:
B) बेहोश होना
73. लड़के को देखते ही वह फूट फूटकर रोने लगी।
A) देखना
B) फूटफूटकर रोना
उत्तर:
B) फूटफूटकर रोना
74. माँ दोनों को देखकर आग बबूला हो उठी।
A) दोनों को देखना
B) आग बबूला होना
उत्तर:
B) आग बबूला होना
75. तताँस वामीरो के सामने गिडगिडाने लगा।
A) गिडगिडाना
B) तताँरा वामीरो
उत्तर:
A) गिडगिडाना
76. तताँरा वामीरो की बाट जोहता है।
A) वामीरो की बाट
B) बाट जोहना
उत्तर:
B) बाट जोहना
77. दुष्कर्मों से नाम डूब जायेगा।
A) डूब जाना
B) दुष्कर्मों से
उत्तर:
A) डूब जाना
78. गाना सुनकर नायक अपना सुध बुध खो गया।
A) खो जाना
B) सुध-बुध खोना
उत्तर:
A) सुध बुध खोना
79. कटु बातों से माता बेहोश होकर गिर पडी।
A) गिरना
B) बेहोश होना
उत्तर:
B) बेहोश होना
80. अफवाहें फैलने से अशांति पनपती है।
A) अफ़वाहें फैलना
B) अशांति पनपनां
उत्तर:
B) अशांति पनपना
9. लिंग बदलिए
* लिंग बदलकर वाक्य फिर से लिखिए।
81. युवती राह देखती है।
उत्तर:
युवक राह देखता है।
82. गायिका गीत गाती है।
उत्तर:
गायक गीत गाता है।
83. लड़का प्रतीक्षा करता है।
उत्तर:
लडकी प्रतीक्षा करती है।
84. माँ बच्चे को सुलाती है।
उत्तर:
बाप बच्चे को सुलाता
85. माली पानी देता है।
उत्तर:
मालिन पानी देती है।
86. लेखिका लेख लिखती है।
उत्तर:
लेखक लेख लिखता है।
87. पाठिका पाठ पढती है।
उत्तर:
पाठक पाठ पढ़ता है।
88. घोडा तेज़ दौडता है।
उत्तर:
घोडी तेज़ दौडती है।
89. साधू मौन बैठा है।
उत्तर:
साध्वी मौन बैठी है।
90. श्रीमान आइए।
उत्तर:
श्रीमती आइए।
10. वचन बदलिए
* वचन बदलकर वाक्य फिर से लिखिए।
91. याचक याचना करता है।
उत्तर:
याचक याचनाएँ करते हैं।
92. अफवाह फैलती है।
उत्तर:
अफवाहे फैलती हैं।
93. युवती नाचती है।
उत्तर:
युवतियाँ नाचती हैं।
94. पक्षी उडता है।
उत्तर:
पक्षी उडते हैं।
95. गाँव की रीति निराली है।
उत्तर:
गाँव की रीतियाँ निराली हैं।
96. वह परंपरा का पालन करता है।
उत्तर:
वे परंपरा का पालन करते हैं।
97. लड़का चट्टान पर खड़ा है।
उत्तर:
लडके चट्टान पर खडे हैं।
98. तताँरा सेवा करता है।
उत्तर:
तताँरा सेवा करते हैं।
99. धरती पर लकीर खींची गयी।
उत्तर:
धरती पर लकीरें खींची गयीं।
100. गाँव का आदमी जनजातीय है।
उत्तर:
गाँव के आदमी जनजातीय हैं।
11. काल बदलिए
* सूचना के अनुसार काल बदलकर लिखिए।
101. तताँरा लहुलुहान हो चुका था। भविष्यत काल में बदलिए।
उत्तर:
तताँरा लहूलुहान हो चुकेगा।
102. वह समुद्री चट्टान पर पहुँच गया। वर्तमान काल में बदलिए।
उत्तर:
वह समुद्री चट्टान पर पहुँच जाता है।
103. युवती झुंझुला उठती है। भूत काल में बदलिए।
उत्तर:
युवती झुंझुला उठी।
104. तताँरा को होश आयेगा। भूत काल में बदलिए।
उत्तर:
तताँरा को होश आया।
105. वामीरो कितना सुदंर नाम था। वर्तमान काल में बदलिए।
उत्तर:
वामीरो कितना सुंदर नाम है।
106. लडके की आवाज़ गूँज उठी। भविष्यत काल में बदलिए।
उत्तर:
लडके की आवाज़ गूँज उठेगी।
107. लड़की प्रकृति के सौंदर्य को निहारती है। भूत काल में बदलिए।
उत्तर:
लडकी प्रकृति के सौंदर्य को निहारती थी।
108. वह तलवार को कमर में बाँधता है। भूत काल में बदलिए।
उत्तर:
वह तलवार को कमर में बाँधता था।
109. उसका व्यक्तित्व आकर्षक था। वर्तमान काल में बदलिए।
उत्तर:
उसका व्यक्तित्व आकर्षक है।
110. आज भी एक लोककथा दोहराई जाती है। भविष्यत काल में बदलिए।
उत्तर:
आज भी एक लोककथा दोहराई जायेगी।
12. शुद्ध रूप में लिखना
* वाक्यों को शुद्ध रूप में लिखिए।
111. क्या आप जा सकोगे?
उत्तर:
क्या आप जा सकेंगे?
112. माँ ने कहानी सुनाया।
उत्तर:
माँ ने कहानी सुनायी।
113. महिला अपनी वस्त्र धो रही है।
उत्तर:
महिला अपने वस्त्र धो रही है।
114. उसके आँखों में प्रसन्नता दिखाई पडती है।
उत्तर:
उसकी आँखों में प्रसन्नता दिखाई पडती है।
115. मुझे लिखा नहीं जाता।
उत्तर:
मुझसे लिखा नहीं जाता।
116. वह पुस्तक को पढता है।
उत्तर:
वह पुस्तक पढता है।
117. उसका घर में चोरी हो गया।
उत्तर:
उसके घर में चोरी हो गयी।
118. मेरे को आज विद्यालय नहीं जाना।
उत्तर:
मुझे आज विद्यालय नहीं जाना।
119. हमने यह काम करना है।
उत्तर:
हमें यह काम करना है।
120. दस लडकी पढ रही हैं।
उत्तर:
दस लडकियाँ पढ रही हैं।
121. मैं मेरा काम करता हूँ।
उत्तर:
मैं अपना काम करता हूँ।
122. मुझे बीस रुपया चाहिए।
उत्तर:
मुझे बीस रुपये चाहिए।
123. हम मंदिर जाता है।
उत्तर:
हम मंदिर जाते हैं।
124. बच्चों पे गुस्सा न करो।
उत्तर:
बच्चों पे गुस्सा मत करो।
125. अध्यापक जी पढा रहा है।
उत्तर:
अध्यापक जी पढ़ा रहे हैं।
126. तुम सब से सुंदर है।
उत्तर:
तुम सब से सुंदर हो।
127. आप खाना खाओगे।
उत्तर:
आप खाना खाइये।
भाग- II Q.No. 13-16 (अर्थग्राह्यता)
Q.No.13
* निम्नलिखित गद्यांश पढ़कर उत्तर अनुच्छेद में से ही पहचानकर लिखिए।
I. अंदमान द्वीपसमूह का अंतिम दक्षिणी द्वीप है लिटिल अंदमान। यह पोर्ट ब्लेयर से लगभग सौ किलोमीटर स्थित है। इसके बाद निकोबार द्वीपसमूह की शृंखला आरंभ होती है जो निकोबारी जनजाति की आदिम संस्कृति के केंद्र हैं। निकोबार द्वीपसमूह का पहला प्रमुख द्वीप है कार – निकोबार जो लिटिल अंदमान से 96 कि.मी. दूर है। निकोबारियों का विश्वास है कि प्राचीनकाल में ये दोनों द्वीप एक ही थे। इनके विभक्त होने की एक लोककथा है जो आज भी दोहराई जाती है।
प्रश्न:
अ) यकीन शब्द का पर्यायवाची शब्द पहचानकर लिखिए।
उत्तर:
विश्वास
आ) लोक उपसर्ग से युक्त शब्द पहचानकर लिखिए।
उत्तर:
लोककथा
इ) पास शब्द का विलोम शब्द पहचानकर लिखिए।
उत्तर:
दूर
ई) अंदमान द्वीपसमूह का अंतिम दीप है – लिटिल अंदमान। इस वाक्य में विशेषण शब्द पहचानकर लिखिए।
उत्तर:
अंतिम
उ) निकोबार द्वीप समूह का पहला प्रमुख द्वीप है। इस वाक्य में संज्ञा शब्द पहचानकर लिखिए।
उत्तर:
निकोबार द्वीप
Q.No.15
* निम्नलिखित गद्यांश पढ़कर दिये गये प्रश्नों के उत्तर एक वाक्य में लिखिए।
I. एक शाम तताँरा दिनभर के अथक परिश्रम के बाद समुद्र किनारे टहलने निकल पड़ा। सूरज समुद्र से लगे क्षितिज तले डूबने को था। समुद्र से ठंडी बयारें आ रही थीं। पक्षियों की सायंकालीन चहचहाहटें शनैः शनैः क्षीण होने को थीं। उसका मन शांत था। विचारमग्न तताँरा समुद्री बालू पर बैठकर सूरज की अंतिम रंग-बिरंगी किरणों को समुद्र पर निहारने लगा। तभी कहीं पास से उसे मधुर गीत गूँजता सुनाई दिया। गीत मानो बहता हुआ उसकी तरफ़ आ रहा हो। बीच-बीच में लहरों का संगीत सुनाई देता। गायन इतना प्रभावी था कि वह अपनी सुध-बुध खोने लगा। लहरों के एक प्रबल वेग ने उसकी तंद्रा भंग की।
प्रश्न:
अ) एक शाम तताँरा कहाँ टहलने निकल पडा?
उत्तर:
समुद्र के किनारे
आ) समुद्र से क्या आ रही थी?
उत्तर:
ठंडी बयारें
इ) पक्षियों की चहचहाहट कब क्षीण हो रही थी?
उत्तर:
सायंकाल
ई) बीच बीच में किनका संगीत सुनाई देता?
उत्तर:
लहरों का संगीत
उ) कौन अपनी सुध बुध खोने लगा?
उत्तर:
तताँरा
II. “सच बताओ तुम कौन हो? लपाती गाँव में तुम्हें कभी देखा नहीं।”
तताँरा मानो सम्मोहित था। उसके कानों में युवती की आवाज़ ठीक से पहुँच न सकी। उसने पुनः विनय की, “तुमने गाना क्यों रोक दिया? गाओ न ?”
युवती झुंझला उठी। वह कुछ और सोचने लगी। अंततः उसने निश्चयपूर्वक एक बार पुनः लगभग विरोध करते हुए कड़े स्वर में कहा।
“ढीठता की हद है। मैं जब से परिचय पूछ रही हूँ और तुम बस एक ही राग अलाप रहे हो। गीत गाओ – गीत गाओ, आखिर क्यों? क्या तुम्हें गाँव का नियम नहीं मालूम?” इतना बोलकर वह जाने के लिए तेज़ी से मुड़ी। तताँरा को मानो कुछ होश आया। उसे अपनी गलती का अहसास हुआ। ब्रह उसके सामने रास्ता रोककर, मानो गिड़गिड़ाने लगा।
प्रश्न:
अ) तताँरा किस गाँव में युवती को नहीं देखा?
उत्तर:
लपाती गाँव में
आ) किसके कानों में युवती की आवाज़ ठीक से पहुँच न सकी?
उत्तर:
तताँरा के कानों में
इ) तताँरा युवती से क्या विनती की?
उत्तर:
“तुमने गाना क्यों रोक दिया? गाओ न’?
ई) किसे अपनी गलती का अहसास हुआ?
उत्तर:
तताँरा को
उ) कौन झुंझला उठी?
उत्तर:
युवती
Q.No.16
* निम्नलिखित गद्यांश पढ़कर दिये गये प्रश्नों के उत्तर विकल्पों में से चुनकर लिखिए।
I. वामीरो घर पहुँचकर भीतर ही भीतर कुछ बेचैनी महसूस करने लगी। उसके भीतर तताँरा से मुक्त होने की एक झूठी छटपटाहट थी। एक झल्लाहट में उसने दरवाज़ा बंद किया और मन को किसी और दिशा में ले जाने का प्रयास किया। बार – बार तताँरा का याचना भरा चेहरा उसकी आँखों में तैर जाता। उसने तताँरा के बारे में कई कहानियाँ सुन रखी थीं। उसकी कल्पना में वह एक अद्भुत साहसी युवक था। किंतु वही तताँरा उसके सम्मुख एक अलग रूप में आया। सुंदर, बलिष्ट किंतु बेहद शांत, सभ्य और भोला। उसका व्यक्तित्व कदाचित वैसा था जैसा वह अपने जीवन साथी के बारे में सोचती रही थी। किंतु एक दूसरे गाँव के युवक के साथ यह संबंध परंपरा के विरुद्ध था।
प्रश्न:
1. वामीरो भीतर ही भीतर क्या महसूस करने लगी? (C)
A) खुशी
B) क्रोध
C) बेचैनी
D) शांत
उत्तर:
C) बेचैनी
2. बार- बार किसका याचना भरा चेहरा उसकी आँखों में तैर जाता? (C)
A) युवती
B) वामीरो
C) तताँरा
D) पिता
उत्तर:
C) तताँरा
3. उसकी कल्पना तताँरा कैसा युवक था? (B)
A) कायर
B) साहसी
C) कुरूप
D) बलहीन
उत्तर:
B) साहसी
4. एक दूसरे गाँव के युवक के साथ संबंध रखना किसके विरुद्ध था? ()
A) गाँव के रीति – रिवाज़
B) आचार – विचार
C) परंपरा
D) संस्कृति
उत्तर:
C) परंपरा
5. किसने तताँरा के बारे में कई कहानियाँ सुन रखी थी? (A)
A) वामीरो
B) तत
C) युवक
D) माँ
उत्तर:
A) वामीरो
II. तताँरा लहूलुहान हो चुका था। वह अचेत होने लगा और कुछ देर बाद उसे कोई होश नहीं रहा। वह कटे हुए द्वीप के अंतिम भूखंड पर पड़ा हुआ था जो कि दूसरे हिस्से से संयोगवश जुड़ा था। हुआ तताँरा कहाँ पहुँचा, बाद में उसका क्या हुआ कोई नहीं जानता। इधर वामीरो पागल हो उठी। वह हर समय तताँरा को खोजती हुई उसी जगह पहुँचती और घंटों बैठी रहती। उसने खाना – पीना छोड़ दिया। परिवार से वह एक तरह विलग हो गई। लोगों ने उसे ढूँढ़ने की बहुत कोशिश की किंतु कोई सुराग न मिल सका।
प्रश्न:
1. कौन पागल हो उठी? (A)
A) वामीरो
B) तताँरा
C) युवक
D) माँ – बाप
उत्तर:
A) वामीरो
2. वामीरो किसको खोजती उस जगह घंटों बैठती है? (D)
A) युवक
B) युवती
C) वामीरो
D) तताँरा
उत्तर:
D) तताँरा
3. कौन खाना पीना छोड दिया? (C)
A) युवती
B) युवक
C) वामीरो
D) माँ – बाप
उत्तर:
C) वामीरो
4. किसने तताँरा को ढूँढने की बहुत कोशिश की? (C)
A) युवक
B) माँ-बाप
C) लोगों ने
D) वामीरो
उत्तर:
C) लोगों ने
5. कौन लहूलुहान से अचेत रह गया?
A) वामीरो
B) तताँरा
C) लोग
D) युवक
उत्तर:
B) तताँरा
III. एक शाम तताँरा दिनभर के अथक परिश्रम के बाद समुद्र किनारे टहलने निकल पड़ा। सूरज समुद्र से लगे क्षितिज तले डूबने को था। समुद्र से ठंडी बयारें आ रही थीं। पक्षियों की सायंकालीन चहचहाहटें शनैः शनैः क्षीण होने को थीं। उसका मन शांत था। विचारमग्न तताँरा समुद्री बालू पर बैठकर सूरज की अंतिम रंग-बिरंगी किरणों को समुद्र पर निहारने लगा। तभी कहीं पास से उसे मधुर गीत गूँजता सुनाई दिया।
प्रश्न:
1. तताँरा टहलने कहाँ निकल पड़ा? (C)
A) बचारें
B) दिन भर
C) समुद्र के किनारे
D) क्षितिज
उत्तर:
C) समुद्र के किनारे
2. सूरज किसके तले डूबने को था? (A)
A) क्षितिज
B) नदी
C) चट्टान
D) बालू
उत्तर:
A) क्षितिज
3. किसकी आवाजें धीरे धीरे क्षीण होने को थी? (C)
A) समुद्र
B) बयारें
C) पक्षी
D) हवा
उत्तर:
C) पक्षी
4. तताँरा किस पर बैठा था? (A)
A) बालू पर
B) चट्टान पर
C) पानी में
D) क्षितिज में
उत्तर:
A) बालू पर
5. तताँरा को कौनसा गीत सुनाई दिया? (D)
A) गीत
B) कटु
C) चहचहाहट
D) मधुर गीत
उत्तर:
D) मधुर गीत
IV. वामीरो के रुदन स्वरों को सुनकर उसकी माँ वहाँ पहुँची और दोनों को देखकर आग बबूला हो उठी। सारे गाँववालों की उपस्थिति में यह दृश्य उसे अपमानजनक लगा। इस बीच गाँव के कुछ लोग भी वहाँ पहुँच गए। वामीरो की माँ क्रोध में उफ़न उठी। उसने तताँरा को तरह- तरह से अपमानित किया। गाँव के लोग भी तताँरा के विरोध में आवाजें उठाने लगे। यह तताँरा के लिए असहनीय था। वामी अब भी रोए जा रही थी। तताँरा भी गुस्से से भर उठा। उसे जहाँ विवाह की निषेध परंपरा पर क्षोभ था वहीं अपनी असहायता पर खीझ। वामीरो का दुख उसे और गहरा कर रहा था। उसे मालूम न था कि क्या कदम उठाना चाहिए? अनायास उसका हाथ तलवार की मूठ पर जा टिका। क्रोध में उसने तलवार निकाली और कुछ विचार करता रहा। क्रोध लगातार अग्नि की तरह बढ़ रहा था।
प्रश्न:
1. गद्यांश में क्रोध और अग्नि की तुलना क्यों की गई है? (B)
A) क्रोध और अग्नि दोनों ही बड़े गर्म होते हैं।
B) क्रोध और अग्नि दोनों ही पर नियंत्रण कठिन है।
C) तताँरा का स्वभाव बहुत गुस्से वाला था।
D) वामीरो की माँ और तताँरा दोनों ही गुस्से में थे।
उत्तर:
B) क्रोध और अग्नि दोनों ही पर नियंत्रण कठिन है।
2. तताँरा को गुस्सा क्यों आया? (B)
A) वामीरो की माँ ने तताँरा से झगड़ा किया।
B) उसे विवाह की निषेध पंरपरा पर क्षोभ था।
C) वामीरो अब विवाह के लिए तैयार न थी।
D) वामीरो ने तताँरा की सहायता नहीं की।
उत्तर:
B) उसे विवाह की निषेध पंरपरा पर क्षोभ था।
3. वामीरो की माँ को दृश्य अपमानजनक क्यों लगा? (A)
A) माँ को गाँव के समक्ष अपमान महसूस हुआ।
B) माँ को वामीरो के लिए तताँरा पसंद नहीं था।
C) माँ गाँव की परंपरा से बंधी थी।
D) माँ वामीरो से बहुत प्यार करती थी।
उत्तर:
A) माँ को गाँव के समक्ष अपमान महसूस हुआ।
4. तताँरा वामीरो कथा समाज की किस समस्या की ओर ध्यान इंगित कराती है? (C)
A) जाति प्रथा
B) बेमेल – विवाह
C) विवाह के परंपरागत नियम
D) बाल – विवाह
उत्तर:
C) विवाह के परंपरागत नियम
5. आग बबूला हो उठने का क्या अर्थ है? (A)
A) अत्यधिक क्रोध आना
B) आग की प्रचंड लपटों की तरह लहराना
C) बच्चों की चिंता करना
D) बहुत परेशान हो उठना
उत्तर:
A) अत्यधिक क्रोध आना
V. सदियों पूर्व, जब लिटिल अंदमान और कार-निकोबार आपस में जुड़े हुए थे तब वहाँ एक सुंदर गाँव था। पास में एक सुंदर और शक्तिशाली युवक रहा करता था। उसका नाम था तताँरा। निकोबारी उसे बेहद प्रेम करते थे। तताँरा एक नेक और मददगार व्यक्ति था। सदैव दूसरों की सहायता के लिए तत्पर रहता। अपने गाँववालों को ही नहीं, अपितु समूचे द्वीपवासियों की सेवा करना अपना परम कर्तव्य समझता था। उसके इस त्याग की वजह वह चर्चित था। सभी उसका आदर करते। वक्त मुसीबत में उसे स्मरण करते और वह भागा-भागा वहाँ पहुँच जाता। दूसरे गाँवों में भी पर्व-त्योहारों के समय उसे विशेष रूप से आमंत्रित किया जाता। उसका व्यक्तित्व तो आकर्षक था ही, साथ ही आत्मीय स्वभाव की वजह से लोग उसके करीब रहना चाहते। पारंपरिक पोशाक के साथ वह अपनी कमर में सदैव एक लकड़ी की तलवार बाँधे रहता। लोगों का मत था, बावजूद लकड़ी की होने पर, उस तलवार में अद्भुत दैवीय शक्ति थी। तताँरा अपनी तलवार को कभी अलग न होने देता। उसका दूसरों के सामने उपयोग भी न करता। किंतु उसके चर्चित साहसिक कारनामों के कारण लोग-बाग तलवार में अद्भुत शक्ति का होना मानते थे। तताँरा की तलवार एक विलक्षण रहस्य थी।
प्रश्न:
1. गाँव के लोग तताँरा को क्यों पसंद करते थे? (B)
A) वह सुंदर और शक्तिशाली था।
B) वह नेक और मददगार व्यक्ति था।
C) वह बेहद शांत और सभ्य व्यक्ति था।
D) वह सुंदर, बलिष्ठ और भोला व्यक्ति था।
उत्तर:
B) वह नेक और मददगार व्यक्ति था।
2. दूसरे गाँव के लोग भी पर्व-त्योहारों के समय तताँरा को क्यों आमंत्रित करते थे? (C)
A) उसके आकर्षक व्यक्तित्व के कारण
B) उसके साहसिक कारनामों के कारण
C) उसके त्याग और सेवाभाव के कारण
D) उसकी विलक्षण तलवार के कारण
उत्तर:
C) उसके त्याग और सेवाभाव के कारण
3. तताँरा की तलवार लोगों के बीच एक विलक्षण रहस्य क्यों थी? (D)
A) क्योंकि तताँरा उसे कभी अपने से अलग नहीं करता था।
B) क्योंकि तताँरा की तलवार लकड़ी की बनी हुई थी।
C) क्योंकि तताँरा उसका प्रयोग दूसरों के सामने नहीं करता था।
D) क्योंकि तताँरा अकेले ही अद्भुत, साहसिक कारनामें किया करता था।
उत्तर:
D) क्योंकि तताँरा अकेले ही अद्भुत, साहसिक कारनामें किया करता था।
4. पारंपरिक पोशाक से क्या अभिप्राय है? (C)
A) गाँव के सभी लोगों द्वारा पहने जानेवाली पोशाक
B) गाँव के युवाओं द्वारा पहने जाने वाली पोशाक
C) वो पोशाक जो किसी प्रदेश विशेष में सदियों से पहनी जाती हो।
D) वो पोशाक जो किसी विशेष अवसर पर पहनी जाती हो।
उत्तर:
C) वो पोशाक जो किसी प्रदेश विशेष में सदियों से पहनी जाती हो।
5. तताँरा कैसा व्यक्ति था? ()
A) नेक
B) मददगार
C) नेक और मददगार
D) सहायक
उत्तर:
भाग – III Q.No. 17-18 (अर्थग्राह्यता)
Q.No. 18
* निम्न जानकारी पढ़कर रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए|
1. 1954 की जन्माष्टमी के दिन छिंदवाड़ा जिले के एक छोटे से गाँव गुढ़ी में जन्मे लीलाधर मंडलोई की शिक्षा – दीक्षा भोपाल और रायपुर में हुई। प्रसारण की उच्च शिक्षा के लिए 1987 में कॉमनवेल्थ रिलेशंस ट्रस्ट, लंदन की ओर से आमंत्रित किए गए। इन दिनों प्रसार भारती दूरदर्शन के महानिदेशक का कार्यभार सँभाल रहे हैं।
A. लीलाधर मंडलोई का जन्म ….. गाँव में हुआ।
B. उनकी ….. भोपाल और रायपुर में हुई।
C. प्रसारण की उच्च शिक्षा के लिए ….. की ओर से आमंत्रित किए गए।
D. वे प्रसार भारती दूरदर्शन के ….. रहे हैं।
उत्तर:
A. गुढ़ी
B. शिक्षा-दीक्षा
C. लंदन
D. महानिदेशक
2. लीलाधर मंडलोई मूलतः कवि हैं। उनकी कविताओं में छत्तीसगढ़ अंचल की बोली की मिठास और वहाँ के जनजीवन का सजीव चित्रण है। अंदमान निकोबार द्वीपसमूह की जनजातियों पर लिखा इनका गद्य अपने आप में एक समाज शास्त्रीय अध्ययन भी है। उनका कवि मन वह स्रोत है जो उन्हें लोककथा, लोकगीत, यात्रा- वृत्तांत, डायरी, मीडिया, रिपोर्ताज़ और आलोचना लेखन की और प्रवृत्त करता है।
अपने रचनाकर्म के लिए कई पुरस्कारों से सम्मानित मंडलोई की प्रमुख कृतियाँ हैं – घर – घर घूमा, रातबिरात, मगर एक आवाज़, देखा अनदेखा और काला पानी।
A. लीलाधर मंडलोई मूलतः …… हैं।
B. उनकी कविताओं में …… बोली की मिठास है।
C. उनका गद्य …… पर लिखा गया है।
D. काला पानी ……. की कृति है।
उत्तर:
A. कवि
B. छत्तीसगढ़ अंचल
C. अंदमान निकोबार द्वीपसमूह की जनजातियों
D. लीलाधर मंडलोई
भाग – IV Q.No. 19-26 (अभिव्यक्ति)
Q.No.21-23
* निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर तीन या चार वाक्यों में लिखिए।
प्रश्न 1.
तताँरा क्यों प्रसिद्ध था?
उत्तर:
तताँरा अपने प्रभावशाली व्यक्तित्व के कारण अत्यधिक प्रसिद्ध था। वह सरल स्वभाव का तथा सबकी सहायता करने वाला व्यक्ति था। अपनी लकडी की तलवार की सहायता से वह अद्भुत शौर्य और साहस का परिचय देता था। वह सबके काम आता था। सबका सहयोगी था। वह बहुत अच्छे स्वभाव का था और मुसीबत में सबके काम आता था। यही कारण कि उसे सभी लोग आदर से देखते थे।
प्रश्न 2.
तताँरा अपना परम कर्तव्य किसे समझता था?
उत्तर:
तताँरा केवल अपने गाँव के लोगों की ही नहीं, अपितु समूचे द्वीपसमूह के निवासियों की सेवा करना अपना परम कर्तव्य समझता था। वह साहसी और परोपकारी व्यक्ति था। वह सबकी भलाई चाहता था। द्वीप की सुरक्षा करना अपना परम कर्तव्य मानता था। कोई किसी भी वक्त मुसीबत में उसे स्मरण करते तो वह भागा-भागा वहाँ पहुँच जाता है।
प्रश्न 3.
तताँरा को दूसरे गाँवों में आमंत्रित क्यों किया जाता था?
उत्तर:
तताँरा अच्छे स्वभाव का और अद्भुत साहसी युवक था। आकर्षक व्यक्तित्व समाज सेवा और त्याग की भावना के कारण उसे दूसरे गाँवों में भी आमंत्रित किया जाता था।
प्रश्न 4.
तताँरा समुद्र तट पर घूमने के लिए क्यों आया था?
उत्तर:
एक शाम दिनभर के अथक परिश्रम करने के कारण तताँरा थक गया था। अपनी थकान मिटाने और शांति का अनुभव करने के लिए वह समुद्र तट पर घूमने के लिए आया था। वहाँ पक्षियों की सायंकालीन चहचहाहटे शनैः शनैः क्षीण होने को थीं, विचार मन तताँरा समुद्री बालू पर बैठकर सूरज की अंतिम रंग – बिरंगी किरणों को समुद्र पर निहारने लगा। तब उसका मन शांत हो गया है।
प्रश्न 5.
तताँरा की तलवार किसकी बनी हुई थी?
उत्तर:
तताँरा की तलवार लकडी की बनी हुई थी। तताँरा उस तलवार को कभी अपने से अलग नहीं करता था। लोगों का मन था कि यह तलवार लकडी की होने पर भी उस तलवार में अद्भुत दैवीय शक्ति थी। तताँरा की तलवार का एक विलक्षण रहस्य था।
प्रश्न 6.
तताँरा – वामीरो को देखकर अपनी सुध-बुध क्यों खो बैठा था?
उत्तर:
वामीरो का मधुर स्वर में गाया गीत तताँरा को बहुत पसंद आ गया था और बाद में जब उसने वामीरो क़ो देखा तो, वह उसे देखते ही उस पर मोहित हो गया और अपनी सुध – बुध खो बैठा था।
प्रश्न 7.
वामीरो अन्य गाँवों के युवकों को उनकी बात का उत्तर क्यों नहीं देती थी?
उत्तर:
वामीरो अन्य गाँवों के युवकों को उनकी बात का उत्तर इसलिए नहीं देती थी, क्योंकि उसके समाज में किसी और से बातचीत करना और अन्य किसी गाँव के लडके से संबंध रखना उसके गाँव की परंपराओं के विपरीत था। गाँव का यह नियम था कि किसी बाहरी युवक का विवाह गाँव की युवती से नहीं हों सकता था।
प्रश्न 8.
गाँव वालों और परिवार वालों के बार बार मना करने के बाद भी वामीरो ने तताँरा से मिलना – जुलना क्यों नहीं छोडा?
उत्तर:
वामीरो तताँरा के बारे में कई कहानियाँ सुन रखी थी। उसकी कल्पना में जीवन साथी के बारे में जो अद्भुत साहस लक्षण हैं, वे तताँरा में उपलब्ध हैं। तताँरा के सुंदर व्यक्तित्व सौम्य व्यवहार और साहस आदि गुणों ने वामीरो को उसकी ओर आकर्षित किया। इसी कारण परिवार और गाँव वालों के मना करने पर भी उसने तताँरा से मिलना जुलना बंद नहीं किया।
प्रश्न 9.
वामीरो की माँ ने तताँरा के साथ कैसा व्यवहार किया?
उत्तर:
वामीरो की माँ ने तताँरा को खूब खटी – खोटी सुनाई और उसका बहुत अपमान किया। यह सब सुनकर तताँरा ने स्वयं को अपमानित महसूस किया। तताँरा से यह सहन नहीं हुआ।
प्रश्न 10.
वामीरो के तताँरा पर मुग्ध होने का कारण बताइए।
उत्तर:
वामीरो के तताँरा पर मुग्ध होने का कारण यह था कि तताँरा बहुत सुंदर और लोगों की मदद करने वाला युवक था। जब पहली बार उसने वामीरो से गीत गाने और अपना नाम बताने की याचना की, तभी से वामीरो को वह पसंद आ गया था। उसने तताँरा के बारे में कई कहानियाँ सुन रखी थीं। उसकी कल्पना में वह एक अद्भुत साहसी युवक था। किंतु वही तताँरा उसके सम्मुख अलग रूप में आया। सुंदर, बलिष्ठ किंतु बेहद शांत, सभ्य और भोला। उसका व्यक्तित्व कदाचित वैसा ही था जैसा वह अपने जीवन – साथी के बारे में सोचती थी।
प्रश्न 11.
तताँरा ने अपनी तलवार से धरती के दो टुकडे क्यों किए?
उत्तर:
पशु – पर्व में जब तताँरा को देखकर वामीरो ज़ोर से रो पडी तब उसकी माँ वहाँ आ गई और तताँरा का बहुत अपमान किया तो उसे क्रोध आने लगा। उसने अपनी कमर में बँधी तलवार निकाली और उसे धरती में पूरी शक्ति से गाड (घोंप दिया। इसके बाद वह उस तलवार को खींचता हुआ दूर तक चला गया। वह जहाँ तक इस तलवार को लेकर गया था, वहाँ तक धरती में दरार आ गई और धरती के दो टुकडे हो गए।
प्रश्न 12.
तताँरा और वामीरो की मृत्यु कैसे हुई? पठित पाठ के आधार पर लिखिए।
उत्तर:
विवाह की निषेध परंपरा पर क्षोभ व अपनी असमर्थता से खीझकर तताँरा ने क्रोध में अपनी तलवार धरती में घोंप दी और अपनी पूरी ताकत से उसे खींचने लगा। द्वीप दो टुकडों में विभक्त हो गया, एक ओर तताँरा था और दूसरी ओर वामीरो। तताँरा समुद्र में धँसने लगा उसने दूसरा सिरा थामना चाहा, परंतु असफल रहा और वह समुद्र में बह गया। इस समय उसके मुँह से एक ही शब्द निकला – वामीरो – तताँरा को बहते देख पागल हो गई और अपने परिवार से वह अलग हो गई। उसने खाना पीना छोड दिया। इस तरह तताँरा और वामीरो की एक दूसरे के वियोग में मृत्यु हो गई।
प्रश्न 13.
वामीरो कैसे जीवन साथी की कल्पना करती थी? उसकी यह कल्पना क्यों साकार नहीं हो पाती?
उत्तर:
वामीरो किसी सुंदर, बलिष्ठ, शालीन, सभ्य और भोले युवक को जीवन साथी बनाना चाहती थी। तताँरा ऐसा ही युवक था। परंतु गाँव वालों के विरोध के कारण वह तताँरा से विवाह न कर सकी।
प्रश्न 14.
“तताँरा – वामीरो” कथा के माध्यम से क्या संदेश दिया गया है?
उत्तर:
‘तताराँ वामीरो कथा’ एक प्रसिद्ध लोक गाथा है, जिसमें यह संदेश दिया गया है कि प्रेम को किसी बंधन, सीमा अथवा रीति रिवाज़ में नहीं बाँधा जा सकता। यदि कोई जाति, धर्म, क्षेत्र, प्रदेश आदि प्रेम की पवित्र भावना पर पहरे लगा और उसे पनपने का अवसर नहीं देगा, तो इसका परिणाम सुखद नहीं होगा। समाज में जातीय धार्मिक और सामाजिक भेद में और अधिक वृद्धि होगी, जिससे अंततः मानवता को ही नुकसान पहुँचेगा। अतः हमें सभी प्रकार के भेदभावों को मिटाकर सभी को अपनाना चाहिए। तताँरा – वामीरो की त्यागमयी मृत्यु इसी सुखद परिवर्तन को बताती है।
भाग- V Q.No.27-28 (अभिव्यक्ति)
Q.No.27
* निम्नलिखित निबंधात्मक प्रश्नों के उत्तर दस पंक्तियों में लिखिए।
प्रश्न 1.
कहानी के आधार पर तताँरा का चरित्र चित्रण कीजिए।
उत्तर:
तताँरा में नायक होने के सभी गुण विद्यमान हैं। वह सुंदर, स्वस्थ, साहसी और परोपकारी है। उसकी शारीरिक विशिष्टताओं और आंतरिक गुणों से हर मिलने जुलने वाला प्रभावित हो जाता है। जब वामीरो ने उसे पहली बार देखा तो उसे लगा कि उसने अपने जीवनसाथी के रूप में ऐसे ही युवक की कल्पना की थी।
तताँरा हृदय से बुहत नेक, उदार, सहयोगी, परोपकारी और सेवाभावी था। वह सदैव दूसरों की सहायता किया करता था। उसके अपने गाँव वाले ही नहीं, अन्य गाँवों के लोग भी उसका सम्मान करते थे। तताँरा ज़रूरत पड़ने पर भाग भागकर सबकी सहायता किया करता था।
प्रश्न 2.
‘तताँरा – वामीरो कथा’ के आधार पर वामीरो का चरित्र चित्रण कीजिए।
उत्तर:
लपाती गाँव की रहनेवाली युवती वामीरो बहुत सुंदर एवं भोली भाली थी। वह देखने में जितनी मोहक थी, उतना ही मोहक उसका भी था। जब वह गाती थी, तो लगता था। माता उसका गीत समुद्र में किल्लोल (हलचल) उत्पन्न कर देगा। उसके गाने से वातावरण में मधुरता व्याप्त हो जाती थी। उसका मधुर संगीत सुनकर ही युवक तताँरा अपनी सुध बुध खो बैठा था और उससे प्रेम करने लगा था। वामीरो अपने गाँव की परंपराओं का बहुत सम्मान करती थी। किंतु तताँरा से प्रेम हो जाने के बाद परंपराएँ उसके लिए बहुत महत्व नहीं रखती थीं।
वह अपने गाँव की परंपरा को भूलकर तताँरा से मिलती रहती थी। प्रेम के सच्चे अर्थ को समझने वाली वामीरो ने अपने प्रेमी तताँरा से बिछुझे के बाद खाना पीना छोड दिया और अपने परिवार से अलग हो गई। इस प्रकार एक निष्ठ प्रेम में समर्पित वामीरो ने प्रेम की खातिर अपने समाज एवं परिवार से अलग होकर अपने प्रेम की खोज में ही अपने अस्तित्व को मिटा डाला। एक ओर पंरपराओं को सम्मान करती नारी के रूप में और दूसरी ओर सच्ची प्रेम भावना से ओतपोत स्त्री के रूप में याने सच्ची प्रेमिका है। मगर उसमें इतना साहस नहीं है कि परंपरा बंधन को तोडकर अपनी सच्ची प्रेम भावना को निभाने की। वह लाचार बनकर रह गई।
प्रश्न 3.
वामीरो की प्रतीक्षा में बैठे तताँरा की प्रेम की व्याकुलता को स्पष्ट करें।
उत्तर:
वामीरो की प्रतीक्षा में बैठे तताँरा के लिए यह पूरे जीवन की अकेली प्रतीक्षा थी। उसके गंभीर एवं शांत जीवन में ऐसा पहली बार हुआ था। वह अचंभित था, साथ ही रोमांचित भी लग रहा था। उसके भीतर एक आशंका भी व्याप्त थी कि अगर वामीरो न आई तो? वह कुछ निर्णय नहीं कर पा रहा था बस प्रतीक्षारत था। मात्र आशा की एक किरण थी। जो समुद्र की देह पर डूबती किरणों की तरह कभी भी डूब सकती थी। वह बार- बार लपाती के रास्ते पर नज़रें दौडाता सहसा नारियल के झुरमुटों में उसे एक आकृति कुछ साफ दिखी। कुछ और आकृति के करीब आने पर तताँरा की खुशी का ठिकाना न रहा।
वह सचमुच वामीरो थी। वह स्वयं को छुपाते हुए बढ़ रही थी और बीच बीच में इधर उधर नज़रें दौडाना नहीं भूलती दोनों आमने-सामने हो गए। दोनों शब्दहीन थे। एकटक निहारते हुए वे काफ़ी देर तक खडे रहे। तताँरा का मन वामीरो के प्रेम में पागल था। उसे बस वामीरो को देखने और पाने की लालच थी। वामीरो की प्रतीक्षा में उसे एक एक पल पहाड की तरह भारी लग रहा था। इसलिए पशुओं के प्रदर्शन, उत्सव, नृत्य, भोजन आदि उसे संतोष नहीं दिलाये। वह अपनी आखरी साँस छोडते समय भी वामीरो कहकर पुकारता रहा।
प्रश्न 4.
‘तताँरा – वामीरो कथा” का संदेश स्पष्ट कीजिए।
(या)
‘तताँरा – वामीरो कथा’ का मूल उद्देश्य / प्रतिपाद्य स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
‘तताँरा – वामीरो कथा’ एक लोकगाथा है। इसमें यह संदेश दिया गया है कि प्रेम को किसी बंधन, जड़ता तथा सीमाओं में बाँधना उचित नहीं है। यदि कोई गाँव, प्रदेश या क्षेत्र प्रेम को पनपने के लिए खुला अवसर नहीं देता तो इससे सर्वनाश होता है। धरती पर भेद भाव बढते हैं। पहले से बँटी हुई धरती और अधिक बँटती है। इससे मानवता का क्षय होता है। भावनाएँ एक होने की बजाय खंडित होती है। अतः गाँव, प्रदेश या अन्य संकीर्ण नियमों को तोडकर हमें उदारता के साथ सबको अपनाना चाहिए। यदि प्रेम सच्चा हो तो फिर बाहरी नियम और बंधन बेमानी हो जाते हैं।
प्रेम व्यक्तिगत पसंद और अनुभूति पर निर्भर है। अतः समाज को उसमें बेकार का खलल नहीं डालना चाहिए। तताँरा – वामीरो की प्रेमकथा ने सबको यह सीख दी कि विवाह संबंध आपसी प्रेम के आधार पर होने चाहिए, सामाजिक रूढियों के आधार पर नहीं। यह एक महत्वपूर्ण संदेश है जिसे याद कराने के लिए यह प्रेमकथा आज भी घर घर में सुनाई जाती है।
प्रश्न 5.
“तताँरा वामीरो कथा” एक सच्ची प्रेम गाथा है। सिद्ध कीजिए।
उत्तर:
एक सच्ची प्रेम गाथा उसे कहेंगे, जहाँ मानवीय संबंधों का आधार केवल प्रेम हो। जहाँ प्रेमी प्रेमिका धन, मान, संपत्ति, मर्यादा, परंपरा या अन्य किसी नीति के लिए नहीं, अपितु, मन के सच्चे लगाव के कारण एक-दूसरे को चाहते हों और उसके लिए मर मिटते हों। इस कसौटी पर परखें तो “तताँरा वामीरो कथा” एक सच्ची प्रेम कथा सिद्ध होती है। तताँरा वामीरो के मधुर गीत को सुनकर उस पर मुग्ध होता है। वामीरो की मधुर लय तताँरा के हृदय को वश में कर लेती है। वह उसीको अपनाने के लिए वामीरो को चाहने लगता है। उसे वामीरो की धन संपत्ति या मान मर्यादा नहीं चाहिए।
वह बस वामीरो का निश्चल हृदय चाहता है। इसलिए वह उसे सामने पाकर निःशब्द निहारता रहता है। उसे वासना – पूर्ति का साधन भी नहीं बनाता। हम कह सकते हैं कि यह सच्ची प्रेम गाथा है । तताँरा – वामीरो की कथा स्थानीय समाज में इसलिए प्रसिद्ध हो गई। क्योंकि उनकी प्रेम कथा ने अपने समाज की रूढि को तोड दिया था। उनके सच्चे प्रेम के कारण अंडमान निकोबार के लोगों को सोचना पड़ा कि विवाह – संबंध आपसी प्रेम के आधार पर होने चाहिए, न कि सामाजिक बंधनों के आधार पर।
प्रश्न 6.
लीलाधर मंडलोई का संक्षिप्त परिचय दीजिए।
उत्तर:
लीलाधर मंडलोई का जन्म वर्ष 1954 में जन्माष्टमी को छिंदवाडा जिले के एक छोटे से गाँव ‘गुढ़ी’ में हुआ। इनकी शिक्षा दीक्षा भोपाल और रायपुर में हुई 1 वर्ष, 1987 में लंदन की ओर से उच्च शिक्षा के लिए आमंत्रित किए गए। इन्होंने प्रसार भारती दूरदर्शन के महानिदेशक का कार्यभार भी संभाला। लीलाधर मंडलोई मुख्य रूप से कवि हैं। इनकी कविताओं में छत्तीसगढ़ से जनजीवन तथा वहाँ की बोली का स्पष्ट रूप देखने को मिलता है। इन्होंने अंडमान निकोबार द्वीपसमूह की जनजातियों पर गद्य रचना की है। इन्होंने लोककथा, लोकगीत, डायरी, यात्रा- वृत्तांत, मीडिया, रिपोर्ताज और आलोचना लेखन भी किया है। इनकी प्रमुख कृतियाँ निम्नलिखित हैं।
कविता संग्रह : घर – घर घूमा, रातबिरात, ये बद्रमस्ती तो होगी, मनवा बेपरवाह, एक बहुत कोमल तान, काला पानी, देखा – अनदेखा।
लोक कथाएँ : अंडमान निकोबार की लोक कथाएँ, पहाड और परी का सपना
बाल कहानी संग्रह : चांद पर धब्बा, पेड बोलते हैं।
प्रश्न 7.
तताँरा वामीरो कथा पाठ का सारांश लिखिए।
उत्तर:
पाठ का नाम : तताँरा – वामीरो कथा
लेखक : लीलाधर मंडलोई
यह पाठ अंदमान निकोबार द्वीप समूह के एक छोटे से द्वीप पर केंद्रित उस द्वीप पर एक दूसरे से शत्रुता का भाव था। इस शत्रुता की भावना को दूर करने के लिए एक युगल को आत्म बलिदान देना. पडा था। प्राचीन काल से लिटिल अंडमान और कार – निकोबार जुडे हुए थे। तताँरा पास गाँव में, था। तताँरा नेक और मददगार व्यक्ति था। हमेशा दूसरों की सेवा के लिए तत्पर रहता था। सभी उसका आदर करते थे। वह अपनी कमर में हमेशा एक लकडी की तलवार बाँधे रहता था। लोग उस तलवार में अद्भुत शक्ति का होना मानते थे। एक दिन तताँरा टहलने को समुद्र के किनारे गया।
वहाँ उसे एक मधुर गाना सुनाई पडा। गानेवाली लपाती गाँव की सुंदर सी लडकी थी। तताँरा उसे देखकर सम्मोहित हो गया। तताँरा को देखकर लडकी ने गाना रोक दिया। तताँरा के बार – बार पूछने पर उसने अपना नाम वामीरो बताया।
तताँरा – वामीरो को प्रेम हो गया था। वे साथ रहना चाहते थे। रीति के अनुसार दोनों एक ही गाँव का होना आवश्यक था। वे अपनी रूढ़ीवादी परंपराओं को तोडकर हर दिन मिलते थे। गाँववालों को इनके प्रेम के बारे में पता चल गया। उन्हें समझाया गया। लेकिन दोनों अडिग रहे।
एक बार गाँव में पशु – पर्व का आयोजन हुआ। तताँरा का मन उसमें न था। वामीरो वहाँ पहुँच आयी। तताँरा को देखकर खूब रो पडी। वामीरो की माँ और गाँववालों ने तताँरा का अपमान किया। विवाह निषेध परंपरा पर उसे बहुत गुस्सा आया।
अपने गुस्से को शांत करने के लिए उसने अपनी तलवार निकालकर धरती में द्योंप दिया। तलवार खींचते दूर चला गया। इससे धरती दो टुकडों में बँट गयी। तताँरा – वामीरो एक दूसरे के लिए पुकारते – पुकारते रह गए। इस घटना के बाद गाँव के लोग आपसी वैवाहिक संबंध करने लगे।
नीति : सच्चा प्रेम किसी बंधन, सीमाओं में नहीं रहता। प्रेम सबको जोड़ता है।
समय के साथ – साथ रूढियों और रीति रिवाज़ों में परिवर्तन लाना आवश्यक है।
भाग – VI Q.No. 29-30 (सृजनात्मक अभिव्यक्ति)
Q.No.29
* निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर सूचना के अनुसार लिखिए।
प्रश्न 1.
बीमारी दादी से मिलने जाने के लिए तीन दिन की छुट्टी माँगते हुए कक्षाध्यापक के नाम पत्र लिखिए। (SA-I: 2023-24)
उत्तर:
आर्मूर, सेवा में, महोदय, सेवा में निवेदन है कि मेरी दादी नारायणम्मा कल दोपहर से बहुत बीमार है। मुझे ज्ञात हुआ कि अस्पताल में भर्ती किया गया है। उसे मिलने जाना है। अतः ता. X X X X X को एक दिन की छुट्टी देने की कृपा करें आशा करता हूँ कि ज़रूर मंजूर करेंगे। सधन्यवाद। आपका विनम्र छात्र, |
प्रश्न 2.
भारी वर्षा के कारण नगर की सफाई सुचारू रूप से नहीं हो पा रही है। इसकी शिकायत करते हुए कमीशनर के नाम पत्र लिखिए।
उत्तर:
पोनूरु, प्रेषक सेवा में महोदय, आपका, पता : |
Q.No.30
* संकेत शब्दों के आधार पर निम्न दिये गए शब्दों में से सही शब्दों को चुनकर किसी एक निबंध के रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए।
1. ऐतिहासिक स्थलों की सुरक्षा
(मोगलराजपुरम, ऐतिहासिक, औजार, स्थल, इतिहास, निर्माण, संस्कृति, कीमती, नुकसान, जगहों, केन्द्र, कर्तव्य, सुरक्षा, संपत्ति, प्रमाण, प्राचीन)
इतिहास से संबद्ध ..1.. इमारतें, भवन, किला, महल आदि को ..2.. स्थल कहते हैं। भारत एक सुविशाल और प्राचीन देश है। यहाँ कई ऐतिहासिक स्थल हैं। दिल्ली, आग्रा, जयपुर, हैदराबाद, बुद्ध गया आदि कई सैकडों ..3.. भारत में हैं।
ये सब हमारे देश के ..4.. के जीवंत प्रमाण हैं। इनके द्वारा उस समय के लोगों के भवन ..5.. कला का परिचय हमें होता है। प्राचीन काल के लोगों के, ..6.. वस्त्र और घर की सामग्री आदि के द्वारा हमारी ..7.. का परिचय प्राप्त होता है। विजयवाडे के ..8.. की गुहाएँ, अजंता, एल्लोरा की गुहाएँ आदि भी ऐसे ऐतिहासिक स्थल हैं।
कुछ लोग ऐसे स्थलों से ..9.. चीजें चुराकर अधिक पैसा कमाना चाहते हैं। इससे हमें ..10.. होता है। कुछ लोग इन ..11.. को अनैतिक कार्य करने के लिए ..12.. बनाने हैं। इससे वे नष्ट हो जायेंगे। इसलिए इनकी सुरक्षा करना चाहिए। हर नागरिक का ..13.. यह है कि “इनकी ..14.. अपनी ..15.. के जैसा करना चाहिए।” ये भूत और वर्तमान के लिए ..16.. होंगे। भविष्य के लोग इनसे इतिहास का जानकारी रखते हैं।
उत्तर:
- प्राचीन
- ऐतिहासिक
- स्थल
- इतिहास
- निर्माण
- औजार
- संस्कृति
- मोगलराजपुरम
- कीमती
- नुकसान
- जगहों
- केन्द्र
- कर्तव्य
- सुरक्षा
- संपत्ति
- प्रमाण
2. वृक्ष हमारे साथी
(रक्षा, हमारे, राह, अनादि, साथी, सिद्धार्थ, पूजा, वृक्ष, लाभ, इंधन, उपयोगी, गाडियाँ, संरक्षण, संतुलित, निर्माण, वृक्षारोपण)
वृक्ष या पेड हमारे साथी हैं। जीवन की ..1.. में वे हमारी मदद करते ही रहते हैं। वे न केवल हमारे ..2.. हैं, बल्कि पशु – पक्षी के भी साथी हैं। वृक्ष महान होते हैं। उन्हीं के नीचे ..3.. ने ज्ञान प्राप्त कर लिया वे मानव समाज के ..4.. से मित्र हैं। प्रकृति की शोभा इनसे ही बढती है। ..5.. हमारे साथी हैं। वे सदा हमें अपनी छाया प्रदान कर ये ..6.. पहुँचाते हैं। मानव को फूल-फल और छाया देते हैं। ..7.. देते हैं। अनेक प्रकार की ..8.. चीजें इनसे मिलती हैं।
जैसे दरवाज़ें, कुर्सियाँ, ..9.. इत्यादि। अपनी हरियाली से पर्यावरण को ..10.. रखते हैं। प्राणवायु प्रदान करते हैं। गृह ..11.. में काम आते हैं।
हमें ..12.. कर पर्यावरण को बनाये रखना चाहिए। वृक्षों का ..13.. करना चाहिए। वृक्षों की ..14.. करनी चाहिए। क्योंकि वे ..15.. साथी हैं। हम इनकी रक्षा करें तो वे हमारी ..16.. करेंगे।
उत्तर:
- राह
- साथी
- सिद्धार्थ
- अनादि
- वृक्ष
- लाभ
- इंधन
- उपयोगी
- गाडियाँ
- संतुलित
- निर्माण
- वृक्षारोपण
- संरक्षण
- पूजा
- हमारे
- रक्षा
3. गाँधी का सपना
(सपना, प्रधानमंत्री, व्यक्तिगत, जागरूकता अभियान, राष्ट्रीय, आरंभ, प्रेरणा, कार्यक्रम, पाठशाला, मुख्य सडकों, स्वच्छता, पेयजल, महात्मा, सफाई)
“स्वच्छ भारत अभियान’ सरकार का …… स्तर का …… है। यह हमारे …… श्री नरेंद्र मोदी के द्वारा …… गाँधी की जयंती 2 अक्टूबर 2014 को …… किया गया है। यह राष्ट्रभक्ति की …… से किया जाने वाला …… है। इस कार्यक्रम का …… उद्देश गलियों, …… को साफ सुथरा रखना है। इस का नारा है एक कदम …… की ओर इस कार्यक्रम के अंतर्गत …… सामूहिक और सार्वजनिक शौचालय का निर्माण किया जाना है। शुद्ध …… की व्यवस्था करवाना। …… का वातावरण, खेल मैदान, शौचालय, पीने के पानी वाले क्षेत्र आदि की …… छात्रों, शिक्षकों, अभिभावकों से करवाना उनमें …… लाना महात्मा गाँधी जी का …… था कि सब भारतवासी स्वच्छता के बारे में सीखें और अमल करें। पूरे भारत देश को स्वच्छ बनाने में मदद करें।
उत्तर:
“स्वच्छ भारत अभियान’ सरकार का राष्ट्रीय स्तर का अभियान है। यह हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के द्वारा महात्मा गाँधी की जयंती 2 अक्टूबर 2014 को आरंभ किया गया है। यह राष्ट्रभक्ति की प्रेरणा से किया जाने वाला कार्यक्रम है। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश गलियों, सडकों को साफ सुथरा रखना है। इस का नारा है एक कदम स्वच्छता की ओर इस कार्यक्रम के अंतर्गत व्यक्तिगत, सामूहिक और सार्वजनिक शौचालय का निर्माण किया जाना है। शुद्ध पेयजल की व्यवस्था करवाना। पाठशाला का वातावरण, खेल मैदान, शौचालय, पीने के पानी वाले क्षेत्र आदि की सफाई छात्रों, शिक्षकों, अभिभावकों से करवाना उनमें आगरूकता लाना। महात्मा गाँधी जी का सपना था कि सब भारतवासी स्वच्छता के बारे में सीखें और अमल करें। पूरे भारत देश को स्वच्छ बनाने में मदद करें।